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गुरुवार, 8 मार्च 2018

आपूर्ति


   हमारे बागीचे में फूलों के रस को चूसते रहने वाली छोटी सी चिड़िया, हमिंगबर्ड, के पोषण की आपूर्ति के लिए एक उपकरण रखा हुआ है, और हमें उन छोटी चिड़ियों को आकर उसमें से मीठा पानी पीते हुए देखना बहुत अच्छा लगता है। हाल ही में हमें थोड़े समय की एक यात्रा पर जाना पड़ा, और हम उस उपकरण में पानी भरना भूल गए। जब हम लौट कर आए तो पाया कि वह उपकरण पूरी तरस से सूख गया था। मैंने सोचा, बेचारी चिडियाँ; मेरे भूल जाने के कारण, उन्हें पोषण नहीं मिलने पाया! फिर मुझे स्मरण हो आया कि उन्हें पोषण देने और उनकी आवश्यकाताओं की आपूर्ति करने वाला तो परमेश्वर है, मैं नहीं।

   कभी-कभी हमें लग सकता है कि हम पर हो रही जीवन की सभी मांगों के कारण हमारी सारी शक्ति जाती रही है, और उसकी पूर्ति करने वाला कोई नहीं है। परन्तु हमारी आत्माओं को पोषित करने वाला तो परमेश्वर है, अन्य कोई मनुष्य नहीं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 36 में हम परमेश्वर की करुणा के विषय में पढ़ते हैं। यह भजन उनके बारे में है जो परमेश्वर पर भरोसा बनाए रखते हैं, और उससे संतुष्ट रहते हैं। परमेश्वर उन्हें  अपनी “सुख की नदी में से” जल पिलाता है (पद 8)। वह जीवन का सोता है!

   हम अपनी आवश्यकताओं की आपूर्ति के लिए प्रतिदिन परमेश्वर के पास जा सकते हैं। जैसा कि सुप्रसिद्ध मसीही प्रचारक चार्ल्स स्पर्जन ने लिखा, “मेरे विश्वास और मुझ पर हो प्रत्येक अनुग्रह के झरने का स्त्रोत; मेरे समस्त आनन्द और जीवन का स्त्रोत; मेरी सारी गतिविधि और उसमें होने वाली प्रत्येक सही बात का स्त्रोत; मेरी सारी आशा और स्वर्गीय प्रत्याशा का स्त्रोत, हे मेरे प्रभु, तुझ ही में है।”

   हम उसकी स्वर्गीय आपूर्ति से परिपूर्ण रहें; उसका सोता कभी भी सूखेगा नहीं। - कीला ओकोआ


परमेश्वर का प्रेम बहुतायत का है।

आकाश के पक्षियों को देखो! वे न बोते हैं, न काटते हैं, और न खत्तों में बटोरते हैं; तौभी तुम्हारा स्‍वर्गीय पिता उन को खिलाता है; क्या तुम उन से अधिक मूल्य नहीं रखते। - मत्ती 6:26

बाइबल पाठ: भजन 36:5-12
Psalms 36:5 हे यहोवा तेरी करूणा स्वर्ग में है, तेरी सच्चाई आकाश मण्डल तक पहुंची है।
Psalms 36:6 तेरा धर्म ऊंचे पर्वतों के समान है, तेरे नियम अथाह सागर ठहरे हैं; हे यहोवा तू मनुष्य और पशु दोनों की रक्षा करता है।
Psalms 36:7 हे परमेश्वर तेरी करूणा, कैसी अनमोल है! मनुष्य तेरे पंखो के तले शरण लेते हैं।
Psalms 36:8 वे तेरे भवन के चिकने भोजन से तृप्त होंगे, और तू अपनी सुख की नदी में से उन्हें पिलाएगा।
Psalms 36:9 क्योंकि जीवन का सोता तेरे ही पास है; तेरे प्रकाश के द्वारा हम प्रकाश पाएंगे।
Psalms 36:10 अपने जानने वालों पर करूणा करता रह, और अपने धर्म के काम सीधे मन वालों में करता रह!
Psalms 36:11 अहंकारी मुझ पर लात उठाने न पाए, और न दुष्ट अपने हाथ के बल से मुझे भगाने पाए।
Psalms 36:12 वहां अनर्थकारी गिर पड़े हैं; वे ढकेल दिए गए, और फिर उठ न सकेंगे।


एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 5-7
  • मरकुस 11:1-18