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शनिवार, 31 मार्च 2018

त्यागे हुए



   रूसी लेखक फोएडर दोस्तोवस्की ने कहा, “किसी समाज की सभ्यता को उसके कैदखानों में जाने से पहचाना जा सकता है।” इस बात को ध्यान में रखते हुए मैंने एक लेख पढ़ा “सँसार के 8 सबसे खतरनाक कैदखाने।” इनमें से एक कैदखाना ऐसा है जिसमें का प्रत्येक कैदी एकांत कारावास में रखा गया है।

   हम मनुष्यों को, समाज में रहने और परस्पर संबंध रखने के लिए बनाया गया है, न कि एकांत के लिए। इसीलिए एकांत कारावास इतना कठोर दण्ड है।

   क्रूस पर चढ़ाए जाने के पश्चात प्रभु यीशु का परमेश्वर पिता से अनन्त संबंध का टूटना, उस परिस्थिति का वह एकांत उनकी सबसे भयानक वेदना थी; और इसीलिए, “तीसरे पहर के निकट यीशु ने बड़े शब्द से पुकारकर कहा, एली, एली, लमा शबक्तनी अर्थात हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?” (मत्ती 27:46)। हमारे पापों के बोझ तले दबे हुए उन्होंने हर पीड़ा को सहा और अपना जीवन बलिदान किया। वहाँ क्रूस पर मसीह यीशु अचानक ही अकेले, त्यागे हुए, परमेश्वर के साथ अपने संबंध से कटे हुए हो गए। परन्तु उनकी इस एकांत की यातना सहन करने से हम मनुष्यों के लिए परमेश्वर पिता से यह प्रतिज्ञा मिली: “...उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा” (इब्रानियों 13:5)।

   प्रभु यीशु ने क्रूस पर त्यागे जाने की और शारीरिक पीड़ा को सहा ताकि हम मनुष्यों को कभी परमेश्वर का त्यागा हुआ न रहना पड़े। आज भी प्रभु यीशु के बलिदान में लाया गया विश्वास, उसके नाम में सच्चे मन से किया गया पापों से पश्चाताप, आपको त्यागे हुए से सदा काल के लिए परमेश्वर का अपनाया हुआ बना देगा। - बिल क्राउडर


जो प्रभु यीशु के हो गए हैं वे कभी अकेले नहीं हो सकते हैं।

परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं। - यूहन्ना 1:12-13

बाइबल पाठ: भजन 22:1-10
Psalms 22:1 हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहां है?
Psalms 22:2 हे मेरे परमेश्वर, मैं दिन को पुकारता हूं परन्तु तू उत्तर नहीं देता; और रात को भी मैं चुप नहीं रहता।
Psalms 22:3 परन्तु हे तू जो इस्राएल की स्तुति के सिहांसन पर विराजमान है, तू तो पवित्र है।
Psalms 22:4 हमारे पुरखा तुझी पर भरोसा रखते थे; वे भरोसा रखते थे, और तू उन्हें छुड़ाता था।
Psalms 22:5 उन्होंने तेरी दोहाई दी और तू ने उन को छुड़ाया वे तुझी पर भरोसा रखते थे और कभी लज्जित न हुए।
Psalms 22:6 परन्तु मैं तो कीड़ा हूं, मनुष्य नहीं; मनुष्यों में मेरी नामधराई है, और लोगों में मेरा अपमान होता है।
Psalms 22:7 वह सब जो मुझे देखते हैं मेरा ठट्ठा करते हैं, और ओंठ बिचकाते और यह कहते हुए सिर हिलाते हैं,
Psalms 22:8 कि अपने को यहोवा के वश में कर दे वही उसको छुड़ाए, वह उसको उबारे क्योंकि वह उस से प्रसन्न है।
Psalms 22:9 परन्तु तू ही ने मुझे गर्भ से निकाला; जब मैं दूधपिउवा बच्च था, तब ही से तू ने मुझे भरोसा रखना सिखलाया।
Psalms 22:10 मैं जन्मते ही तुझी पर छोड़ दिया गया, माता के गर्भ ही से तू मेरा ईश्वर है।


एक साल में बाइबल: 
  • न्यायियों 11-12
  • लूका 6:1-26



शुक्रवार, 30 मार्च 2018

जी उठा



   स्टिग कर्नेल ने अपनी मृत्यु से पूर्व अंतिम संस्कार की प्रक्रियाओं के प्रबंधन करने वालों से कहा के उनकी कब्र पर रखे जाने वाले पत्थर पर पारंपरिक वाक्य न लिखे जाएँ, परंतु केवल तीन शब्द “मैं मर गया” लिखा जाए। जब 92 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हुई, तब ऐसा ही किया गया। उनकी मृत्यु की सूचना के इस अपारंपरिक, साधारण से परन्तु दुःसाहसी वाक्य ने सँसार भर के समाचारपत्रों का ध्यान खींचा। इससे जागृत हुई अंतराष्ट्रीय जिज्ञासा ने उनकी इच्छा के विपरीत, उनकी मृत्यु के प्रति अनेपक्षित रुचि उत्पन्न कर दी।

   जब प्रभु यीशु मसीह को क्रूस पर चढ़ाया गया था, तो उनकी मृत्यु की सूचना कुछ इस प्रकार की हो सकती थी, “वह मर गया।” किन्तु तीन दिन के पश्चात, वह सूचना समाचार पत्रों के लिए एक प्रथम-पृष्ठ का समाचार, “वह जी उठा!” में परिवर्तित हो जाती। परमेश्वर के वचन बाइबल के नए नियम खण्ड का अधिकांश भाग प्रभु यीशु के पुनरुत्थान, तथा उस घटना की घोषणा, प्रभाव एवँ तात्पर्य को समझाता है। “मसीह वह है जो मर गया वरन मुर्दों में से जी भी उठा, और परमेश्वर की दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है। कौन हम को मसीह के प्रेम से अलग करेगा?... हम उसके द्वारा जिसने हम से प्रेम किया है, जयवन्त से भी बढ़कर हैं” (रोमियों 8:34-37)।

   प्रभु यीशु की मृत्यु की तीन शब्दों सूचना, “वह मर गया” अब अनन्तकाल के लिए स्तुति और आराधना में परिवर्तित हो गई है – “वह जी उठा है” – वह हमारे उद्धार और परमेश्वर के साथ हमारा मेल करवाने के लिए वास्तव में जी उठा है। - डेविड मैक्कैस्लैंड


प्रभु यीशु ने अपना जीवन हमारे जीवन के लिए बलिदान किया।

पर अब हमारे उद्धारकर्ता मसीह यीशु के प्रगट होने के द्वारा प्रकाश हुआ, जिसने मृत्यु का नाश किया, और जीवन और अमरता को उस सुसमाचार के द्वारा प्रकाशमान कर दिया। - 2 तिमुथियुस 1:10

बाइबल पाठ: रोमियों 8:28-39
Romans 8:28 और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उस की इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं।
Romans 8:29 क्योंकि जिन्हें उसने पहिले से जान लिया है उन्हें पहिले से ठहराया भी है कि उसके पुत्र के स्वरूप में हों ताकि वह बहुत भाइयों में पहिलौठा ठहरे।
Romans 8:30 फिर जिन्हें उसने पहिले से ठहराया, उन्हें बुलाया भी, और जिन्हें बुलाया, उन्हें धर्मी भी ठहराया है, और जिन्हें धर्मी ठहराया, उन्हें महिमा भी दी है।
Romans 8:31 सो हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है?
Romans 8:32 जिसने अपने निज पुत्र को भी न रख छोड़ा, परन्तु उसे हम सब के लिये दे दिया: वह उसके साथ हमें और सब कुछ क्योंकर न देगा?
Romans 8:33 परमेश्वर के चुने हुओं पर दोष कौन लगाएगा? परमेश्वर वह है जो उन को धर्मी ठहराने वाला है।
Romans 8:34 फिर कौन है जो दण्ड की आज्ञा देगा? मसीह वह है जो मर गया वरन मुर्दों में से जी भी उठा, और परमेश्वर की दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है।
Romans 8:35 कौन हम को मसीह के प्रेम से अलग करेगा? क्या क्लेश, या संकट, या उपद्रव, या अकाल, या नंगाई, या जोखिम, या तलवार?
Romans 8:36 जैसा लिखा है, कि तेरे लिये हम दिन भर घात किए जाते हैं; हम वध होने वाली भेंडों के समान गिने गए हैं।
Romans 8:37 परन्तु इन सब बातों में हम उसके द्वारा जिसने हम से प्रेम किया है, जयवन्त से भी बढ़कर हैं।
Romans 8:38 क्योंकि मैं निश्चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ, न ऊंचाई,
Romans 8:39 न गहिराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी।


एक साल में बाइबल: 
  • न्यायियों 9-10
  • लूका 5:17-39



गुरुवार, 29 मार्च 2018

कुचला हुआ



   यदि आप गलील की झील के किनारे बसे हुए कफरनहूम शहर जाएँ तो वहाँ आपको नुमाइश के लिए रखे गए, जैतून को दबा कर तेल निकालने वाले प्राचीन कोल्हू देखने को मिलेंगे। ये कोल्हू वहाँ के पत्थर से बने हैं, इनके दो भाग होते हैं: एक आधार और दूसरा एक पहिया या चाक। आधार चौड़ा, गोलाकार होता है और उसमें चाक के चलने के लिए एक नांद बनी होती है। जैतून के बीजों को इस नांद में डालकर उनके ऊपर पत्थर की वह भारी चाक घुमाई जाती थी, जिससे कुचल कर जैतून के बीजों से तेल बाहर आ जाता था।

   अपने मारे जाने से पूर्व की रात को प्रभु यीशु जैतून के पहाड़ पर गए, जहाँ से यरुशलेम शहर दिखाई देता था, और वहाँ गतसमानी के बाग़ में, उन्होंने टूट कर परमेश्वर पिता से प्रार्थना की, यह जानते हुए कि उनके आगे क्या अनुभव रखा है।

   गतसमनी शब्द का अर्थ है “जैतून का कोल्हू” – और यह प्रभु यीशु मसीह के हमारे उद्धार के लिए दिए गए बलिदान के उस आरंभिक समय को भली-भांति दिखाता है – कैसे वह हमारे लिए कुचला गया। उस बाग़ में “वह अत्यन्‍त संकट में व्याकुल हो कर और भी हृदय वेदना से प्रार्थना करने लगा; और उसका पसीना मानो लोहू की बड़ी बड़ी बून्‍दों के समान भूमि पर गिर रहा था” (लूका 22:44)।

   प्रभु यीशु ने सारे सँसार के सभी लोगों के पापों के लिए लिए यातनाएं सहीं और बलिदान हुए (यूहन्ना 1:29), जिससे परमेश्वर पिता के साथ हमारा समबन्ध पुनःस्थापित हो जाए “निश्चय उसने हमारे रोगों को सह लिया और हमारे ही दु:खों को उठा लिया; तौभी हम ने उसे परमेश्वर का मारा-कूटा और दुर्दशा में पड़ा हुआ समझा। परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं” (यशायाह 53:4-5)।

   हमारे लिए अपनी आप को कुचले जाने के लिए दे देने वाले उस जगत के उद्धारकर्ता के प्रति हमारे मन आराधना और कृतज्ञता से भरे हुए हैं। - बिल क्राउडर


मेरे पाप सब मिट गए, अब मैं स्वतंत्र हूँ – 
यह सब केवल इसलिए क्योंकि यीशु मेरे बदले घायल हुए। - डब्ल्यू. जी. ओवेंस

दूसरे दिन उसने यीशु को अपनी ओर आते देखकर कहा, देखो, यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो जगत के पाप उठा ले जाता है। - यूहन्ना 1:29

बाइबल पाठ: मरकुस 14:32-39
Mark 14:32 फिर वे गतसमने नाम एक जगह में आए, और उसने अपने चेलों से कहा, यहां बैठे रहो, जब तक मैं प्रार्थना करूं।
Mark 14:33 और वह पतरस और याकूब और यूहन्ना को अपने साथ ले गया: और बहुत ही अधीर, और व्याकुल होने लगा।
Mark 14:34 और उन से कहा; मेरा मन बहुत उदास है, यहां तक कि मैं मरने पर हूं: तुम यहां ठहरो, और जागते रहो।
Mark 14:35 और वह थोड़ा आगे बढ़ा, और भूमि पर गिरकर प्रार्थना करने लगा, कि यदि हो सके तो यह घड़ी मुझ पर से टल जाए।
Mark 14:36 और कहा, हे अब्‍बा, हे पिता, तुझ से सब कुछ हो सकता है; इस कटोरे को मेरे पास से हटा ले: तौभी जैसा मैं चाहता हूं वैसा नहीं, पर जो तू चाहता है वही हो।
Mark 14:37 फिर वह आया, और उन्हें सोते पाकर पतरस से कहा; हे शमौन तू सो रहा है? क्या तू एक घड़ी भी न जाग सका?
Mark 14:38 जागते और प्रार्थना करते रहो कि तुम परीक्षा में न पड़ो: आत्मा तो तैयार है, पर शरीर दुर्बल है।
Mark 14:39 और वह फिर चला गया, और वही बात कहकर प्रार्थना की।


एक साल में बाइबल: 
  • न्यायियों 7-8
  • लूका 5:1-16



बुधवार, 28 मार्च 2018

बुद्धिमत्ता



   मैं ओकलाहोमा में बड़ा हुआ, जहाँ बसंत से लेकर ग्रीष्मकाल के अन्त तक मौसम अकसर ख़राब रहता है। मुझे याद है एक संध्या, आकाश में काले बादल घिर आए थे और टी.वी. पर मौसम की सूचना देने वाले ने बताया कि एक चक्रवादी तूफ़ान आने वाला है, और बिजली चली गई। तुरंत ही मेरे माता-पिता, मेरी बहन और मैं घर के पीछे बने तूफान से बचने के कक्ष में जाकर छिप गए, जब तक वह तूफान गुज़र नहीं गया।

   आज ऐसे चक्रवादी तूफानों का पीछा करना कई लोगों के लिए शौक की बात हो गया है, और औरों के लिए लाभकारी व्यवसाय। उनका उद्देश्य रहता है कि बिना हानि उठाए चक्रवादी तूफ़ान के अधिक से अधिक निकट पहुँचा जाए। इन तूफानों का पीछा करने वालों में से कई तो कुशलता से तूफ़ान का पूर्वानुमान लगाने वाले होते हैं और उनके पास तूफ़ान के विषय सही और अच्छी जानकारी भी होती है, परन्तु मैं तो किसी तूफ़ान की पीछे जाने का ख़तरा उठाने वाला नहीं हूँ।

   किन्तु मेरे जीवन के नैतिक और आत्मिक क्षेत्रों में मैं कभी-कभी खतरनाक बातों के पीछे, जिनके विषय परमेश्वर अपने प्रेम में होकर मुझे जाने से मना करता है, यह सोचते हुए कि मुझे कोई हानि नहीं होगी, जाने का मूर्ख्तापूर्ण निर्णय लेने के लिए आकर्षित हो सकता हूँ। परन्तु बुद्धिमत्ता की बात होगी, ऐसे में परमेश्वर के वचन बाइबल में से नीतिवचन की पुस्तक को पढ़ना, क्योंकि इस पुस्तक में, जीवन की हानिकारक परिस्थितियों और शैतान के फन्दों से बच कर रहने की अनेकों सकारात्मक विधियाँ एवँ शिक्षाएँ दी हुई हैं।

   इस पुस्तक के अधिकांश वचनों के लेखक सुलेमान ने लिखा, “तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा” (नीतिवचन 3:5-6)।

   हमारा प्रभु जीवन जीने के रोमांच का स्वामी है। उसकी बुद्धिमत्ता का पीछा करना हमें जीवन की भरपूरी की ओर ले जाता है। - डेविड मैक्कैस्लैंड


प्रत्येक प्रलोभन और परिक्षा परमेश्वर पर भरोसा रखने का एक अवसर होता है।

तेरी बातों के खुलने से प्रकाश होता है; उस से भोले लोग समझ प्राप्त करते हैं। - भजन  119:130

बाइबल पाठ: नीतिवचन 3:1-18
Proverbs 3:1 हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना;
Proverbs 3:2 क्योंकि ऐसा करने से तेरी आयु बढ़ेगी, और तू अधिक कुशल से रहेगा।
Proverbs 3:3 कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएं; वरन उन को अपने गले का हार बनाना, और अपनी हृदय रूपी पटिया पर लिखना।
Proverbs 3:4 और तू परमेश्वर और मनुष्य दोनों का अनुग्रह पाएगा, तू अति बुद्धिमान होगा।
Proverbs 3:5 तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना।
Proverbs 3:6 उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा।
Proverbs 3:7 अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना।
Proverbs 3:8 ऐसा करने से तेरा शरीर भला चंगा, और तेरी हड्डियां पुष्ट रहेंगी।
Proverbs 3:9 अपनी संपत्ति के द्वारा और अपनी भूमि की पहिली उपज दे देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना;
Proverbs 3:10 इस प्रकार तेरे खत्ते भरे और पूरे रहेंगे, और तेरे रसकुण्डों से नया दाखमधु उमण्डता रहेगा।
Proverbs 3:11 हे मेरे पुत्र, यहोवा की शिक्षा से मुंह न मोड़ना, और जब वह तुझे डांटे, तब तू बुरा न मानना,
Proverbs 3:12 क्योंकि यहोवा जिस से प्रेम रखता है उसको डांटता है, जैसे कि बाप उस बेटे को जिसे वह अधिक चाहता है।
Proverbs 3:13 क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए, और वह मनुष्य जो समझ प्राप्त करे,
Proverbs 3:14 क्योंकि बुद्धि की प्राप्ति चान्दी की प्राप्ति से बड़ी, और उसका लाभ चोखे सोने के लाभ से भी उत्तम है।
Proverbs 3:15 वह मूंगे से अधिक अनमोल है, और जितनी वस्तुओं की तू लालसा करता है, उन में से कोई भी उसके तुल्य न ठहरेगी।
Proverbs 3:16 उसके दाहिने हाथ में दीर्घायु, और उसके बाएं हाथ में धन और महिमा है।
Proverbs 3:17 उसके मार्ग मनभाऊ हैं, और उसके सब मार्ग कुशल के हैं।
Proverbs 3:18 जो बुद्धि को ग्रहण कर लेते हैं, उनके लिये वह जीवन का वृक्ष बनती है; और जो उसको पकड़े रहते हैं, वह धन्य हैं।


एक साल में बाइबल: 
  • न्यायियों 4-6
  • लूका 4:31-44



मंगलवार, 27 मार्च 2018

महान



   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 100 एक ऐसी कलाकृति के समान है, जो हमें हमारे अदृश्य परमेश्वर का उत्सव मनाने में सहायता करती है। यद्यपि हमारी आराधना का विषय, परमेश्वर, हमारी दृष्टि से ओझल है, परन्तु वह उसके लोगों के द्वारा जाना जाता है।

   उस कलाकार की कलपना कीजिए, वह इस भजन के शब्दों को, कूची और रंगों की पटिका द्वारा चित्र बनाने के पटल पर उतार रहा है। जो हमारे समक्ष उभर कर आता है वह सँसार है – “सारी पृथ्वी के लोगों” यहोवा के लिए आनन्द से जयजयकार करो (पद 1); क्योंकि हमारे परमेश्वर का आनन्द हमें मृत्यु से बचा लेने में है। प्रभु यीशु ने, “उस आनन्द के लिए जो उसके आगे धरा था” क्रूस को सह लिया (इब्रानियों 12:2)।

   जैसे-जैसे हमारी आँखें उस चित्र-पटल पर एक से दूसरी ओर चलती हैं, हम सारे सँसार के अनगिनत लोगों की संगीत मण्डली को “आनन्द से” और “जयजयकार” के साथ परमेश्वर की स्तुति के गीत गाते हुए देखते हैं (भजन 100:2)। हमारे स्वर्गीय पिता का हृदय आनन्दित होता है जब उसके लोग, जो वह है और जो उसने किया है, उसके लिए उसकी आराधना करते हैं।

   फिर हम वहाँ हम जो उसके लोग हैं, अपने चित्र को देखते हैं, अपने सृष्टिकर्ता के हाथों के द्वारा मिट्टी से बनाए हुए, और भेड़ों के समान हरी-हरी चराइयों में ले जाए गए (पद 3); वह हमारा ध्यान रखने और पालन-पोषण करने वाला प्रेमी चरवाहा है।

   अन्ततः हम परमेश्वर के महान और महिमामय निवास-स्थान को देखते हैं – और उस फाटक को जिसमें होकर उसके छुड़ाए हुए लोग उसकी उपस्थिति में आने के लिए धन्यवाद और स्तुति करते हुए प्रवेश करेंगे (पद 4)।

   हमारे महान परमेश्वर द्वारा प्रेरित कैसा अद्भुत चित्रण है। हमारा परमेश्वर पिता भला, प्रेम करने वाला और विश्वासयोग्य परमेश्वर है। इसलिए इसमें कोई अचरज की बात नहीं कि उसकी महानता का आनन्द मनाने के लिए हमें अनन्त काल लगेगा। - डेव ब्रैनन


परमेश्वर को जानने से अधिक अद्भुत और कुछ नहीं है।

और उस में पाया जाऊं; न कि अपनी उस धामिर्कता के साथ, जो व्यवस्था से है, वरन उस धामिर्कता के साथ जो मसीह पर विश्वास करने के कारण है, और परमेश्वर की ओर से विश्वास करने पर मिलती है। और मैं उसको और उसके मृत्युंजय की सामर्थ को, और उसके साथ दुखों में सहभागी हाने के मर्म को जानूँ, और उस की मृत्यु की समानता को प्राप्त करूं। - फिलिप्पियों 3:9-10

बाइबल पाठ: भजन 100
Psalms 100:1 हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो!
Psalms 100:2 आनन्द से यहोवा की आराधना करो! जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ!
Psalms 100:3 निश्चय जानो, कि यहोवा ही परमेश्वर है। उसी ने हम को बनाया, और हम उसी के हैं; हम उसकी प्रजा, और उसकी चराई की भेड़ें हैं।
Psalms 100:4 उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!
Psalms 100:5 क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।


एक साल में बाइबल: 
  • न्यायियों 1-3
  • लूका 4:1-30



सोमवार, 26 मार्च 2018

पीछे



   वज़न कम करने और स्वस्थ जीवन जीने की इच्छा रखने वालों के लिए स्वास्थ्य कल्ब अनेकों कार्यक्रम बनाते हैं। एक स्वास्थ्य क्लब केवल उन्हें प्रवेश देता है जो कम से कम 50 पाउंड वज़न कम करना चाहते हैं और स्वास्थ्य जीवनशैली अपनाना चाहते हैं। एक स्वास्थ्य क्लब की सदस्या ने बताया कि उसने अपने पिछले स्वास्थ्य क्लब को इसलिए छोड़ दिया क्योंकि उसे लगा के वहाँ के सुडौल और छरहरे लोग उसकी बेडौल देह को घूरते थे और टिप्पणी करते थे। अब वह एक सकारात्मक तथा स्वागत्पूर्ण वातावरण में सप्ताह में 5 दिन व्यायाम करती है।

   दो हज़ार वर्ष पहले प्रभु यीशु इस पृथ्वी पर आत्मिक रीति से अस्वस्थ्य लोगों को अपना अनुसरण करने के लिए बुलाने आए थे। लेवी भी ऐसा ही एक व्यक्ति था। प्रभु यीशु ने उसे अपने चुंगी लेने के स्थान पर बैठे हुए देखा और उससे कहा, “मेरे पीछे हो ले” (मरकुस 2:14)। प्रभु के शब्दों ने लेवी को प्रभावित किया, और वह प्रभु यीशु के पीछे हो लिया। चुंगी लेने वाले अकसर लालची और बेईमान होते थे, और उन्हें धार्मिक रीति से अपवित्र माना जाता था। जब धार्मिक अगुवों ने प्रभु यीशु को लेवी के घर अन्य चुंगी लेने वालों के साथ बैठकर भोजन करते हुए देखा, तो उन्होंने प्रश्न किया, “...वह तो चुंगी लेने वालों और पापियों के साथ खाता पीता है” (2:16)। प्रभु यीशु ने उत्तर दिया, “...भले चंगों को वैद्य की आवश्यकता नहीं, परन्तु बीमारों को है: मैं धर्मियों को नहीं, परन्तु पापियों को बुलाने आया हूं” (2:17)।

   प्रभु यीशु सारे सँसार के सभी पापियों को, जिनमें हम सभी सम्मिलित हैं, बचाने के लिए आए थे। वह हमसे हमारी पाप की दशा में भी प्रेम करते हैं, चाहते हैं कि हम उनकी उपस्थिति में रहें, और हम जैसे भी हैं उसी स्थिति में हमें अपने पीछे हो लेना का खुला निमंत्रण देते हैं। जब हम उनके पीछे हो लेते हैं, उनके मार्गों में उनके साथ चलते हैं, तो हम आत्मिक अस्वस्थता से निकल कर आत्मिक स्वास्थ्य में आते तथा बढ़ते जाते हैं। - मारविन विलियम्स


प्रभु यीशु की बाहें हमारे स्वागत के लिए सदा खुली रहती हैं।

क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16

बाइबल पाठ: मरकुस 2:13-17
Mark 2:13 वह फिर निकलकर झील के किनारे गया, और सारी भीड़ उसके पास आई, और वह उन्हें उपदेश देने लगा।
Mark 2:14 जाते हुए उसने हलफई के पुत्र लेवी को चुंगी की चौकी पर बैठे देखा, और उस से कहा; मेरे पीछे हो ले।
Mark 2:15 और वह उठ कर, उसके पीछे हो लिया: और वह उसके घर में भोजन करने बैठा, और बहुत से चुंगी लेने वाले और पापी यीशु और उसके चेलों के साथ भोजन करने बैठे; क्योंकि वे बहुत से थे, और उसके पीछे हो लिये थे।
Mark 2:16 और शास्‍त्रियों और फरीसियों ने यह देखकर, कि वह तो पापियों और चुंगी लेने वालों के साथ भोजन कर रहा है, उसके चेलों से कहा; वह तो चुंगी लेने वालों और पापियों के साथ खाता पीता है!!
Mark 2:17 यीशु ने यह सुनकर, उन से कहा, भले चंगों को वैद्य की आवश्यकता नहीं, परन्तु बीमारों को है: मैं धर्मियों को नहीं, परन्तु पापियों को बुलाने आया हूं।


एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 22-24
  • लूका 3



रविवार, 25 मार्च 2018

आज्ञाकारी



   प्रभु यीशु ने फोटोग्राफी और वीडियो बनाने के आविष्कार होने से पहले जन्म क्यों लिया? यदि सब उसे देखने पाते तो क्या उसकी पहुँच और व्यापक नहीं होती? आखिरकार, एक तस्वीर हज़ार शब्दों से अधिक मूल्यवान होती है।

   लेकिन रवि ज़कर्यास कहते हैं, “नहीं”; और प्रमाण के रूप में वे कवि रिचर्ड क्रैशौ की प्रसिद्ध पंक्ति, “जल ने अपने स्वामी को देखा और शर्मा गया” को उध्दृत करते हैं। इस एक पंक्ति में क्रैशौ ने प्रभु यीशु के पहले आश्चर्यकर्म (यूहन्ना 2:1-11) के सार को समेट लिया है – सृष्टि भी प्रभु यीशु को सृष्टिकर्ता मानती है। कोई मात्र बढ़ई जल को दाखरस में परिवर्तित नहीं कर सकता था।

   एक अन्य समय पर, जब मसीह यीशु ने तूफ़ान को “शान्त रह, थम जा” कह कर शान्त कर दिया तो उसके शिष्य स्तब्ध होकर पूछने लगे, “यह कौन है कि आँधी और पानी भी उसकी आज्ञा मानते हैं?” (मरकुस 4:39, 41)। एक और बार, प्रभु यीशु ने फरीसियों से कहा कि यदि एकत्रित लोग उसकी आराधना करने के लिए मुँह नहीं खोलेंगे, तो “पत्थर चिल्ला उठेंगे” (लूका 19:40); पत्थर भी जानते हैं कि वह कौन है।

   यूहन्ना हमें प्रभु यीशु के विषय में बताता है : “और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण हो कर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा” (यूहन्ना 1:14)। प्रभु के अपने प्रत्यक्षदर्शी अनुभव के आधार पर यूहन्ना ने यह भी लिखा, “उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हम ने सुना, और जिसे अपनी आंखों से देखा, वरन जिसे हम ने ध्यान से देखा; और हाथों से छूआ” (1 यूहन्ना 1:1)। यूहन्ना के समान, औरों का प्रभु यीशु से परिचय करवाने के लिए, जिसकी आज्ञाकारिता आँधी, जल और सृष्टि भी करते हैं, हम भी अपने शब्दों को प्रयोग कर सकते हैं। - टिम गुस्ताफ्सन


लिखित वचन, जीवित वचन को प्रगट करता है।

वह [प्रभु यीशु] तो अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप और सारी सृष्‍टि में पहिलौठा है। क्योंकि उसी में सारी वस्‍तुओं की सृष्‍टि हुई, स्वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्या सिंहासन, क्या प्रभुतांए, क्या प्रधानताएं, क्या अधिकार, सारी वस्तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं। - कुलुस्सियों1:15-16

बाइबल पाठ: यूहन्ना 1:1-14
John 1:1 आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था।
John 1:2 यही आदि में परमेश्वर के साथ था।
John 1:3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उस में से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई।
John 1:4 उस में जीवन था; और वह जीवन मुनष्यों की ज्योति थी।
John 1:5 और ज्योति अन्धकार में चमकती है; और अन्धकार ने उसे ग्रहण न किया।
John 1:6 एक मनुष्य परमेश्वर की ओर से आ उपस्थित हुआ जिस का नाम यूहन्ना था।
John 1:7 यह गवाही देने आया, कि ज्योति की गवाही दे, ताकि सब उसके द्वारा विश्वास लाएं।
John 1:8 वह आप तो वह ज्योति न था, परन्तु उस ज्योति की गवाही देने के लिये आया था।
John 1:9 सच्ची ज्योति जो हर एक मनुष्य को प्रकाशित करती है, जगत में आनेवाली थी।
John 1:10 वह जगत में था, और जगत उसके द्वारा उत्पन्न हुआ, और जगत ने उसे नहीं पहिचाना।
John 1:11 वह अपने घर आया और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया।
John 1:12 परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं।
John 1:13 वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं।
John 1:14 और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण हो कर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा।


एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 19-21
  • लूका 2:25-52



शनिवार, 24 मार्च 2018

सामर्थ्य


   प्राचीन बैबिलॉन के सैनिकों को कोई भी, गलती से भी, संभ्रांत कतई स्वीकार नहीं कर सकता था। वे निर्दयी, शक्तिशाली, और शातिर थे; और वे दूसरे राष्ट्रों पर ऐसे प्रहार करते थे जैसे उकाब पक्षी अपने शिकार पर करता है। न केवल वे बलवान थे, वरन घमण्डी भी थे। अपने युद्ध कौशल के वे मानो उपासक थे। वास्तव में, परमेश्वर का वचन बाइबल बताती है कि “उनका बल ही उनका देवता था” (हबक्कूक 1:11)।

   जब इस्राएलियों का मिद्यानियों का सामना करने का समय आया, तब परमेश्वर नहीं चाहता था कि बैबिलॉन के सैनिकों के समान घमण्ड इस्राएलियों में भी आए। इसलिए परमेश्वर ने इस्राएलियों के सेनानायक, गिदौन से कहा कि “तब यहोवा ने गिदोन से कहा, जो लोग तेरे संग हैं वे इतने हैं कि मैं मिद्यानियों को उनके हाथ नहीं कर सकता, नहीं तो इस्राएल यह कहकर मेरे विरुद्ध अपनी बड़ाई मारने लगे, कि हम अपने ही भुजबल के द्वारा बचे हैं” (न्यायियों 7:2)। परिणामस्वरूप, गिदोन ने इस्राएलियों से कहा कि जो भी युद्ध से भयभीत हो वह वापस लौट जाए, और बाईस-हज़ार इस्राएली घर लौट गए, और दस हज़ार रह गए। परमेश्वर इस्राएली सेना को और भी छांटता चला गया, और अन्ततः केवल 300 इस्राएली ही युद्ध करने के लिए शेष रह गए।

   इतने कम सैनिकों के शेष रह जाने का अर्थ था कि इस्राएली अपने शत्रु की सेना के सामने नाटकीय रूप से कम हो गए थे। शत्रु, “टिड्डियों के समान” (पद 12), निकट की तराई में फैले हुए थे, परन्तु इस्राएली मुट्ठी भर ही रह गए थे। परन्तु इस स्थिति के बावजूद, परमेश्वर ने गिदोन की सेना को विजयी किया।

   कभी-कभी परमेश्वर हमारे अपने संसाधनों को इतना कम हो लेने देता है कि हमारे पास केवल परमेश्वर पर भरोसा रखने के और कोई विकल्प नहीं रह जाता है। हमारी आवश्यकताएं उसकी सामर्थ्य को प्रदर्शित करती हैं; उसका आश्वासन है कि “मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूं, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं; मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूंगा” (यशायाह 41:10)।


परमेश्वर चाहता है कि हम अपनी नहीं वरन उसकी सामर्थ्य पर निर्भर रहें।

यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कुछ घटी न होगी। - भजन 23:1

बाइबल पाठ: न्यायियों 7:1-8
Judges 7:1 तब गिदोन जो यरूब्बाल भी कहलाता है और सब लोग जो उसके संग थे सवेरे उठे, और हरोद नाम सोते के पास अपने डेरे खड़े किए; और मिद्यानियों की छावनी उनकी उत्तरी ओर मोरे नाम पहाड़ी के पास तराई में पड़ी थी।
Judges 7:2 तब यहोवा ने गिदोन से कहा, जो लोग तेरे संग हैं वे इतने हैं कि मैं मिद्यानियों को उनके हाथ नहीं कर सकता, नहीं तो इस्राएल यह कहकर मेरे विरुद्ध अपनी बड़ाई मारने लगे, कि हम अपने ही भुजबल के द्वारा बचे हैं।
Judges 7:3 इसलिये तू जा कर लोगों में यह प्रचार कर के सुना दे, कि जो कोई डर के मारे थरथराता हो, वह गिलाद पहाड़ से लौटकर चला जाए। तब बाईस हजार लोग लौट गए, और केवल दस हजार रह गए।
Judges 7:4 फिर यहोवा ने गिदोन से कहा, अब भी लोग अधिक हैं; उन्हें सोते के पास नीचे ले चल, वहां मैं उन्हें तेरे लिये परखूंगा; और जिस जिसके विषय में मैं तुझ से कहूं, कि यह तेरे संग चले, वह तो तेरे संग चले; और जिस जिसके विषय मे मैं कहूं, कि यह तेरे संग न जाए, वह न जाए।
Judges 7:5 तब वह उन को सोते के पास नीचे ले गया; वहां यहोवा ने गिदोन से कहा, जितने कुत्ते की नाईं जीभ से पानी चपड़ चपड़ कर के पीएं उन को अलग रख; और वैसा ही उन्हें भी जो घुटने टेककर पीएं।
Judges 7:6 जिन्होंने मुंह में हाथ लगा चपड़ चपड़ कर के पानी पिया उनकी तो गिनती तीन सौ ठहरी; और बाकी सब लोगों ने घुटने टेककर पानी पिया।
Judges 7:7 तब यहोवा ने गिदोन से कहा, इन तीन सौ चपड़ चपड़ कर के पीने वालों के द्वारा मैं तुम को छुड़ाऊंगा, और मिद्यानियों को तेरे हाथ में कर दूंगा; और सब लोग अपने अपने स्थान को लौट जाएं।
Judges 7:8 तब उन लोगों ने हाथ में भोजन सामग्री ली और अपने अपने नरसिंगे लिये; और उसने इस्राएल के सब पुरूषों को अपने अपने डेरे की ओर भेज दिया, परन्तु उन तीन सौ पुरूषों को अपने पास रख छोड़ा; और मिद्यान की छावनी उसके नीचे तराई में पड़ी थी।


एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 16-18
  • लूका 2:1-24


शुक्रवार, 23 मार्च 2018

कहानी



   वह पुराना कमरा हाथ से कटी हुई लकड़ी से दक्ष हाथों द्वारा बनाया गया था, और किसी भी पत्रिका के प्रथम पृष्ठ की फोटो में दिखाए जाने के योग्य था। परन्तु उसका निर्माण और ढाँचा केवल आधी ही कहानी थे। कमरे के अन्दर पारिवारिक विरासत की वस्तुएँ दीवारों पर टंगी हुई थीं, जिससे वह सारा घर एक यादगार बन गया था। मेज़ पर हाथ से बुनी हुई अंडे रखने की टोकरी, बिस्किट बनाने की पुरानी तख्ती, और तेल से जलने वाली एक लालटेन रखी हुई थी। सामने के दरवाज़े पर एक पुरानी टोपी टंगी हुई थी। उस कमरे और घर के मालिक ने गर्व से कहा, “प्रत्येक वस्तु की पीछे एक कहानी है।”

   परमेश्वर के वचन बाइबल में जब परमेश्वर ने मूसा को मिलापवाला तम्बू बनाने के निर्देश दिए, तो वहाँ की प्रत्येक वस्तु के पीछे भी एक कहानी थी (निर्गमन 25-27)। उस तम्बू का केवल एक ही  प्रवेश द्वार था, जैसे कि हमारे पास परमेश्वर तक पहुँचने के लिए केवल एक ही मार्ग है (प्रेरितों 4:12)। अन्दर टंगा मोटा पर्दा लोगों को परमेश्वर की उपस्थिति के परम-पवित्र स्थान तक पहुँचने से रोकता था, जैसे हमारा पाप हमें परमेश्वर की उपस्थिति में आने से रोकता है। उस परम-पवित्र स्थान में वाचा का संदूक था, जो परमेश्वर की उपस्थिति का सूचक था। वहाँ जाकर बलिदान चढ़ाने और सेवा करने वाला महायाजक उस आने वाले महान याजक – प्रभु यीशु मसीह का अग्रदूत था। बलिदानों का लहू मसीह यीशु के उस सिद्ध बलिदान की छाया था: “...अपने ही लोहू के द्वारा एक ही बार पवित्र स्थान में प्रवेश किया, और अनन्त छुटकारा प्राप्त किया” (इब्रानियों 9:12)।

   ये सभी बातें मसीह यीशु और उसके द्वारा हमारे उद्धार के लिए किए जाने वाले कार्य की कहानी बताते हैं। मसीह यीशु ने यह सब इसलिए किया ताकि “...बुलाए हुए लोग प्रतिज्ञा के अनुसार अनन्त मीरास को प्राप्त करें” (पद 15)। आज सँसार के सभी लोगों के लिए मसीह यीशु का खुला निमंत्रण है कि वे स्वेच्छा से आएं और उसके साथ जुड़कर इस कहानी का एक भाग बना जाएँ। - टिम गुस्टफसन


प्रभु यीशु ने हमारे पापों को अपने ऊपर ले लिया जिससे हमें उद्धार मिल सके।

और किसी दूसरे के द्वारा उद्धार नहीं; क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों में और कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया, जिस के द्वारा हम उद्धार पा सकें। - प्रेरितों 4:12

बाइबल पाठ: इब्रानियों 9:11-15
Hebrews 9:11 परन्तु जब मसीह आने वाली अच्छी अच्छी वस्‍तुओं का महायाजक हो कर आया, तो उसने और भी बड़े और सिद्ध तम्बू से हो कर जो हाथ का बनाया हुआ नहीं, अर्थात इस सृष्‍टि का नहीं।
Hebrews 9:12 और बकरों और बछड़ों के लोहू के द्वारा नहीं, पर अपने ही लोहू के द्वारा एक ही बार पवित्र स्थान में प्रवेश किया, और अनन्त छुटकारा प्राप्त किया।
Hebrews 9:13 क्योंकि जब बकरों और बैलों का लोहू और कलोर की राख अपवित्र लोगों पर छिड़के जाने से शरीर की शुद्धता के लिये पवित्र करती है।
Hebrews 9:14 तो मसीह का लोहू जिसने अपने आप को सनातन आत्मा के द्वारा परमेश्वर के साम्हने निर्दोष चढ़ाया, तुम्हारे विवेक को मरे हुए कामों से क्यों न शुद्ध करेगा, ताकि तुम जीवते परमेश्वर की सेवा करो।
Hebrews 9:15 और इसी कारण वह नई वाचा का मध्यस्थ है, ताकि उस मृत्यु के द्वारा जो पहिली वाचा के समय के अपराधों से छुटकारा पाने के लिये हुई है, बुलाए हुए लोग प्रतिज्ञा के अनुसार अनन्त मीरास को प्राप्त करें।


एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 13-15
  • लूका 1:57-80