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सोमवार, 25 दिसंबर 2017

उपहार


   जब भी हम किसी को कोई नाज़ुक उपहार देते हैं, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि उसके डिब्बे पर "नाज़ुक" बड़े और प्रमुख शब्दों में लिखा हुआ रहे, क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि उस उपहार का कोई भी नुकसान हो। हम मनुष्यों के लिए परमेश्वर का विशिष्ट उपहार भी एक बहुत नाज़ुक स्वरूप में आया - एक शिशु के रूप में। हमारे लिए क्रिसमस की कल्पना पोस्टकार्ड पर छपे एक सुन्दर दृश्य के समान होती है; परन्तु कोई भी माँ हमें बता सकती है कि वास्तविकता में वैसा कदापि नहीं रहा होगा। प्रभु यीशु के जन्म के समय, मरियम एक लंबी यात्रा से थकी हुई रही होगी, और असुरक्षित भी अनुभव कर रही होगी। वह मरियम की पहली सन्तान था, और उसका जन्म बहुत अस्वच्छ परिस्थितियों में, एक गौशाला में हो रहा था। प्रभु के जन्म के पश्चात, मरियम ने उन्हें "...कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा: क्योंकि उन के लिये सराय में जगह न थी" (लूका 2:7)।

   एक शिशु को निरंतर देखभाल की आवश्यकता होती है। बच्चे रोते हैं, दूध पीते हैं, सोते हैं, परन्तु हर बात के लिए देखभाल करने वाले व्यसकों पर निर्भर रहते हैं; वे अपने निर्णय नहीं कर पाते हैं। प्रभु यीशु के जन्म के समय में जन्मोप्रांत बच्चों की मृत्यु-दर बहुत अधिक थी और बहुधा प्रसव के समय माताओं का भी देहान्त हो जाता था।

   परमेश्वर ने अपने पुत्र और संसार के उद्धारकर्ता को संसार में भेजने का ऐसा जोखिम भरा और नाज़ुक मार्ग क्यों चुना? क्योंकि हमें बचाने के लिए प्रभु यीशु को हर रीति से हमारे समान ही होना था। परमेश्वर का सर्वोत्तम उपहार एक शिशु के नाज़ुक शरीर में होकर आया, और परमेश्वर ने यह जोखिम उठाया, क्योंकि वह हमसे प्रेम करता है। हम परमेश्वर के कृतज्ञ एवं आभारी रहें उसके इस महान उपहार के लिए। - कीला ओकोआ


आप क्रिसमस की शान्ति वर्ष के सभी दिनों में अनुभव करते रहें।

परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो। - 2 कुरिन्थियों 9:15 

बाइबल पाठ: लूका 2:1-7
Luke 2:1 उन दिनों में औगूस्‍तुस कैसर की ओर से आज्ञा निकली, कि सारे जगत के लोगों के नाम लिखे जाएं। 
Luke 2:2 यह पहिली नाम लिखाई उस समय हुई, जब क्‍विरिनियुस सूरिया का हाकिम था।
Luke 2:3 और सब लोग नाम लिखवाने के लिये अपने अपने नगर को गए। 
Luke 2:4 सो यूसुफ भी इसलिये कि वह दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया। 
Luke 2:5 कि अपनी मंगेतर मरियम के साथ जो गर्भवती थी नाम लिखवाए। 
Luke 2:6 उन के वहां रहते हुए उसके जनने के दिन पूरे हुए। 
Luke 2:7 और वह अपना पहिलौठा पुत्र जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा: क्योंकि उन के लिये सराय में जगह न थी।

एक साल में बाइबल: 
  • सपन्याह 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 16