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शनिवार, 11 नवंबर 2017

संगति


   हमारा एक मित्र किसी कार्य से हमारे शहर में आ रहा था। वह बहुत व्यस्त व्यक्ति था, और हमारे शहर में उसका कार्यक्रम भी बहुत व्यस्त था; परन्तु सारे दिन के कार्य के बाद वह हमारे साथ रात्रि का भोजन करने के लिए आधे घंटे के लिए आया। हमें उसके साथ बिताए गए इस समय से आनन्द मिला, परन्तु मुझे स्मरण है कि भोजन के दौरान मैं सोच रही थी कि हमें उसके समय के कुछ बचे हुए छोटे टुकड़े ही मिले। फिर मुझे ध्यान आया कि कितनी ही बार परमेश्वर को भी मेरे समय के बचे हुए कुछ छोटे टुकड़े ही मिलते हैं - कभी-कभी तो सोने से पहले के कुछ थकान भरे मिनिट ही।

   परमेश्वर के वचन बाइबल का एक पात्र, दानिय्येल, बहुत व्यस्त व्यक्ति था; वह बाबुल के राज्य का उच्च प्रशासनिक अधिकारी था, और मुझे पूरा विश्वास है कि उसका दिन भी अनेकों कार्यों से भरा रहता होगा। परन्तु उसने परमेश्वर के साथ समय बिताने की आदत बना रखी थी - वह प्रतिदिन तीन बार प्रार्थना करने, परमेश्वर की आराधना करने और उसका धन्यवाद करने में समय बिताता था। उसकी इस दिनचर्या ने उसे परमेश्वर में दृढ़ विश्वास विकसित करने में सहायता की; ऐसा विश्वास जो किसी भी सताव में हिला नहीं (दानिय्येल 6)।

   परमेश्वर हमारे साथ एक संबंध चाहता है। प्रति प्रातः हम उसे अपने दिन में आमंत्रित कर सकते हैं, और उसकी स्तुति आराधना के साथ उससे निवेदन कर सकते हैं कि वह दिन भर, हमारी सहायता और मार्गदर्शन के लिए, हमारे साथ बना रहे। अन्य समयों पर हम एकान्त में मनन के साथ कुछ समय उसके साथ बिता सकते हैं, उससे अपने मन की बातें कह सकते हैं, हमारे प्रति बनी रहने वाली उसकी विश्वासयोग्यता पर मनन कर सकते हैं। हम परमेश्वर के साथ संगति और उसके वचन के अध्ययन तथा मनन में जितना अधिक समय बिताएंगे, हम उसकि संगति तथा समानता में उतना अधिक बढ़ेंगे।

   जब परमेश्वर के साथ बिताया गया समय हमारी प्राथमिकता होगा, हम उसकी संगति से और अधिक आनन्दित होते जाएंगे। - कीला ओकोआ


परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे - यशायाह 40:31

परन्तु मैं तो परमेश्वर को पुकारूंगा; और यहोवा मुझे बचा लेगा। सांझ को, भोर को, दोपहर को, तीनों पहर मैं दोहाई दूंगा और कराहता रहूंगा। और वह मेरा शब्द सुन लेगा। भजन 55:16-17

बाइबल पाठ: दनिय्येल 6:10-23
Daniel 6:10 जब दानिय्येल को मालूम हुआ कि उस पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है, तब वह अपने घर में गया जिसकी उपरौठी कोठरी की खिड़कियां यरूशलेम के सामने खुली रहती थीं, और अपनी रीति के अनुसार जैसा वह दिन में तीन बार अपने परमेश्वर के साम्हने घुटने टेक कर प्रार्थना और धन्यवाद करता था, वैसा ही तब भी करता रहा। 
Daniel 6:11 तब उन पुरूषों ने उतावली से आकर दानिय्येल को अपने परमेश्वर के सामने बिनती करते और गिड़गिड़ाते हुए पाया। 
Daniel 6:12 सो वे राजा के पास जा कर, उसकी राजआज्ञा के विषय में उस से कहने लगे, हे राजा, क्या तू ने ऐसे आज्ञापत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया कि तीस दिन तक जो कोई तुझे छोड़ किसी मनुष्य वा देवता से बिनती करेगा, वह सिंहों की मान्द में डाल दिया जाएगा? राजा ने उत्तर दिया, हां, मादियों और फारसियों की अटल व्यवस्था के अनुसार यह बात स्थिर है। 
Daniel 6:13 तब उन्होंने राजा से कहा, यहूदी बंधुओं में से जो दानिय्येल है, उसने, हे राजा, न तो तेरी ओर कुछ ध्यान दिया, और न तेरे हस्ताक्षर किए हुए आज्ञापत्र की ओर; वह दिन में तीन बार बिनती किया करता है।
Daniel 6:14 यह वचन सुनकर, राजा बहुत उदास हुआ, और दानिय्येल को बचाने के उपाय सोचने लगा; और सूर्य के अस्त होने तक उसके बचाने का यत्न करता रहा। 
Daniel 6:15 तब वे पुरूष राजा के पास उतावली से आकर कहने लगे, हे राजा, यह जान रख, कि मादियों और फारसियों में यह व्यवस्था है कि जो जो मनाही वा आज्ञा राजा ठहराए, वह नहीं बदल सकती।
Daniel 6:16 तब राजा ने आज्ञा दी, और दानिय्येल लाकर सिंहों की मान्द में डाल दिया गया। उस समय राजा ने दानिय्येल से कहा, तेरा परमेश्वर जिसकी तू नित्य उपासना करता है, वही तुझे बचाए! 
Daniel 6:17 तब एक पत्थर लाकर उस गड़हे के मुंह पर रखा गया, और राजा ने उस पर अपनी अंगूठी से, और अपने प्रधानों की अंगूठियों से मुहर लगा दी कि दानिय्येल के विषय में कुछ बदलने ने पाए। 
Daniel 6:18 तब राजा अपने महल में चला गया, और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा; और उसके पास सुख विलास की कोई वस्तु नहीं पहुंचाई गई, और उसे नींद भी नहीं आई।
Daniel 6:19 भोर को पौ फटते ही राजा उठा, और सिंहों के गड़हे की ओर फुर्ती से चला गया। 
Daniel 6:20 जब राजा गड़हे के निकट आया, तब शोक भरी वाणी से चिल्लाने लगा और दानिय्येल से कहा, हे दानिय्येल, हे जीवते परमेश्वर के दास, क्या तेरा परमेश्वर जिसकी तू नित्य उपासना करता है, तुझे सिंहों से बचा सका है? 
Daniel 6:21 तब दानिय्येल ने राजा से कहा, हे राजा, तू युगयुग जीवित रहे! 
Daniel 6:22 मेरे परमेश्वर ने अपना दूत भेज कर सिंहों के मुंह को ऐसा बन्द कर रखा कि उन्होंने मेरी कुछ भी हानि नहीं की; इसका कारण यह है, कि मैं उसके साम्हने निर्दोष पाया गया; और हे राजा, तेरे सम्मुख भी मैं ने कोई भूल नहीं की। 
Daniel 6:23 तब राजा ने बहुत आनन्दित हो कर, दानिय्येल को गड़हे में से निकालने की आज्ञा दी। सो दानिय्येल गड़हे में से निकाला गया, और उस पर हानि का कोई चिन्ह न पाया गया, क्योंकि वह अपने परमेश्वर पर विश्वास रखता था।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 50
  • इब्रानियों 8