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शुक्रवार, 8 सितंबर 2017

योजनाएँ


   सेना के अफसरों के पास युध्द से संबंधित एक विस्तृत योजना उपलब्ध होती है, परन्तु प्रत्येक युध्द में जाने से पहले उन्हें अपने से उच्च अधिकारियों के पास आकर नए निर्देश लेने होते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम पाते हैं कि इस्त्राएलियों के एक अगुए को यह पाठ सीखना पड़ा। परमेश्वर के लोगों के जंगल में 40 वर्ष बिताने, तथा मूसा की मृत्यु के पश्चात परमेश्वर ने यहोशू को चुना कि वह इस्त्राएलियों का नेतृत्व करे और उन्हें कनान देश में ले जाकर बसाए। परमेश्वर ने उसे आश्वस्त किया कि वह सदा उसके साथ बना रहेगा और इस कार्य को पूरा करने में उसका सहायक होगा।

   कनान में प्रवेश करने पर जिस पहले गढ़ का उन्होंने सामना किया, वह यरीहो था। युध्द से पहले यहोशू ने "यहोवा की सेना के प्रधान" (संभ्वतः प्रभु यीशु मसीह) को अपने सामने हाथ में नंगी तलवार लिए हुए देखा। उसे देखकर यहोशू ने मूँह के बल गिरकर उसे दण्डवत की। अर्थात यहोशू ने परमेश्वर कि महानता और अपनी नगण्य़ता को पहचाना; और "तब यहोशू ने पृथ्वी पर मुंह के बल गिरकर दण्डवत किया, और उस से कहा, अपने दास के लिये मेरे प्रभु की क्या आज्ञा है?" (यहोशू 5:14)। जो निर्देश प्रभु ने उसे दिए उनके पालन के द्वारा यहोशू ने यरीहो पर विजय पाई।

   इसके कुछ समय के बाद, एक अन्य परिस्थिति में यहोशू और उसके लोगों ने परमेश्वर से परामर्श नहीं लिया (यहोशू 9:14)। परिणामस्वरूप वे धोखे में पड़ गए और गिबयोनियों के साथ एक शांति-समझौता कर बैठे, जिससे परमेश्वर अप्रसन्न हुआ (पद 3-26)। आज जीवन की परिस्थितियों का सफलता से सामना करने के लिए हम अपने प्रभु परमेश्वर निर्भर हैं। उसकी लालसा है कि हम उससे पूछ कर, उसके मार्गदर्शन के अनुसार अपने कार्यों और ज़िम्मेदारियों को पूरा करें। प्रभु परमेश्वर द्वारा हमारे लिए बनाई गई सभी योजनाएँ हमारी भलाई ही के लिए हैं। जब हम नम्रता और समर्पण के साथ उन योजनाओं को जानते और मानते हैं, वह सर्वदा हमारा भला ही करता है। - कीला ओकोआ


जो अपने आप को दीन और नम्र कर के परमेश्वर की इच्छा को खोजते हैं
 वे जीवन की प्रत्येक परिस्थिति में सदा जयवंत और सफल रहते हैं।

भला होता कि उनका मन सदैव ऐसा ही बना रहे, कि वे मेरा भय मानते हुए मेरी सब आज्ञाओं पर चलते रहें, जिस से उनकी और उनके वंश की सदैव भलाई होती रहे! - व्यवस्थाविवरण 5:29

बाइबल पाठ: यहोशू 5:13-6:2
Joshua 5:13 जब यहोशू यरीहो के पास था तब उसने अपनी आंखें उठाई, और क्या देखा, कि हाथ में नंगी तलवार लिये हुए एक पुरूष साम्हने खड़ा है; और यहोशू ने उसके पास जा कर पूछा, क्या तू हमारी ओर का है, वा हमारे बैरियों की ओर का? 
Joshua 5:14 उसने उत्तर दिया, कि नहीं; मैं यहोवा की सेना का प्रधान हो कर अभी आया हूं। तब यहोशू ने पृथ्वी पर मुंह के बल गिरकर दण्डवत किया, और उस से कहा, अपने दास के लिये मेरे प्रभु की क्या आज्ञा है? 
Joshua 5:15 यहोवा की सेना के प्रधान ने यहोशू से कहा, अपनी जूती पांव से उतार डाल, क्योंकि जिस स्थान पर तू खड़ा है वह पवित्र है। तब यहोशू ने वैसा ही किया।
Joshua 6:1 और यरीहो के सब फाटक इस्राएलियों के डर के मारे लगातार बन्द रहे, और कोई बाहर भीतर आने जाने नहीं पाता था। 
Joshua 6:2 फिर यहोवा ने यहोशू से कहा, सुन, मैं यरीहो को उसके राजा और शूरवीरों समेत तेरे वश में कर देता हूं।

एक साल में बाइबल: 

  • नीतिवचन 3-5
  • 2 कुरिन्थियों 1