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शनिवार, 13 मई 2017

धन


   संसार भर में 100 से भी अधिक देशों में सरकारों द्वारा संचालित लॉट्रियाँ पाई जाती हैं। हाल के वर्षों में, केवल अमेरिका और कैनाडा में ही लॉट्री टिकिटों की बिक्री 85 बिलियन डॉलर की हो चुकी थी, जो संसार भर में होने वाली बिक्री का एक भाग मात्र है। बहुत बड़ी रकम जीतने की संभावना के लालच ने लोगों में यह मानसिकता ला दी है कि यदि मैं लॉट्री जीत जाऊँगा तो मेरे जीवन की सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

   अपने आप में धन में कोई बुराई नहीं है, परन्तु धन का लोभ हमें इस भ्रम में डाल देता है कि हमारी सभी आवश्यकताओं, सभी समस्याओं का उत्तर धन में है। परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने इससे पृथक दृष्टिकोण जताते हुए कहा, "मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं। मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा। मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा" (भजन 119:14-16)। आत्मिक धन का यह विचार परमेश्वर के प्रति आज्ञाकारिता और उसके मार्गों पर चलने पर केन्द्रित है (पद 35)।

   कैसा हो यदि हम किसी लॉट्री की भारी-भरकम रकम जीतने के स्थान पर परमेश्वर के वचन को जानने और मानने के प्रति उत्साहित रहें, उस पर ध्यान केंद्रित करें। तब हम भी भजनकार के साथ परमेश्वर से कह सकेंगे, "मेरे मन को लोभ की ओर नहीं, अपनी चितौनियों ही की ओर फेर दे। मेरी आंखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे; तू अपने मार्ग में मुझे जिला" (पद 36-37)।

   परमेश्वर के वचन की आज्ञाकारिता का धन - एक मात्र सच्चा अक्षय धन - उन सभी के लिए सदा उपलब्ध है जो प्रभु यीशु के अनुयायी बन गए हैं, उसके वचन से प्रेम करते हैं, उसका अध्ययन करते हैं और उससे अपने जीवन का मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं। - डेविड मैक्कैसलैंड


परमेश्वर को जानना और उसके वचन को मानना ही सफलता की कुंजी है।

पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फंसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र में डूबा देती हैं। क्योंकि रूपये का लोभ सब प्रकार की बुराइयों की जड़ है, जिसे प्राप्त करने का प्रयत्न करते हुए कितनों ने विश्वास से भटक कर अपने आप को नाना प्रकार के दुखों से छलनी बना लिया है। - 1 तिमुथियुस 6:9-10

बाइबल पाठ: भजन 119:33-40
Psalms 119:33 हे यहोवा, मुझे अपनी विधियों का मार्ग दिखा दे; तब मैं उसे अन्त तक पकड़े रहूंगा। 
Psalms 119:34 मुझे समझ दे, तब मैं तेरी व्यवस्था को पकड़े रहूंगा और पूर्ण मन से उस पर चलूंगा। 
Psalms 119:35 अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूं। 
Psalms 119:36 मेरे मन को लोभ की ओर नहीं, अपनी चितौनियों ही की ओर फेर दे। 
Psalms 119:37 मेरी आंखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे; तू अपने मार्ग में मुझे जिला। 
Psalms 119:38 तेरा वचन जो तेरे भय मानने वालों के लिये है, उसको अपने दास के निमित्त भी पूरा कर। 
Psalms 119:39 जिस नामधराई से मैं डरता हूं, उसे दूर कर; क्योंकि तेरे नियम उत्तम हैं। 
Psalms 119:40 देख, मैं तेरे उपदेशों का अभिलाषी हूं; अपने धर्म के कारण मुझ को जिला।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजा 17-18
  • यूहन्ना 3:19-36