ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 7 अप्रैल 2017

बुनियाद


   प्रशांत महासागर के किनारों के क्षेत्र में, जिसे "Ring of Fire" या "आग का घेरा" भी कहा जाता है, भूकंप बहुत आते हैं। सारे विश्व के 90% भूकंप और सारे विश्व में आए सबसे बड़े भूकंपों में से 81% इसी क्षेत्र में आए हैं। मुझे मालूम हुआ कि हौंग-कौंग शहर की अनेकों अनेकों इमारतें ग्रैनाइट पर बनाई गई हैं, जिससे भूकंप आने पर हानि बहुत कम हो। विश्व के भूकंप संभावित क्षेत्रों में बनाई गई इमारतों की बुनियाद बहुत महत्वपूर्ण होती है।

   प्रभु यीशु मसीह ने अपने अनुयायियों को सिखाया कि परमेश्वर को भाने वाले भले जीवनों के निर्माण के लिए भी सही बुनियाद का होना अनिवार्य है। परमेश्वर के वचन बाइबल में मत्ती रचित सुसमाचार में प्रभु यीशु ने कहा, "इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिसने अपना घर चट्टान पर बनाया। और मेंह बरसा और बाढ़ें आईं, और आन्‍धियां चलीं, और उस घर पर टक्करें लगीं, परन्तु वह नहीं गिरा, क्योंकि उस की नेव चट्टान पर डाली गई थी" (मत्ती 7:24-25)। प्रभु यीशु मसीह और उसकी शिक्षाओं पर बनाया गया जीवन ही अब तथा भविष्य की हर परिस्थिति तथा परीक्षा में हमें स्थिरता, उन्नति और आशीष प्रदान करेगा।

   जब हम प्रभु की बुद्धिमता को अपने संबंधों, निर्णयों, और प्राथमिकताओं में हमें सही मार्गदर्शन प्रदान करने देते हैं, तो हम पाते हैं कि उससे हमें जीवन के निर्माण, स्थिरता तथा उन्नति के लिए सर्वोत्तम बुनियाद मिलती है। - बिल क्राउडर


प्रभु यीशु मसीह ही वह सर्वोत्तम बुनियाद है 
जिस पर मज़बूत जीवन का निर्माण किया जा सकता है।

इसलिये तुम अब विदेशी और मुसाफिर नहीं रहे, परन्तु पवित्र लोगों के संगी स्‍वदेशी और परमेश्वर के घराने के हो गए। और प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नेव पर जिसके कोने का पत्थर मसीह यीशु आप ही है, बनाए गए हो। जिस में सारी रचना एक साथ मिलकर प्रभु में एक पवित्र मन्दिर बनती जाती है। जिस में तुम भी आत्मा के द्वारा परमेश्वर का निवास स्थान होने के लिये एक साथ बनाए जाते हो। इफिसियों 2:19-22

बाइबल पाठ: मत्ती 7:21-29
Matthew 7:21 जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्‍वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है। 
Matthew 7:22 उस दिन बहुतेरे मुझ से कहेंगे; हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हम ने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए? 
Matthew 7:23 तब मैं उन से खुलकर कह दूंगा कि मैं ने तुम को कभी नहीं जाना, हे कुकर्म करने वालों, मेरे पास से चले जाओ। 
Matthew 7:24 इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिसने अपना घर चट्टान पर बनाया। 
Matthew 7:25 और मेंह बरसा और बाढ़ें आईं, और आन्‍धियां चलीं, और उस घर पर टक्करें लगीं, परन्तु वह नहीं गिरा, क्योंकि उस की नेव चट्टान पर डाली गई थी। 
Matthew 7:26 परन्तु जो कोई मेरी ये बातें सुनता है और उन पर नहीं चलता वह उस निर्बुद्धि मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिसने अपना घर बालू पर बनाया। 
Matthew 7:27 और मेंह बरसा, और बाढ़ें आईं, और आन्‍धियां चलीं, और उस घर पर टक्करें लगीं और वह गिरकर सत्यानाश हो गया।
Matthew 7:28 जब यीशु ये बातें कह चुका, तो ऐसा हुआ कि भीड़ उसके उपदेश से चकित हुई। 
Matthew 7:29 क्योंकि वह उन के शास्‍त्रियों के समान नहीं परन्तु अधिकारी की नाईं उन्हें उपदेश देता था। 

एक साल में बाइबल: 
  • 1 शमूएल 7-9
  • लूका 9:18-36