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रविवार, 4 दिसंबर 2016

नाम


   एक स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने शैक्षिक वर्ष के आरंभ में प्रण लिया कि अपने स्कूल के सभी 600 विद्यार्थियों के नाम कंटस्थ कर लेंगी। यदि किसी को उनकी इस क्षमता अथवा निश्चय पर कोई संदेह था, तो वह इस विषय पर उनके पिछले कारनामों पर दृष्टि कर सकता था। इससे पिछले वर्ष उन्होंने 700 बच्चों के नाम स्मरण किए थे, और उससे पूर्व, एक भिन्न स्कूल में 400 बच्चों के। ज़रा सोचिए उन विद्यार्थियों के लिए यह कितना अर्थपूर्ण होता होगा कि उनकी प्रधानाध्यापिका द्वारा उन्हें पहचाना और नाम से बुलाया जाता था।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में ज़क्कई की प्रभु यीशु से मुलाकात की घटना (लूका 19:1-10) में भी व्यक्तिगत पहचान का विलक्षण उदाहरण है। जब प्रभु यीशु यरीहो से होकर निकल रहे थे, ज़क्कई नाम का एक धनी महसूल लेने वाला उन्हें देखने के लिए पेड़ पर चढ़ गया; "जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है" (लूका 19:5)। प्रभु यीशु ने ना तो ज़क्कई को अनदेखा किया और ना ही कुछ ऐसा कहा, "अरे, तुम जो पेड़ पर हो"; प्रभु यीशु ने उसे उसके नाम से बुलाया। इस पल के बाद से उसका जीवन बदलना आरंभ हो गया।

   जब कभी आपको लगे कि आपको कोई नहीं जानता, ना ही किसी को आपकी परवाह है कि आप कौन हैं, तब प्रभु यीशु को स्मरण कीजिए। प्रभु यीशु हम सबको हमारे नाम से, व्यक्तिगत रीति से तथा गहराई से जानता है, और चाहता है कि हम भी उसे व्यक्तिगत रीति से तथा गहराई से जानने वाले बनें। हमारा स्वर्गीय प्रेमी पिता हमें अपने प्रेम की नज़रों से देखता है और हमारे जीवन की हर बात की सुधि रखता है, चिन्ता करता है। - डेविड मैक्कैसलैंड


प्रभु यीशु आपको व्यक्तिगत रीति से आपके नाम से जानता है 
और उसकी लालसा है कि आप भी उसे व्यक्तिगत रीति से जानने वाले बनें।

वह खेदित मन वालों को चंगा करता है, और उनके शोक पर मरहम- पट्टी बान्धता है। वह तारों को गिनता, और उन में से एक एक का नाम रखता है। हमारा प्रभु महान और अति सामर्थी है; उसकी बुद्धि अपरम्पार है। - भजन 147:3-5

बाइबल पाठ: लूका 19:1-10
Luke 19:1 वह यरीहो में प्रवेश कर के जा रहा था। 
Luke 19:2 और देखो, ज़क्कई नाम एक मनुष्य था जो चुंगी लेने वालों का सरदार और धनी था। 
Luke 19:3 वह यीशु को देखना चाहता था कि वह कौन सा है परन्तु भीड़ के कारण देख न सकता था। क्योंकि वह नाटा था। 
Luke 19:4 तब उसको देखने के लिये वह आगे दौड़कर एक गूलर के पेड़ पर चढ़ गया, क्योंकि वह उसी मार्ग से जाने वाला था। 
Luke 19:5 जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है। 
Luke 19:6 वह तुरन्त उतर कर आनन्द से उसे अपने घर को ले गया। 
Luke 19:7 यह देख कर सब लोगे कुड़कुड़ा कर कहने लगे, वह तो एक पापी मनुष्य के यहां जा उतरा है। 
Luke 19:8 ज़क्कई ने खड़े हो कर प्रभु से कहा; हे प्रभु, देख मैं अपनी आधी सम्पत्ति कंगालों को देता हूं, और यदि किसी का कुछ भी अन्याय कर के ले लिया है तो उसे चौगुना फेर देता हूं। 
Luke 19:9 तब यीशु ने उस से कहा; आज इस घर में उद्धार आया है, इसलिये कि यह भी इब्राहीम का एक पुत्र है। 
Luke 19:10 क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 47-48
  • 1 यूहन्ना 3