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शुक्रवार, 2 दिसंबर 2016

चिंता और संतुष्टि


   न्यू यॉर्क के एक कानूनी व्यवसायसंघ द्वारा करवाए गए ऑन-लाईन सर्वेक्षण से पता चला कि वॉल स्ट्रीट से कार्य करने वाले व्यवसायियों, दलालों, निवेश बैंकरों और अन्य आर्थिक सेवाओं में लगे व्यवसायियों में से 52% मानते हैं कि अपने व्यवसाय में सफल होने के लिए या तो वे गैर-कानूनी कार्यविधि में संलग्न रहें हैं अथवा यदि आवश्यक लगा तो हो जाएंगे। सर्वेक्षण का निष्कर्ष था कि आर्थिक सेवाओं से संबंधित ये अगुवे अपना नैतिक दिशासूचक खो चुके हैं और उन्होंने व्यावसायिक समुदाय में गैर कानूनी कार्यों को आवश्यक बुराई स्वीकार कर लिया है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में, जवान तिमुथियुस को मसीही विश्वास से संबंधित परामर्श देते हुए प्रेरित पौलुस ने उसे चिताया कि धन के लोभ और धनवान हो जाने के आकर्षण ने अनेकों को पथभ्रष्ट कर दिया है। उन्होंने प्रलोभनों और परीक्षाओं के सामने घुटने टेक दिए और अनेक हानिकारक और व्यर्थ लालसाओं को अपना लिया (1 तिमुथियुस 6:9)। पौलुस ने धन के लोभ को (धन को नहीं) सब प्रकार की बुराईयों की जड़ कहा है (पद 10); विशेषकर प्रभु यीशु पर निर्भर होने की बजाए धन पर निर्भर होने को।

   जैसे जैसे हम यह सीखते और पहचानते हैं कि जो कुछ भी हमारे पास है उसका स्त्रोत मसीह यीशु ही है, वैसे वैसे हम भौतिक संपत्ति में नहीं वरन प्रभु में संतुष्टि ढूँढ़ने लगेंगे। जब हम धन-संपत्ति की बजाए परमेश्वर भक्ति के खोजी बनेंगे, तो जो भी हमारे पास है उसमें ही परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य बने रहने की अभिलाषा हमारे अन्दर बढ़ने लगेगी।

   हम मसीही विश्वासियों को चाहिए कि हम अपने अन्दर परमेश्वर में संतुष्टि और उसको पूर्ण समर्पण का रवैया विकसित करें, क्योंकि हमारा प्रभु ही हमारे लिए प्रत्येक प्रावधान करने वाला है, उसे हमारी आवश्यकताओं की चिंता है। - मार्विन विलियम्स


धन से प्रेम जीवन के स्त्रोत प्रभु को नज़रन्दाज़ करवा देता है।

इसलिये परमेश्वर के बलवन्‍त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्‍ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। - 1 पतरस 5:6-7

बाइबल पाठ: 1 तिमुथियुस 6:6-10
1 Timothy 6:6 पर सन्‍तोष सहित भक्ति बड़ी कमाई है। 
1 Timothy 6:7 क्योंकि न हम जगत में कुछ लाए हैं और न कुछ ले जा सकते हैं। 
1 Timothy 6:8 और यदि हमारे पास खाने और पहिनने को हो, तो इन्‍हीं पर सन्‍तोष करना चाहिए। 
1 Timothy 6:9 पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फंसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र में डूबा देती हैं। 
1 Timothy 6:10 क्योंकि रूपये का लोभ सब प्रकार की बुराइयों की जड़ है, जिसे प्राप्त करने का प्रयत्न करते हुए कितनों ने विश्वास से भटक कर अपने आप को नाना प्रकार के दुखों से छलनी बना लिया है।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 42-44
  • 1 यूहन्ना 1