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सोमवार, 20 जून 2016

यादें


   मेरे लड़कपन के एक मित्र ने हाल ही में मुझे हमारे हाई-स्कूल के दिनों की एक फोटो ई-मेल से भेजी। वर्षों पुरानी वह सफेद और स्याह फोटो स्कूल की दौड़-स्पर्धाओं में भाग लेने वाले हम किशोरों के ग्रुप और हमारे दोनों प्रशिक्षकों की थी। उस फोटो को देखते ही मैं बीते दिनों की सुखद यादों में चला गया जब अपने उन साथियों के साथ मैं आधा-मील तथा मील भर की दौड़-स्पर्धा में भाग लिया करता था। उन दिनों को याद करना मेरे लिए आनन्दमय तो था, लेकिन साथ ही मुझे इस बात का भी ध्यान हो आया कि मैं कितनी आसानी से उन सब को भुलाकर जीवन की और बातों में आगे बढ़ गया हूँ।

   अपने जीवनों के मार्ग में जब हम आगे बढ़ते जाते हैं तो साथ ही उन स्थानों, लोगों और घटनाओं को भी भूलते चले जाते हैं जो कभी हमारे लिए महत्वपूर्ण हुआ करते थे। समय बीत जाता है, बीते दिनों की यादें धूमिल हो जाती हैं, और वर्तमान की आवश्यकताएँ और चिंताएं हमें घेर लेती हैं, बीते समय की उन यादों को दबा देती हैं। यह ना केवल हमारे मानवीय संबंधों के साथ होता है वरन ऐसा परमेश्वर के साथ हमारे संबंधों को लेकर भी हो जाता है, यदि हम नित्यप्रायः परमेश्वर के साथ प्रार्थना और उसके वचन के अध्ययन द्वारा संगति ना करें। परमेश्वर द्वारा हमारे साथ करी गई भलाईयों, हमें दिए गए मार्गदर्शन और सुरक्षा आदि को वर्तमान की चिंताओं और परेशानियों में पड़कर हम ऐसे ही ना भुला दें इसीलिए परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद ने अपने एक भजन में लिखा: "हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह; और जो कुछ मुझ में है, वह उसके पवित्र नाम को धन्य कहे! हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह, और उसके किसी उपकार को न भूलना" (भजन 103:1-2)।

   परमेश्वर की भलाई और कार्यों की यादों का महत्व सबसे अधिक तब होता है जब जीवन की कठिनाईयां हमें घेरे हुए होती हैं। जब हम परिस्थितियों से अभिभूत होकर अपने आप को अकेला सोचने लगते हैं, तब ही वह समय होता है जब हमें परमेश्वर को और हमारे लिए किए गए उसके कार्यों को याद करना चाहिए। जब हम उसे याद करते हैं, बीते समय के उसके कार्यों और मार्गदर्शन का ध्यान करते हैं, उसके वचन के वायदे को कि वह हमें कभी नहीं छोड़ता (इब्रानियों 13:5-6) याद करते हैं तो हमें वर्तमान एवं भविष्य, दोनों के लिए सामर्थ, आश्वासन तथा प्रोत्साहन मिलता है। - बिल क्राऊडर


बीते समय में परमेश्वर की विश्वासयोग्यता को याद करने से 
हमें भविष्य के लिए आश्वासन और सामर्थ मिलती है। 

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। इसलिये हम बेधड़क हो कर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है। - इब्रानियों 13:5-6

बाइबल पाठ: भजन 103:1-8
Psalms 103:1 हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह; और जो कुछ मुझ में है, वह उसके पवित्र नाम को धन्य कहे! 
Psalms 103:2 हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह, और उसके किसी उपकार को न भूलना। 
Psalms 103:3 वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता, और तेरे सब रोगों को चंगा करता है, 
Psalms 103:4 वही तो तेरे प्राण को नाश होने से बचा लेता है, और तेरे सिर पर करूणा और दया का मुकुट बान्धता है, 
Psalms 103:5 वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब की नाईं नई हो जाती है।
Psalms 103:6 यहोवा सब पिसे हुओं के लिये धर्म और न्याय के काम करता है। 
Psalms 103:7 उसने मूसा को अपनी गति, और इस्राएलियों पर अपने काम प्रगट किए। 
Psalms 103:8 यहोवा दयालु और अनुग्रहकरी, विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है।

एक साल में बाइबल: 
  • एस्तेर 1-2
  • प्रेरितों 5:1-21