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गुरुवार, 26 मई 2016

शान्ति और दया


   अपनी पुस्तक Dear Mrs. Kennedy में लेखक जे मुलवेनी और पौल डी एन्जलिस बताते हैं कि अमेरिका के राषट्रपति जौन केनेडी की हत्या के बाद संसार भर से सहानुभूति तथा सांत्वना के लगभग दस लाख पत्र राष्ट्रपति केनेडी की विधवा के नाम आए। उन में से कुछ पर तो पते के लिए केवल "श्रीमती केनेडी, वॉशिंगटन" या फिर "श्रीमती राष्ट्रपति, अमेरिका" ही लिखा हुआ था। पत्र लिखने वाले सभी लोगों ने उन पर आए इस महान दुःख और क्षति के लिए अपना दुःख और संवेदना प्रगट करी।

   जब कोई जन किसी दुःख से होकर निकलता है तो सामान्यतः लोग उसकी सहाया करने का भाव रखते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस भी इस संदर्भ में लिखता है: "हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर, और पिता का धन्यवाद हो, जो दया का पिता, और सब प्रकार की शान्‍ति का परमेश्वर है" (2 कुरिन्थियों 1:3)। हमारा स्वर्गीय पिता ही प्रत्येक ऐसी करुणा, हितकारी विनम्र शब्द और सहायता के कार्य का स्त्रोत है जो दुःखी लोगों के जीवन में शान्ति, प्रोत्साहन और चंगाई को लाता है। बाइबल की भाषाओं के विद्वान डब्ल्यु. ई. वाईन ने  युनानी शब्द ’पैराक्लीसिस’, जिसका अनुवाद "शान्ति" किया गया है, का अर्थ समझाया है; इस शब्द का वास्तविक अर्थ है "अपने साथ ले लेना"। आज के बाइबल पाठ में दो शब्द, शान्ति और दया, कई बार आते हैं, जो हमें बताता है कि प्रभु परमेश्वर हमारे दुःखों और कठिन परिस्थितियों में अपने साथ रखता है और हमें निमंत्रित करता है कि हम उससे लिपट कर रहें, उसमें आराम और सांत्वना पाएं।

   प्रभु की इस शान्ति, दया और सांत्वना को व्यक्तिगत रीति से अनुभव करके, हम इसे फिर औरों को भी दे सकते हैं: "वह हमारे सब क्‍लेशों में शान्‍ति देता है; ताकि हम उस शान्‍ति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शान्‍ति दे सकें, जो किसी प्रकार के क्‍लेश में हों" (2 कुरिन्थियों 1:4)।


प्रभु परमेश्वर हमें शान्ति और सांत्वना देता है 
जिससे हम इसे आगे दूसरों तक भी पहुँचा सकें।

तेरे समान ऐसा परमेश्वर कहां है जो अधर्म को क्षमा करे और अपने निज भाग के बचे हुओं के अपराध को ढांप दे? वह अपने क्रोध को सदा बनाए नहीं रहता, क्योंकि वह करूणा से प्रीति रखता है। - मीका 7:18

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 1:1-11
2 Corinthians 1:1 पौलुस की ओर से जो परमेश्वर की इच्छा से मसीह यीशु का प्रेरित है, और भाई तीमुथियुस की ओर से परमेश्वर की उस कलीसिया के नाम जो कुरिन्थुस में है; और सारे अखया के सब पवित्र लोगों के नाम।
2 Corinthians 1:2 हमारे पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शान्‍ति मिलती रहे।
2 Corinthians 1:3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर, और पिता का धन्यवाद हो, जो दया का पिता, और सब प्रकार की शान्‍ति का परमेश्वर है। 
2 Corinthians 1:4 वह हमारे सब क्‍लेशों में शान्‍ति देता है; ताकि हम उस शान्‍ति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शान्‍ति दे सकें, जो किसी प्रकार के क्‍लेश में हों। 
2 Corinthians 1:5 क्योंकि जैसे मसीह के दुख हम को अधिक होते हैं, वैसे ही हमारी शान्‍ति भी मसीह के द्वारा अधिक होती है। 
2 Corinthians 1:6 यदि हम क्‍लेश पाते हैं, तो यह तुम्हारी शान्‍ति और उद्धार के लिये है और यदि शान्‍ति पाते हैं, तो यह तुम्हारी शान्‍ति के लिये है; जिस के प्रभाव से तुम धीरज के साथ उन क्‍लेशों को सह लेते हो, जिन्हें हम भी सहते हैं। 
2 Corinthians 1:7 और हमारी आशा तुम्हारे विषय में दृढ़ है; क्योंकि हम जानते हैं, कि तुम जैसे दुखों के वैसे ही शान्‍ति के भी सहभागी हो। 
2 Corinthians 1:8 हे भाइयों, हम नहीं चाहते कि तुम हमारे उस क्‍लेश से अनजान रहो, जो आसिया में हम पर पड़ा, कि ऐसे भारी बोझ से दब गए थे, जो हमारी सामर्थ से बाहर था, यहां तक कि हम जीवन से भी हाथ धो बैठे थे। 
2 Corinthians 1:9 वरन हम ने अपने मन में समझ लिया था, कि हम पर मृत्यु की आज्ञा हो चुकी है कि हम अपना भरोसा न रखें, वरन परमेश्वर का जो मरे हुओं को जिलाता है। 
2 Corinthians 1:10 उसी ने हमें ऐसी बड़ी मृत्यु से बचाया, और बचाएगा; और उस से हमारी यह आशा है, कि वह आगे को भी बचाता रहेगा। 
2 Corinthians 1:11 और तुम भी मिलकर प्रार्थना के द्वारा हमारी सहायता करोगे, कि जो वरदान बहुतों के द्वारा हमें मिला, उसके कारण बहुत लोग हमारी ओर से धन्यवाद करें।

एक साल में बाइबल: 

  • 1 इतिहास 28-29
  • यूहन्ना 9:24-41