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शनिवार, 14 मई 2016

भला


   मेरे बाल काटने के बाद मेरे बालों की देखभाल करने वाले ने कहा, "आपके बाल वास्तव में काफी स्वस्थ हैं; मेरी आशा है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि आप हमारे द्वारा बनाए गए उत्पाद प्रयोग करती हैं।" मैंने उत्तर दिया, "माफ कीजिए, लेकिन ऐसा नहीं है; मैं तो केवल वह प्रयोग करती हूँ जिसकी सुगन्ध अच्छी होती है और जो महंगा नहीं होता।" फिर मैंने उससे आगे कहा, "लेकिन मैं अच्छा भोजन खाने पर बहुत ध्यान देती हूँ; मेरे विचार से इससे बहुत प्रभाव पड़ता है।"

   अपने आप को आकर्षक बनाने के लिए जो कुछ हम लोग करते हैं, उन बातों के बारे में सोचने पर मेरा ध्यान इस पर भी जाता है कि अपने आप को आत्मिक रीति से आकर्षक बनाने के लिए हम क्या करते हैं? यरुशालेम के धार्मिक अगुवओं के साथ हुए प्रभु यीशु के वार्तालाप में, प्रभु ने यह मुद्दा भी उनके सामने रखा (मत्ती 23)। वे धार्मिक अगुवे, परमेश्वर द्वारा दिए गए नियमों के अलावा अपने ही द्वारा बनाए गए अनेकों उल्झाने वाले नियमों का पालन करते थे, जिससे कि अपने आस-पास के लोगों और समाज को यह दिखा सकें कि वे उन बाकी सभी लोगों से भले और धर्मी थे। लेकिन उनके ये प्रयास परमेश्वर को किसी रीति प्रभावित नहीं करते थे। प्रभु यीशु ने उनसे कहा, "हे कपटी शास्‍त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय, तुम कटोरे और थाली को ऊपर ऊपर से तो मांजते हो परन्तु वे भीतर अन्‍धेर असंयम से भरे हुए हैं" (पद 25)। अपने आप को औरों से अधिक भला और धर्मी दिखाने के उनके प्रयास, उलटा यही दिखाते थे कि वास्तव में भले और धर्मी नहीं थे।

   प्रत्येक समाज तथा संस्कृति के अपने धार्मिक आचरण, व्यवहार और प्रथाएं होती हैं; लेकिन परमेश्वर किसी जाति, समाज, धर्म या संस्कृति विशेष से बंधा हुआ नहीं है। परमेश्वर के आदर्श तथा उसको ग्रहणयोग्य व्यवहार के मानक भी उसने स्वयं ही निर्धारित किए हैं; और जो उसे पसन्द है उसका आँकलन वह दूसरों के देखने या उनके विचारों के अनुसार नहीं करता। परमेश्वर को एक कोमल निर्मल हृदय और पवित्र तथा नम्र मंशाएं भाती हैं।

   परमेश्वर को ग्रहणयोग्य जीवन बाहर से भला दिखने वाला नहीं वरन हर बात और हर परिस्थिति में अन्दर से भला बने रहने वाला जीवन है। - जूली ऐकैअरमैन लिंक


अन्दर से भले हुए बिना, हम बाहर से भले दिख तो सकते हैं, परन्तु भले रह नहीं सकते।

इसलिये हे भाइयों, मैं तुम से परमेश्वर की दया स्मरण दिला कर बिनती करता हूं, कि अपने शरीरों को जीवित, और पवित्र, और परमेश्वर को भावता हुआ बलिदान कर के चढ़ाओ: यही तुम्हारी आत्मिक सेवा है। और इस संसार के सदृश न बनो; परन्तु तुम्हारी बुद्धि के नये हो जाने से तुम्हारा चाल-चलन भी बदलता जाए, जिस से तुम परमेश्वर की भली, और भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो। रोमियों 12:1-2 

बाइबल पाठ: मत्ती 23:23-31
Matthew 23:23 हे कपटी शास्‍त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय; तुम पोदीने और सौंफ और जीरे का दसवां अंश देते हो, परन्तु तुम ने व्यवस्था की गंभीर बातों को अर्थात न्याय, और दया, और विश्वास को छोड़ दिया है; चाहिये था कि इन्हें भी करते रहते, और उन्हें भी न छोड़ते। 
Matthew 23:24 हे अन्धे अगुवों, तुम मच्छर को तो छान डालते हो, परन्तु ऊंट को निगल जाते हो। 
Matthew 23: हे कपटी शास्‍त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय, तुम कटोरे और थाली को ऊपर ऊपर से तो मांजते हो परन्तु वे भीतर अन्‍धेर असंयम से भरे हुए हैं। 
Matthew 23:26 हे अन्धे फरीसी, पहिले कटोरे और थाली को भीतर से मांज कि वे बाहर से भी स्‍वच्‍छ हों।
Matthew 23:27 हे कपटी शास्‍त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय; तुम चूना फिरी हुई कब्रों के समान हो जो ऊपर से तो सुन्‍दर दिखाई देती हैं, परन्तु भीतर मुर्दों की हड्डियों और सब प्रकार की मलिनता से भरी हैं। 
Matthew 23:28 इसी रीति से तुम भी ऊपर से मनुष्यों को धर्मी दिखाई देते हो, परन्तु भीतर कपट और अधर्म से भरे हुए हो।
Matthew 23:29 हे कपटी शास्‍त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय; तुम भविष्यद्वक्ताओं की कब्रें संवारते और धर्मियों की कब्रें बनाते हो। 
Matthew 23:30 और कहते हो, कि यदि हम अपने बाप-दादों के दिनों में होते तो भविष्यद्वक्ताओं की हत्या में उन के साझी न होते। 
Matthew 23:31 इस से तो तुम अपने पर आप ही गवाही देते हो, कि तुम भविष्यद्वक्ताओं के घातकों की सन्तान हो।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजा 19-21
  • यूहन्ना 4:1-30