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शनिवार, 2 जनवरी 2016

पोषण


   हाल ही में जब मैं ज़ुकाम से अत्याधिक ग्रसित था, तो मेरी भूख भी जाती रही। मैं सारा दिन कुछ विशेष मात्रा में भोजन किए बिना, केवल पानी पीकर ही रह लेता था। लेकिन मुझे अपनी भूख को वापस लाना अनिवार्य था क्योंकि मेरे शरीर को पोषण की आवश्यकता थी जो पानी से नहीं मिल सकता था और जिस पोषण के बिना मैं दुर्बल होने को था।

   जब इस्त्राएल के लोग बाबुल की बन्धुआई से लौट कर आए तो उनकी आत्मिक भूख-प्यास बहुत हलकी हो चुकी थी। वे परमेश्वर और उसके मार्गों से दूर जा चुके थे। उन लोगों के आत्मिक स्वास्थ्य को बहाल करने के लिए नहेम्याह ने परमेश्वर के वचन के पढ़े और सिखाए जाने का आयोजन किया जिसमें एज़्रा परमेश्वर के वचन का शिक्षक था।

   एज़्रा ने, सुबह से लेकर दोपहर तक मूसा की व्यवस्था को पढ़कर सुनाया और लोगों तक परमेश्वर के वचन की सच्चाईयों को पहुँचाया (नहेम्याह 8:3) और लोग ध्यान देकर सुनते थे। इससे परमेश्वर के वचन के लिए उनकी आत्मिक भूख जागृत हुई और परिवारों के अगुवों, याजकों (पुरोहितों) तथा लेवियों (मन्दिर के सेवादारों) ने एज़्रा से आग्रह किया कि उनको व्यवस्था और अधिक विस्तार से सिखाई-समझाई जाए (पद 13)।

   हम जब भी अपने आप को परमेश्वर से दूर और आत्मिक रीति से कमज़ोर अनुभव करें, हम अपने आत्मिक पोषण के लिए परमेश्वर के वचन रूपी निर्मल आत्मिक दूध को पाने के लिए उसके पास जा सकते हैं (1 पतरस 2:2)। परमेश्वर से माँगें कि वह आपके अन्दर उसके साथ संबंध बनाने और उन्हें प्रगाढ़ करने के लिए इच्छा जागृत करे या पुनःजागृत करे, और फिर अपने मन, मस्तिष्क तथा आत्मा को उसके वचन से भरना, उससे आत्मिक पोषण लेना आरंभ कर दें। - पोह फैंग चिया


परमेश्वर के वचन को खाते रहने से हम परमेश्वर में सामर्थी और स्वस्थ बने रहते हैं।

नये जन्मे हुए बच्‍चों की नाईं निर्मल आत्मिक दूध की लालसा करो, ताकि उसके द्वारा उद्धार पाने के लिये बढ़ते जाओ। - 1 पतरस 2:2 

बाइबल पाठ: नहेम्याह 8:1-12
Nehemiah 8:1 जब सातवां महीना निकट आया, उस समय सब इस्राएली अपने अपने नगर में थे। तब उन सब लोगों ने एक मन हो कर, जलफाटक के साम्हने के चौक में इकट्ठे हो कर, एज्रा शास्त्री से कहा, कि मूसा की जो व्यवस्था यहोवा ने इस्राएल को दी थी, उसकी पुस्तक ले आ। 
Nehemiah 8:2 तब एज्रा याजक सातवें महीने के पहिले दिन को क्या स्त्री, क्या पुरुष, जितने सुनकर समझ सकते थे, उन सभों के साम्हने व्यवस्था को ले आया। 
Nehemiah 8:3 और वह उसकी बातें भोर से दोपहर तक उस चौक के साम्हने जो जलफाटक के साम्हने था, क्या स्त्री, क्या पुरुष और सब समझने वालों को पढ़कर सुनाता रहा; और लोग व्यवस्था की पुस्तक पर कान लगाए रहे। 
Nehemiah 8:4 एज्रा शास्त्री, काठ के एक मचान पर जो इसी काम के लिये बना था, खड़ा हो गया; और उसकी दाहिनी अलंग मत्तित्याह, शेमा, अनायाह, ऊरिय्याह, हिल्किय्याह और मासेयाह; और बाई अलंग, पदायाह, मीशाएल, मल्किय्याह, हाशूम, हश्बद्दाना, जकर्याह और मशुल्लाम खड़े हुए। 
Nehemiah 8:5 तब एज्रा ने जो सब लोगों से ऊंचे पर था, सभों के देखते उस पुस्तक को खोल दिया; और जब उसने उसको खोला, तब सब लोग उठ खड़े हुए। 
Nehemiah 8:6 तब एज्रा ने महान परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा; और सब लोगों ने अपने अपने हाथ उठा कर आमेन, आमेन, कहा; और सिर झुका कर अपना अपना माथा भूमि पर टेक कर यहोवा को दण्डवत किया। 
Nehemiah 8:7 और येशू, बानी, शेरेब्याह, यामीन, अक्कूब, शब्बतै, होदिय्याह, मासेयाह, कलीता, अजर्याह, योजाबाद, हानान और पलायाह नाम लेवीय, लोगों को व्यवस्था समझाते गए, और लोग अपने अपने स्थान पर खड़े रहे। 
Nehemiah 8:8 और उन्होंने परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक से पढ़कर अर्थ समझा दिया; और लोगों ने पाठ को समझ लिया। 
Nehemiah 8:9 तब नहेमायाह जो अधिपति था, और एज्रा जो याजक और शास्त्री था, और जो लेवीय लोगों को समझा रहे थे, उन्होंने सब लोगों से कहा, आज का दिन तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के लिये पवित्र है; इसलिये विलाप न करो और न रोओ। क्योंकि सब लोग व्यवस्था के वचन सुनकर रोते रहे। 
Nehemiah 8:10 फिर उसने उन से कहा, कि जा कर चिकना चिकना भोजन करो और मीठा मीठा रस पियो, और जिनके लिये कुछ तैयार नहीं हुआ उनके पास बैना भेजो; क्योंकि आज का दिन हमारे प्रभु के लिये पवित्र है; और उदास मत रहो, क्योंकि यहोवा का आनन्द तुम्हारा दृढ़ गढ़ है। 
Nehemiah 8:11 यों लेवियों ने सब लोगों को यह कहकर चुप करा दिया, कि चुप रहो क्योंकि आज का दिन पवित्र है; और उदास मत रहो। 
Nehemiah 8:12 तब सब लोग खाने, पीने, बैना भेजने और बड़ा आनन्द मनाने को चले गए, क्योंकि जो वचन उन को समझाए गए थे, उन्हें वे समझ गए थे।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 4-6
  • मत्ती 2