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सोमवार, 7 सितंबर 2015

अगम्य ज्ञान


   इंटरनैट की एक वेबसाईट FlightAware पर कैथी अपने पति चक द्वारा शिकागो जाने के लिए उड़ाए जा रहे छोटे वायुयान की प्रगति को देख रही थी। कंप्यूटर पर बैठकर, कुछ बटन दबाने के द्वारा उसे लगातार जानकारी मिल रही थी कि कब चक के वायुयान ने उड़ान भरी, उस समय वह वायुयान कहाँ पर था तथा वह कब उतर जाएगा। कुछ दशक पहले जब चक पश्चिमी अफ्रीका में वायुयान चालक था तो कैथी का उससे संपर्क केवल रेडियों के माध्यम से ही हो पाता था। कैथी को स्मरण है कि कैसे एक बार उसे तीन दिन तक पता ही नहीं चल पाया कि चक के क्या हाल हैं; वह जान नहीं सकी कि चक का वायुयान बिगड़ गया था और उड़ पाने के योग्य नहीं था, किंतु चक सुरक्षित था।

   हम चाहे एक-दूसरे के बारे में जानकारी रख पाएं अथवा ना रख पाएं, परमेश्वर हर समय और हर बात के लिए हमारे बारे में सारी जानकारी रखता है (अय्युब 34:21)। परमेश्वर की नज़रों से कुछ छिपा नहीं है (इब्रानियों 4:13), वह हमारे विचारों और मुँह से निकलने वाले शब्दों को भी अच्छे से जानता है (1 इतिहास 28:9; भजन 139:4)। परमेश्वर यह भी जानता है कि आने वाले समय में क्या होने वाला है (यशायाह 46:10)। परमेश्वर सब कुछ जानता है (1 यूहन्ना 3:20) और वह मुझे तथा आपको बड़ी बारीकी से जानता है (भजन 139:1-10)। वह हमारी प्रत्येक परीक्षा, पीड़ा, बीमारी, चिंता, दुख इत्यादि सब कुछ भली-भांति जानता है।

   यह बात कि हमारा परमेश्वर पिता हमारे बारे में सब कुछ बड़ी बारीकी से जानता है, ही प्रेरित पतरस द्वारा दिए गए निर्देश, "और अपनी सारी चिन्‍ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है" (1 पतरस 5:7) का आधार है। परमेश्वर का ज्ञान तथा बुद्धिमता कैसे अगम्य है (रोमियों 11:33)। - सिंडी हैस कैस्पर


हम सदैव अपने सर्वज्ञानी परमेश्वर पिता पर पूरा भरोसा रख सकते हैं।

आहा! परमेश्वर का धन और बुद्धि और ज्ञान क्या ही गंभीर है! उसके विचार कैसे अथाह, और उसके मार्ग कैसे अगम्य हैं! - रोमियों 11:33

बाइबल पाठ: भजन 139:1-10
Psalms 139:1 हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है।
Psalms 139:2 तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है। 
Psalms 139:3 मेरे चलने और लेटने की तू भली भांति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है। 
Psalms 139:4 हे यहोवा, मेरे मुंह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो। 
Psalms 139:5 तू ने मुझे आगे पीछे घेर रखा है, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है। 
Psalms 139:6 यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है; यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है।
Psalms 139:7 मैं तेरे आत्मा से भाग कर किधर जाऊं? वा तेरे साम्हने से किधर भागूं? 
Psalms 139:8 यदि मैं आकाश पर चढूं, तो तू वहां है! यदि मैं अपना बिछौना अधोलोक में बिछाऊं तो वहां भी तू है! 
Psalms 139:9 यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़ कर समुद्र के पार जा बसूं, 
Psalms 139:10 तो वहां भी तू अपने हाथ से मेरी अगुवाई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 1-2
  • 1 कुरिन्थियों 16