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बुधवार, 5 अगस्त 2015

अद्भुत सृष्टि


   हाल ही में मैंने एक सूचन-पटल पर लिखा हुआ देखा कि पृथ्वी पर उपस्थित जीविन का 80% भाग जल के अन्दर रहता है। इस चौंका देने वाले आँकड़े का आँकलन करना बहुत कठिन कार्य है, मुख्यतः इस कारण क्योंकि वह जीवन हमारी आँखों से ओझल रहता है। जब मैं इन आँकड़ों पर विचार कर रहा था तो मुझे स्मरण आया कि जितना सामान्यतः हमें दिखाई देता है और हम समझने पाते हैं, परमेश्वर की सृष्टि उस से कितनी अधिक महान और विशाल है। हम किसी विशाल पर्वत-श्रंखला को, या किसी विलक्षण प्राकृतिक दृश्य को, या सूर्योदय अथवा सूर्यास्त के विहंगम दृश्य को देखकर स्तब्ध तो हो जाते हैं किंतु अकसर हम परमेश्वर की सृष्टि की बारीकियों में छिपे उसके अद्भुत कार्यों को नहीं देख पाते, क्योंकि उन्हें जानने पहिचानने के लिए बारीकी से उनकी जाँच एवं अध्ययन की आवश्यकता होती है। ना केवल इस पृथ्वी का अधिकांश जीवन जल में छुपा हुआ है, परन्तु परमेश्वर की अद्भुत सृष्टि की अनेक विलक्षण बातें इतनी सूक्षम हैं, और अनेक अन्य इतनी दूर अन्तरिक्ष में हैं कि उन में से कोई भी आँखों को ऐसे ही बिना किसी विशेष उपकरण के दिखाई नहीं देती। लेकिन सृष्टि की उन देखी-अनदेखी महान बातों द्वारा परमेश्वर की रचनात्मक महिमा और सामर्थ प्रकट अवश्य होती है (रोमियों 1:20)।

   जैसे जैसे हम इस विस्मयकारी सृष्टि की समझ और ज्ञान में बढ़ते जाते हैं, सृष्टि हमें अपने सृष्टिकर्ता की ओर और उसकी आराधना करने को उभारती जाती है, जैसे कि परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने लिखा: "स्वर्ग और पृथ्वी उसकी स्तुति करें, और समुद्र अपने सब जीव जन्तुओं समेत उसकी स्तुति करे" (भजन 69:34)। जब सृष्टि भी अपने सृष्टिकर्ता की आराधना करती है, तो हमें भी अपने ऐसे महान और सर्वसामर्थी परमेश्वर की आराधना में साथ जुड़ जाना चाहिए। - बिल क्राउडर


सृष्टि का अचरज हमें कहने को बाध्य करता है, "परमेश्वर कैसा महान है!"

हे आकाश, ऊंचे स्वर से गा, क्योंकि यहोवा ने यह काम किया है; हे पृथ्वी के गहिरे स्थानों, जयजयकार करो; हे पहाड़ों, हे वन, हे वन के सब वृक्षों, गला खोल कर ऊंचे स्वर से गाओ! क्योंकि यहोवा ने याकूब को छुड़ा लिया है और इस्राएल में महिमावान होगा। - यशायाह 44:23

बाइबल पाठ: भजन 69:29-36
Psalms 69:29 परन्तु मैं तो दु:खी और पीड़ित हूं, इसलिये हे परमेश्वर तू मेरा उद्धार कर के मुझे ऊंचे स्थान पर बैठा। 
Psalms 69:30 मैं गीत गाकर तेरे नाम की स्तुति करूंगा, और धन्यवाद करता हुआ तेरी बड़ाई करूंगा। 
Psalms 69:31 यह यहोवा को बैल से अधिक, वरन सींग और खुर वाले बैल से भी अधिक भाएगा। 
Psalms 69:32 नम्र लोग इसे देख कर आनन्दित होंगे, हे परमेश्वर के खोजियों तुम्हारा मन हरा हो जाए। 
Psalms 69:33 क्योंकि यहोवा दरिद्रों की ओर कान लगाता है, और अपने लोगों को जो बन्धुए हैं तुच्छ नहीं जानता। 
Psalms 69:34 स्वर्ग और पृथ्वी उसकी स्तुति करें, और समुद्र अपने सब जीव जन्तुओं समेत उसकी स्तुति करे। 
Psalms 69:35 क्योंकि परमेश्वर सिय्योन का उद्धार करेगा, और यहूदा के नगरों को फिर बसाएगा; और लोग फिर वहां बस कर उसके अधिकारी हो जाएंगे। 
Psalms 69:36 उसके दासों का वंश उसको अपने भाग में पाएगा, और उसके नाम के प्रेमी उस में वास करेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 68-69
  • रोमियों 8:1-21