ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 5 फ़रवरी 2015

शिक्षा


   मैं अपने हाई-स्कूल के पुराने साथियों की पुनर्मिलन-सभा में आई हुई थी; किसी ने पीछे से मेरे कंधे को थपथपाया और मैंने पीछे मुड़कर उसकी ओर देखा, फिर उसकी नाम की पट्टी को पढ़ा, और मेरा ध्यान कुछ पुरानी यादों की ओर चला गया। मुझे याद आया कि किसी ने मेरे स्कूल के लॉकर में एक पर्चा डाला था जिसमें मुझे तिरिस्कृत तथा शर्मिंदा करने के लिए मेरे विरुद्ध बहुत कुछ लिखा था जिससे तब मैं अन्दर से टूट गई थी। मुझे ध्यान आया कि उस पर्चे के लिकिहने वाले के प्रति मेरे मन में कटुता थी और मुझे लगता था कि किसी को उसे दूसरों के साथ व्यवहार करना कठोरता के साथ सिखाना चाहिए। अब उसे सामने देख कर मुझे ऐसा लगा मानों मैं उस समय की अपनी पीड़ा से फिर से होकर निकल रही हूँ। फिर भी मैंने हिम्मत करके एक बनावटी मुस्कान अपने चेहरे पर लगा ली और मेरे मूँह से दिखावे के शब्द निकलने आरंभ हो गए।

   हमने वार्तालाप करना आरंभ किया और उसने अपने दुखदायी जीवन की बातें मुझे बतानी आरंभ कर दीं, कैसे उसकी परवरिश परेशानी भरी कठिन परिस्थितियों में हुई, फिर बड़े होने पर उसकी शादी भी सफल नहीं रही। उसकी कहानी सुनते हुए मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में इब्रानियों 12:15 में लिखी "कड़ुवी जड़" की बात स्मरण आने लगी। मैंने अपने लिए सोचा, इतने वर्षों के बाद भी मेरे मन भी उसके विरुद्ध एक  गहरी कड़ुवी जड़ बनी हुई थी जिसने मेरे मन को जकड़ रखा था। फिर परमेश्वर के वचन का एक और पद मुझे स्मरण आया: "बुराई से न हारो परन्तु भलाई से बुराई का जीत लो" (रोमियों 12:21)।

   हम बातें करते रहे, एक दूसरे के लिए कुछ आँसू भी बहाए। हम दोनों में से किसी ने भी लॉकर वाली उस पुरानी घटना का उल्लेख नहीं किया। उस दोपहर परमेश्वर ने एक शिक्षा दी - कड़ुवाहट को छोड़कर आगे बढ़ने और क्षमा करने की शिक्षा। उस पुरानी घटना ने मेरे जीवन में एक नयापन ला दिया। - सिंडी हैस कैसपर


प्रतिशोध की भावना हमें बन्धनों में डाल देती है; क्षमा हमें स्वतंत्र कर देती है।

और ध्यान से देखते रहो, ऐसा न हो, कि कोई परमेश्वर के अनुग्रह से वंचित रह जाए, या कोई कड़वी जड़ फूट कर कष्‍ट दे, और उसके द्वारा बहुत से लोग अशुद्ध हो जाएं। - इब्रानियों 12:15

बाइबल पाठ: रोमियों 12:14-21
Romans 12:14 अपने सताने वालों को आशीष दो; आशीष दो श्राप न दो। 
Romans 12:15 आनन्द करने वालों के साथ आनन्द करो; और रोने वालों के साथ रोओ। 
Romans 12:16 आपस में एक सा मन रखो; अभिमानी न हो; परन्तु दीनों के साथ संगति रखो; अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न हो। 
Romans 12:17 बुराई के बदले किसी से बुराई न करो; जो बातें सब लोगों के निकट भली हैं, उन की चिन्ता किया करो। 
Romans 12:18 जहां तक हो सके, तुम अपने भरसक सब मनुष्यों के साथ मेल मिलाप रखो। 
Romans 12:19 हे प्रियो अपना पलटा न लेना; परन्तु क्रोध को अवसर दो, क्योंकि लिखा है, पलटा लेना मेरा काम है, प्रभु कहता है मैं ही बदला दूंगा। 
Romans 12:20 परन्तु यदि तेरा बैरी भूखा हो तो उसे खाना खिला; यदि प्यासा हो, तो उसे पानी पिला; क्योंकि ऐसा करने से तू उसके सिर पर आग के अंगारों का ढेर लगाएगा। 
Romans 12:21 बुराई से न हारो परन्तु भलाई से बुराई का जीत लो।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 36-38
  • मत्ती 23:1-22