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शुक्रवार, 2 जनवरी 2015

संगति


   बेसबॉल के खेल में एक खिलाड़ी गेंद फेंकता है तथा दूसरा उसे बल्ले से मारता है। यदि बल्ले से मारने वाला खिलाड़ी निर्धारित बार फेंकी गई बॉल को मार पाने में असफल रहता है तो वह बाहर हो जाता है। इसलिए जिसने भी बेसबॉल के खेल पर आधारित टी-बॉल खेल आरंभ किया वह वास्त्व में बहुत प्रतिभासंपन्न व्यक्ति होगा, क्योंकि इसमें खेल से बाहर होने से पहले प्रत्येक खिलाड़ी को अवसर मिलता है कि वे गेंद को मार सकें और खेल के रोमांच का आनन्द ले सकें; बिना गेंद को मारे कोई भी खेल से बाहर नहीं हो सकता।

   टी-बॉल में बेसबॉल वाली गेंद को रबर के बने एक सतंभ पर, जो 5 या 6 वर्षीय बच्चों की कमर की ऊँचाई के बराबर होता है तथा जिसे ’टी’ कहते हैं, रखा जाता है। प्रत्येक खिलाड़ी को यह अवसर होता है कि वे बल्ला घुमा कर उस गेंद को मारें; वे तब तक यह प्रयास कर सकते हैं जब तक कि बल्ले का प्रहार गेंद पर नहीं हो जाता। गेंद को मारने के बाद खिलाड़ी दौड़ कर ’रन’ लेता है और मैदान में खड़े खिलाड़ियों का प्रयास होता है कि गेंद को पकड़ कर रन लेने वाले खिलाड़ी के रन पूरा करने से पहले ’बेस’ पर खड़े खिलाड़ी तक फेंक कर पहुँचा दें। यदि गेंद बेस पर खड़े खिलाड़ी के पास रन लेने वाले खिलाड़ी से पहले पहुँच जाती है तो रन लेने वाल खिलाड़ी बाहर हो जाता है।

   इस खेल के लिए प्रशिक्षक के रूप में मेरा पहला दिन था और खिलाड़ी भी इस खेल से परिचित नहीं थे, सभी के लिए यह एक नई बात थी। गेंद टी पर रखी गई और पहले खिलाड़ी ने बल्ला लिया और घुमा कर ज़ोर से गेंद को मारा, और गेंद मैदान में बहुत दूर चली गई। गेंद को दूर जाते देख, मैदान में खड़े सभी खिलाड़ी अपने अपने स्थानों को छोड़ उसे लेने भागे; जब एक ने गेंद उठाकर वापस बेस की ओर फेंकने के लिए मुड़कर देखा तो गेंद पकड़ने के लिए बेस पर कोई भी खिलाड़ी नहीं था! सभी खिलाड़ी मैदान में गेंद पकड़ने वाले वाले खिलाड़ी के पास जमा होकर आनन्दित हो रहे थे, अति उत्साहित होकर उल्लास के साथ खूब शोर मचा रहे थे!

   उन नए खिलाड़ियों के समान, जो लोग प्रभु यीशु में नए विश्वासी होते हैं, उनमें भी एक अलग ही उल्लास होता है और उनका यह उल्लास आस-पास के सभी लोगों के लिए बड़े आनन्द का विषय हो जाता है। ना केवल हम मनुष्य, परन्तु स्वर्गदूत भी उनके आनन्द में आनन्दित होते हैं (लूका 15:7)। ये नए मसीही विश्वासी परमेश्वर के प्रेम से भरे होते हैं और उसके बारे में जानने तथा उसके वचन बाइबल से सीखने के लिए जिज्ञासु रहते हैं।

   जो मसीही विश्वास में कुछ पुराने हो चुके हैं, कभी कभी मसीही जीवन की परीक्षाओं, संघर्षों तथा कठिनाईयों के कारण निराश होकर अपने विशवास में आने के समय के आनन्द को भूल जाते हैं। इसलिए नए मसीही विश्वासियों के साथ संगति के अवसरों को तलाशें और नए मसीही विश्वासियों के साथ संगति रखें। यहन दोनों के लिए लाभकारी है क्योंकि परमेश्वर उन नए विश्वसियों के आनन्द तथा जानकारी लेने की जिज्ञासा द्वारा आपको भी उभार सकता है और मसीह यीशु के प्रति आपके समर्पण को नया कर सकता है तथा आपके अनुभव के द्वारा उन्हें सिखा सकता है, उनका मार्गदर्शन कर सकता है। - रैंडी किल्गोर


अपने किए हुए उद्धार का हर्ष मुझे फिर से दे, और उदार आत्मा देकर मुझे सम्भाल। - भजन 51:12

...क्योंकि आज का दिन हमारे प्रभु के लिये पवित्र है; और उदास मत रहो, क्योंकि यहोवा का आनन्द तुम्हारा दृढ़ गढ़ है। - नहेम्याह 8:10

बाइबल पाठ: लूका 15:1-7
Luke 15:1 सब चुंगी लेने वाले और पापी उसके पास आया करते थे ताकि उस की सुनें। 
Luke 15:2 और फरीसी और शास्त्री कुड़कुड़ा कर कहने लगे, कि यह तो पापियों से मिलता है और उन के साथ खाता भी है।
Luke 15:3 तब उसने उन से यह दृष्‍टान्‍त कहा। 
Luke 15:4 तुम में से कौन है जिस की सौ भेड़ें हों, और उन में से एक खो जाए तो निन्नानवे को जंगल में छोड़कर, उस खोई हुई को जब तक मिल न जाए खोजता न रहे? 
Luke 15:5 और जब मिल जाती है, तब वह बड़े आनन्द से उसे कांधे पर उठा लेता है। 
Luke 15:6 और घर में आकर मित्रों और पड़ोसियों को इकट्ठे कर के कहता है, मेरे साथ आनन्द करो, क्योंकि मेरी खोई हुई भेड़ मिल गई है। 
Luke 15:7 मैं तुम से कहता हूं; कि इसी रीति से एक मन फिराने वाले पापी के विषय में भी स्वर्ग में इतना ही आनन्द होगा, जितना कि निन्नानवे ऐसे धर्मियों के विषय नहीं होता, जिन्हें मन फिराने की आवश्यकता नहीं।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 4-6
  • मत्ती 2