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रविवार, 9 नवंबर 2014

निमंत्रण


   चर्च में युवकों के दल की पार्टी थी और उस दल की एक सदस्या, लिंडा ने अपनी एक सहेली केटी को भी उसमें सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया था। केटी बचपन के बाद से कभी चर्च नहीं गई थी और इस पार्टी में सम्मिलित होते हुए उसके अन्दर एक घबराहट थी, उसे समझ नहीं आ रहा था कि लगभग सभी लोग जहाँ उसके लिए अपरिचित होंगे, वहाँ उसे कैसा लगेगा, उसके साथ कैसा व्यवहार होगा, वह औरों के साथ कैसे संपर्क बना पाएगी। लेकिन वहाँ पहुँचने पर उसका मन शान्त हो गया; उसके नाम की प्लेट पर उपस्थित लोगों की ओर से सप्रेम स्वागत के कार्ड पहले से ही रखे हुए थे, जैसे कि सब ने अन्य सभी के लिए लिख कर रखे थे। लेकिन केटी के लिए यह हृदय छू लेने वाली बात थी कि उस दल के सदस्यों ने सारी पार्टी में उस अपरिचित के लिए भी वही आदर और प्रेम दिखाया जो उन्होंने अपनी जान-पहचान वालों के लिए दिखाया था।

   केटी को वहाँ बहुत अच्छा लगा, और उनका यह प्रेम देखकर उसने लिंडा द्वारा दिया गया चर्च आने का निमंत्रण भी स्वीकार कर लिया। चर्च में उसने उसके पापों में होने के बावजूद, उसके प्रति परमेश्वर के प्रेम के बारे में सुना और उसने प्रभु यीशु में होकर मिलने वाली पापों की क्षमा एवं उद्धार को ग्रहण कर लिया। उस युवा दल के सप्रेम व्यवहार ने उसे परमेश्वर के प्रेम की एक झलक दिखाई थी जिससे परमेश्वर उसके हृदय को परमेश्वर पर विश्वास करने उसे समर्पित जीवन जीने के लिए प्रेरित कर सका।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित यूहन्ना ने लिखा, "हे प्रियो, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए" (1 यूहन्ना 4:11)। यह प्रेम केवल हमारे अपने परिवार या अन्य मसीही विश्वासियों तक ही सीमित नहीं रहना है, वरन उनके लिए भी प्रदर्शित होना है जो अभी तक मसीह के प्रेम को नहीं जानते हैं। रे स्टैडमैन ने लिखा, "जब परमेश्वर का प्रेम हमारे हृदयों को रौशन करता है, हमारे मन औरों के लिए और खुले हो जाते हैं, और उस प्रेम की सुगन्ध हमारे मनों से निकलकर औरों तक पहुँचती है जिससे वे भी उस सुगन्ध के स्त्रोत के प्रति आकर्षित होते हैं।" यही लिंडा के निमंत्रण और उस युवा दल के व्यवहार ने केटी के लिए किया।

   आज भी परमेश्वर आप में होकर अपने प्रेम की सुगन्ध दूसरों तक पहुँचा सकता है जो उन लोगों के लिए परमेश्वर के प्रेम तक पहुँचने का निमंत्रण तथा अनन्त जीवन का मार्ग बन सकता है। - ऐनी सेटास


परमेश्वर के प्रेम और भय में व्यतीत होने वाला जीवन दुसरों को मसीह यीशु की ओर आकर्षित करने वाला जीवन होता है।

क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16  

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 4:7-11
1 John 4:7 हे प्रियों, हम आपस में प्रेम रखें; क्योंकि प्रेम परमेश्वर से है: और जो कोई प्रेम करता है, वह परमेश्वर से जन्मा है; और परमेश्वर को जानता है। 
1 John 4:8 जो प्रेम नहीं रखता, वह परमेश्वर को नहीं जानता है, क्योंकि परमेश्वर प्रेम है। 
1 John 4:9 जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, वह इस से प्रगट हुआ, कि परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है, कि हम उसके द्वारा जीवन पाएं। 
1 John 4:10 प्रेम इस में नहीं कि हम ने परमेश्वर ने प्रेम किया; पर इस में है, कि उसने हम से प्रेम किया; और हमारे पापों के प्रायश्‍चित्त के लिये अपने पुत्र को भेजा। 
1 John 4:11 हे प्रियो, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए।

एक साल में बाइबल: 
  • प्रेरितों 3-5