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शनिवार, 9 अगस्त 2014

सांत्वना


   10 फरवरी, सन 1675 को 50 उपनिवेशीय परिवार अमेरिका के मैसाचूसट्स प्रांत के लैंकेस्टर इलाके में वहाँ के मूल रेड इन्डियन निवासियों द्वारा हमला किए जाने की आशंका को लेकर भयभीत थे। उन लोगों का पादरी, जोसफ रौलेंडसन, लोगों के बचाव के लिए सहायाता भेजने के लिए सरकार से गुहार लगाने बौस्टन गया हुआ था, उसकी पत्नि मेरी और उनके बच्चे घर पर ही थे। सूर्योदय के साथ ही उन परिवारों पर हमला आरंभ हो गया, उन50 उपनिवेशीय परिवारो में से कुछ लोग मारे गए और मेरी तथा अन्य कई लोग बन्दी बना लिए गए।

   उस कैद में मेरी ने अपने बन्धकों की ओर से क्रूरता और दया दोनों ही अनुभव करीं। वे रेड इन्डियन लोग मेरी तथा उन अन्य लोगों के धार्मिकता के स्वभाव के बारे में जानते थे, इसलिए उन्होंने मेरी को बाइबल की एक प्रति, जो उन्हें लूट में मिली थी, दे दी। बाद में मेरी ने उन दिनों के अपने अनुभवों के बारे में लिखते हुए परमेश्वर के संबंध में लिखा कि, "उसने मेरी बन्धुवाई के दुख के समय में अपने वचन में से कितने ही समय-संगत तथा सांत्वना देने वाले पद मुझे दिए"। परमेश्वर का वचन बाइबल मेरी के लिए बन्धुवाई के उस कठिन समय में एक बड़ी सांत्वना और सामर्थ का स्त्रोत था।

   यहूदा राष्ट्र एक विदेशी ताकत द्वारा बन्धुवाई में जाने की परिस्थिति में था (यशायाह 39:5-7), उन लोगों के सामने बड़ी कठिन परिस्थिति थी। लेकिन उस भयावह प्रत्याशा में भी परमेश्वर का वचन उनके लिए सांत्वना लेकर आया: "हिजकिय्याह ने यशायाह से कहा, यहोवा का वचन जो तू ने कहा है वह भला ही है। फिर उसने कहा, मेरे दिनों में तो शान्ति और सच्चाई बनी रहेगी" (यशायाह 39:8)।

   क्या आज परिस्थितियाँ आप पर हावी होकर आपको बन्धक बनाए हुए हैं? परमेश्वर के वचन बाइबल को पढ़ने और उस पर मनन करने में समया बिताना आरंभ कीजिए - परमेश्वर की सांत्वना और सामर्थ का अनुभव आप अपने आप करेंगे। - डेनिस फिशर


परमेश्वर का वचन ही सच्ची शांति एवं सांत्वना का स्त्रोत है।

मैं, मैं ही तेरा शान्तिदाता हूं; तू कौन है जो मरने वाले मनुष्य से, और घास के समान मुर्झाने वाले आदमी से डरता है - यशायाह 51:12

बाइबल पाठ: यशायाह 39:5-40:5
Isaiah 39:5 तब यशायाह ने हिजकिय्याह से कहा, सेनाओं के यहोवा का यह वचन सुन ले: 
Isaiah 39:6 ऐसे दिन आने वाले हैं, जिन में जो कुछ तेरे भवन में है और जो कुछ आज के दिन तक तेरे पुरखाओं का रखा हुआ तेरे भण्डारों में हैं, वह सब बाबुल को उठ जाएगा; यहोवा यह कहता है कि कोई वस्तु न बचेगी। 
Isaiah 39:7 और जो पुत्र तेरे वंश में उत्पन्न हों, उन में से भी कितनों को वे बंधुआई में ले जाएंगे; और वह खोजे बनकर बाबुल के राजभवन में रहेंगे। 
Isaiah 39:8 हिजकिय्याह ने यशायाह से कहा, यहोवा का वचन जो तू ने कहा है वह भला ही है। फिर उसने कहा, मेरे दिनों में तो शान्ति और सच्चाई बनी रहेगी।
Isaiah 40:1 तुम्हारा परमेश्वर यह कहता है, मेरी प्रजा को शान्ति दो, शान्ति! 
Isaiah 40:2 यरूशलेम से शान्ति की बातें कहो; और उस से पुकार कर कहो कि तेरी कठिन सेवा पूरी हुई है, तेरे अधर्म का दण्ड अंगीकार किया गया है: यहोवा के हाथ से तू अपने सब पापों का दूना दण्ड पा चुका है।
Isaiah 40:3 किसी की पुकार सुनाई देती है, जंगल में यहोवा का मार्ग सुधारो, हमारे परमेश्वर के लिये अराबा में एक राजमार्ग चौरस करो। 
Isaiah 40:4 हर एक तराई भर दी जाए और हर एक पहाड़ और पहाड़ी गिरा दी जाए; जो टेढ़ा है वह सीधा और जो ऊंचा नीचा है वह चौरस किया जाए। 
Isaiah 40:5 तब यहोवा का तेज प्रगट होगा और सब प्राणी उसको एक संग देखेंगे; क्योंकि यहोवा ने आप ही ऐसा कहा है।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 40-42