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सोमवार, 7 जुलाई 2014

मार्गदर्शक


   जॉर्ज मैथिसन जाने जाते हैं उनके द्वारा लिखित भक्ति गीत "O Love That Wilt Not Let Me Go" (वह प्रेम जो मुझे कभी छोड़ेगा नहीं) के लिए; लेकिन उन्होंने एक भक्ति गीत और भी लिखा था जिसका शीर्षक था, "Ignored Blessings" (नज़रन्दाज़ हुई आशीषें)। इस दूसरे गीत में, वे पीछे मुड़कर उस जीवन-मार्ग को देखते हैं जिस पर होकर वे यहाँ तक आए हैं, और उन्हें पता चलता है कि हमारा स्वर्गीय परमेश्वर पिता ही उन्हें यहाँ तक ले कर आया है, सारे रास्ते अगुवाई करता हुआ।

   परमेश्वर ने अपने सभी संतानों के जीवन मार्ग के लिए यात्रा की एक योजना बनाई हुई है, और हम सब को हमारे लिए निर्धारित मार्ग पर चलना है (प्रेरितों 20:24; 2 तिमुथियुस 4:7)। हमारा मार्ग स्वर्ग की सभा में निर्धारित तथा परमेश्वर के श्रेष्ठ उद्देश्यों की पूर्ति में स्थापित किया गया है। लेकिन फिर भी हमारे द्वारा लिए जाने वाले व्यक्तिगत निर्णय अप्रासंगिक नहीं हैं। हम प्रतिदिन अनेक प्रकार के निर्णय लेते हैं, कुछ बड़े और महत्वपूर्ण, कुछ छोटे और कभी कुछ ऐसे भी जिनके परिणाम जीवन बदलने की क्षमता रखते हैं। ऐसे में चकरा देने वाले रहस्य से भरे दो प्रश्न हमारे सामने आते हैं - परमेश्वर की सार्वभौमिकता तथा हमारे द्वारा किए गए व्यक्तिगत चुनावों में ताल-मेल कैसे जानें, तथा हम यह कैसे जान सकते हैं कि हमें किस जीवन मार्ग पर चलना है?

   अब जब मैं प्रौढ़ हो गया हूँ और पीछे मुड़कर देखने के लिए मेरे पास एक लंबा मार्ग है, इसलिए इन प्रश्नों का उत्तर भी मेरे लिए स्पष्ट हो गया है। जब मैं पीछे मुड़कर अपने जीवन मार्ग को देखता हूँ, तो मुझे नज़र आता है कि परमेश्वर ही मेरी अगुवाई करता हुआ मुझे यहाँ तक ले कर आया है; मैं भी याकूब के साथ सच्चे मन से कह सकता हूँ: "...परमेश्वर जिसके सम्मुख मेरे बापदादे इब्राहीम और इसहाक (अपने को जानकर) चलते थे वही परमेश्वर मेरे जन्म से ले कर आज के दिन तक मेरा चरवाहा बना है" (उत्पत्ति 48:15)। चाहे वर्तमान के ऊपर बादलों का साया है और मैं नहीं जानता कि कल क्या होगा, या भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है, लेकिन मैं आश्वस्त हूँ कि मेरा मार्गदर्शक जो आज तक मेरी अगुवाई करता आया है, मुझे सही मार्ग में चलाता लाया है, वह मेरी अन्तिम श्वास तक मेरे लिए यही करता रहेगा। मेरा कार्य तो बस इतना है कि विश्वास के साथ, उसके दिखाए मार्ग पर चलता रहूँ, उसका आज्ञाकारी रहूँ, उसके प्रेम में बना रहूँ, और वह मेरे हर चुनाव में मेरा सहायक, मेरा मार्गदर्शक बना रहेगा। - डेविड रोपर


हम अपने अनजाने भविष्य के लिए अपने सर्वज्ञानी परमेश्वर के मार्गदर्शन पर भरोसा रख सकते हैं।

सुन, मैं एक दूत तेरे आगे आगे भेजता हूं जो मार्ग में तेरी रक्षा करेगा, और जिस स्थान को मैं ने तैयार किया है उस में तुझे पहुंचाएगा। - निर्गमन 23:20

बाइबल पाठ:  उत्पत्ति 48:8-16
Genesis 48:8 तब इस्राएल को यूसुफ के पुत्र देख पड़े, और उसने पूछा, ये कौन हैं? 
Genesis 48:9 यूसुफ ने अपने पिता से कहा, ये मेरे पुत्र हैं, जो परमेश्वर ने मुझे यहां दिए हैं: उसने कहा, उन को मेरे पास ले आ कि मैं उन्हें आशीर्वाद दूं। 
Genesis 48:10 इस्राएल की आंखे बुढ़ापे के कारण धुन्धली हो गई थीं, यहां तक कि उसे कम सूझता था। तब यूसुफ उन्हें उनके पास ले गया; और उसने उन्हें चूमकर गले लगा लिया। 
Genesis 48:11 तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, मुझे आशा न थी, कि मैं तेरा मुख फिर देखने पाऊंगा: परन्तु देख, परमेश्वर ने मुझे तेरा वंश भी दिखाया है। 
Genesis 48:12 तब यूसुफ ने उन्हें अपने घुटनों के बीच से हटाकर और अपने मुंह के बल भूमि पर गिर के दण्डवत की। 
Genesis 48:13 तब यूसुफ ने उन दोनों को लेकर, अर्थात एप्रैम को अपने दाहिने हाथ से, कि वह इस्राएल के बाएं हाथ पड़े, और मनश्शे को अपने बाएं हाथ से, कि इस्राएल के दाहिने हाथ पड़े, उन्हें उसके पास ले गया। 
Genesis 48:14 तब इस्राएल ने अपना दहिना हाथ बढ़ाकर एप्रैम के सिर पर जो छोटा था, और अपना बायां हाथ बढ़ाकर मनश्शे के सिर पर रख दिया; उसने तो जान बूझकर ऐसा किया; नहीं तो जेठा मनश्शे ही था। 
Genesis 48:15 फिर उसने यूसुफ को आशीर्वाद देकर कहा, परमेश्वर जिसके सम्मुख मेरे बापदादे इब्राहीम और इसहाक (अपने को जानकर) चलते थे वही परमेश्वर मेरे जन्म से ले कर आज के दिन तक मेरा चरवाहा बना है; 
Genesis 48:16 और वही दूत मुझे सारी बुराई से छुड़ाता आया है, वही अब इन लड़कों को आशीष दे; और ये मेरे और मेरे बापदादे इब्राहीम और इसहाक के कहलाएं; और पृथ्वी में बहुतायत से बढ़ें।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 133-136