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शुक्रवार, 30 मई 2014

जयवन्त


   जीन ड्रिस्कॉल एक अनूठी खिलाड़ी है। वह बॉस्टन मैराथन आठ बार जीत चुकी है, चार बार पैराओलंपिक खेलों में भाग ले चुकी है और उनमें पाँच स्वर्ण पदक जीत चुकी है। जीन जन्म से ही रीढ़ की हड्डी और उसमें से होकर जाने वाली तथा शरीर को दिमाग़ से जोड़ने वाली मुख्य नस के ठीक से ना बने होने और इस कारण शरीर के निचले भाग के ठीक से कार्य ना कर पाने वाली स्थिति अर्थात स्पाईना-बाईफ़िडा से ग्रस्त है, और केवल पहिए वाली कुर्सी द्वारा ही चल सकती है और उसी में बैठ कर वह स्पर्धाओं में भाग लेती है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में से जीन ड्रिस्कॉल के मनपसन्द पदों में से एक है दानिय्येल 7:9, जिसके अन्तिम भाग में परमेश्वर और उसके सिंहासन के विषय में लिखा है: "...उसका सिंहासन अग्निमय और उसके पहिये धधकती हुई आग के से देख पड़ते थे।" दानिय्येल को मिले परमेश्वर तथा उसके सिंहासन के दर्शन और अपनी स्थिति में एक सामंजस्य देखते हुए औरों को वह प्रोत्साहन के शब्द कहने पाती है; जीन कहती है: "जब कभी मुझे उन लोगों से बात-चीत करने का अवसर मिलता है जो पहिए वाली कुर्सी पर रहने को मजबूर हैं और इससे हताश हैं तो मैं उन्हें कहती हूँ, ’ना केवल आप परमेश्वर के स्वरूप में बने हैं, वरन आपकी पहिए वाली कुर्सी भी परमेश्वर के सिंहासन के स्वरूप में है!’"

   यह नहीं कि दानिय्येल का दर्शन परमेश्वर को चलने-फिरने में अपंग दिखाता है; वस्तुतः परमेश्वर के सिंहासन का पहिए वाला होने को अनेक बाइबल टीकाकारों ने इस बात का सूचक बताया है कि परमेश्वर सर्वप्रभुतासंपन्न न्यायी है तथा साथ ही गतिशील भी जो मनुष्यों के कार्यों पर प्रभुता भी करता है और उनके साथ साथ अग्रसर भी रहता है और जो उस पर विश्वास रखते हैं उनकी सहायता में लगा रहता है (नीतिवचन 3:25-26; मत्ती 20:29-34; इफिसीयों 1:11)।

   अपनी दशा के बावजूद परमेश्वर में जीन ड्रिस्कॉल के अटूट विश्वास ने ना केवल उसे व्यक्तिगत चुनौतियों पर जयवन्त किया है, वरन परमेश्वर की आशीषों को औरों तक पहुँचाने के योग्य भी किया है। हम भी जीन के समान यह भरोसा रख सकते हैं कि ऊँचे पर विराजमान वह परमपवित्र और सामर्थी परमेश्वर हम से केवल एक प्रार्थना भर की दूरी पर है, और जब भी हम उस पर विश्वास रख कर उसे पुकारेंगे वह हमारी सुनेंगा और उत्तर देगा (भजन 46)। - डेनिस फिशर


जब परमेश्वर आपके पीछे आपका सहारा हो और उसके हाथ आपको दाहिने-बाएं संभाले हुए हों तो सामने से आने वाली हर परिस्थिति का आप निडर होकर सामना कर सकते हैं - वार्ड

फिर मैं ने सिंहासन देखे, और उन पर लोग बैठ गए, और उन को न्याय करने का अधिकार दिया गया; और उन की आत्माओं को भी देखा, जिन के सिर यीशु की गवाही देने और परमेश्वर के वचन के कारण काटे गए थे; और जिन्हों ने न उस पशु की, और न उस की मूरत की पूजा की थी, और न उस की छाप अपने माथे और हाथों पर ली थी; वे जीवित हो कर मसीह के साथ हजार वर्ष तक राज्य करते रहे। - प्रकाशितवाक्य 20:4

बाइबल पाठ: भजन 46
Psalms 46:1 परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक। 
Psalms 46:2 इस कारण हम को कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी उलट जाए, और पहाड़ समुद्र के बीच में डाल दिए जाएं; 
Psalms 46:3 चाहे समुद्र गरजे और फेन उठाए, और पहाड़ उसकी बाढ़ से कांप उठें।। 
Psalms 46:4 एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्वर के नगर में अर्थात परमप्रधान के पवित्र निवास भवन में आनन्द होता है। 
Psalms 46:5 परमेश्वर उस नगर के बीच में है, वह कभी टलने का नहीं; पौ फटते ही परमेश्वर उसकी सहायता करता है। 
Psalms 46:6 जाति जाति के लोग झल्ला उठे, राज्य राज्य के लोग डगमगाने लगे; वह बोल उठा, और पृथ्वी पिघल गई। 
Psalms 46:7 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है।
Psalms 46:8 आओ, यहोवा के महाकर्म देखो, कि उसने पृथ्वी पर कैसा कैसा उजाड़ किया है। 
Psalms 46:9 वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है; वह धनुष को तोड़ता, और भाले को दो टुकड़े कर डालता है, और रथों को आग में झोंक देता है! 
Psalms 46:10 चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं! 
Psalms 46:11 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 16-18