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बुधवार, 15 जनवरी 2014

उपहार


   एक अविवाहिता युवती गर्भवती थी। वह एक ऐसे समाज में रहती थी जो अजन्में बच्चे के जीवन को कोई विशेष महत्व नहीं देता है, और गर्भपात वहाँ एक सामान्य बात है। लेकिन फिर भी उसने उस बच्चे को जन्म देने का निर्णय लिया। उसने एक बच्ची को जन्म दिया और उसे एक मसीही विश्वासी परिवार में गोद लेने के द्वारा सौंप दिया। वह बच्ची उस मसीही परिवार का एक अभिन्न अंग बन गई, वह उनके लिए अनमोल थी, वे उससे बहुत प्रेम करते थे और प्रेम का साथ ही उसका पालन-पोषण करने लगे, उसे मसीह के प्रेम के बारे बताया और उस बच्ची ने भी प्रभु यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में ग्रहण कर लिया। लेकिन इससे पहले कि वह बच्ची वयस्क होती एक दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई।

   उसकी मृत्यु से उस परिवार में एक खालीपन आ गया, लेकिन साथ ही वह उस परिवार में उन आनन्द के पलों की यादें भी छोड़ गई, जो उसने उनके साथ बिताए थे। उसके बचपन के आनन्द और किशोरावस्था के उल्लास की यादें ही अब उस परिवार के साथ शेष हैं। अवश्य ही उसकी मृत्यु ने उस परिवार के सद्स्यों के हृदय में एक रिक्त स्थान छोड़ दिया है, लेकिन ज़रा विचार कीजिए कि वह परिवार किस सब से वंचित रह जाता यदि उन्होंने कभी उस बच्ची को अपने हाथों में ना लिया होता, उसे गोद में ना खिलाया होता, उसके साथ मुस्कुराए ना होते, उसे सिखाया ना होता, उसका पालन-पोषण ना किया होता और उसे प्रभु यीशु के बारे में ना बताया होता। उस बेटी की मृत्यु के दुख के साथ उसके जीवन की खुशी की यादें भी उनके जीवनों का भाग हैं।

   प्रत्येक जीवन, प्रत्येक बच्चा, परमेश्वर की अद्भुत कारीगरी का एक नमूना है (भजन 139)। प्रत्येक मनुष्य हमारे आदि माता-पिता आदम और हव्वा का वंशज है और उनके समान ही परमेश्वर के स्वरूप और समानता में रचा गया है (उत्पत्ति 1:27)। मृत्यु हमें जीवन की कुछ एच्छित बातों से वंचित तो कर देती है, परन्तु साथ ही हमें स्मरण दिलाती है उस कीमत की जो परमेश्वर द्वारा रचित प्रत्येक जीवन की है (कुलुस्सियों 1:16)।

   परमेश्वर से मिले जीवन रूपी उपहार की कीमत को समझें, उसे सावधानी पूर्वक संजोएं और उपयोग करें, उसे व्यर्थ ना करें वरन परमेश्वर के हाथों में ही सौंप कर परमेश्वर की विलक्षण कारिगरी का आनन्द लें। - डेव ब्रैनन


प्रत्येक जीवन परमेश्वर द्वारा रचा गया है और उसकी छाप लिए हुए है।

क्योंकि उसी में सारी वस्‍तुओं की सृष्‍टि हुई, स्वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्या सिंहासन, क्या प्रभुतांए, क्या प्रधानताएं, क्या अधिकार, सारी वस्तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं। - 
कुलुस्सियों 1:16

बाइबल पाठ: भजन 139:1-24
Psalms 139:1 हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है।
Psalms 139:2 तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है। 
Psalms 139:3 मेरे चलने और लेटने की तू भली भांति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है। 
Psalms 139:4 हे यहोवा, मेरे मुंह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो। 
Psalms 139:5 तू ने मुझे आगे पीछे घेर रखा है, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है। 
Psalms 139:6 यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है; यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है।
Psalms 139:7 मैं तेरे आत्मा से भाग कर किधर जाऊं? वा तेरे साम्हने से किधर भागूं? 
Psalms 139:8 यदि मैं आकाश पर चढूं, तो तू वहां है! यदि मैं अपना बिछौना अधोलोक में बिछाऊं तो वहां भी तू है! 
Psalms 139:9 यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़ कर समुद्र के पार जा बसूं, 
Psalms 139:10 तो वहां भी तू अपने हाथ से मेरी अगुवाई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा। 
Psalms 139:11 यदि मैं कहूं कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊंगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा, 
Psalms 139:12 तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं।
Psalms 139:13 मेरे मन का स्वामी तो तू है; तू ने मुझे माता के गर्भ में रचा। 
Psalms 139:14 मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं। 
Psalms 139:15 जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था, तब मेरी हडि्डयां तुझ से छिपी न थीं। 
Psalms 139:16 तेरी आंखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहिले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे।
Psalms 139:17 और मेरे लिये तो हे ईश्वर, तेरे विचार क्या ही बहुमूल्य हैं! उनकी संख्या का जोड़ कैसा बड़ा है।
Psalms 139:18 यदि मैं उन को गिनता तो वे बालू के किनकों से भी अधिक ठहरते। जब मैं जाग उठता हूं, तब भी तेरे संग रहता हूं।
Psalms 139:19 हे ईश्वर निश्चय तू दुष्ट को घात करेगा! हे हत्यारों, मुझ से दूर हो जाओ। 
Psalms 139:20 क्योंकि वे तेरी चर्चा चतुराई से करते हैं; तेरे द्रोही तेरा नाम झूठी बात पर लेते हैं। 
Psalms 139:21 हे यहोवा, क्या मैं तेरे बैरियों से बैर न रखूं, और तेरे विरोधियों से रूठ न जाऊं? 
Psalms 139:22 हां, मैं उन से पूर्ण बैर रखता हूं; मैं उन को अपना शत्रु समझता हूं। 
Psalms 139:23 हे ईश्वर, मुझे जांच कर जान ले! मुझे परख कर मेरी चिन्ताओं को जान ले! 
Psalms 139:24 और देख कि मुझ में कोई बुरी चाल है कि नहीं, और अनन्त के मार्ग में मेरी अगुवाई कर! 

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 47-50