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शुक्रवार, 3 जनवरी 2014

बुद्धि का स्त्रोत


   हमारे युवा समय में कार्ल ने, जो अब मेरे पति हैं, मेरे साथ सबंध प्रगाढ़ करने के लिए बहुत मेहनत करी। वे मुझे फोन करते, मुझे पत्र लिखते, मेरे लिए फूलों के गुलदस्ते लाते, मुझे मिठाई खरीद कर देते, मेरे लिए किताबें ले कर आते, मुझे बाहर खाने के लिए लेकर जाते और मुझे उपहार देते रहते। क्योंकि वे मेरे प्रति गंभीर थे, इसलिए वे मेरे साथ संबंध बनाए रखने के लिए भी प्रयासरत रहते थे।

   हज़ारों वर्ष पहले ईसा पूर्व 10वीं शताब्दी में राजा सुलेमान ने भी इसी प्रकार की गंभीरता के साथ किसी अन्य के लिए प्रयास में लगे रहने के निर्देश दिए - बुद्धि के खोजी होने के लिए। शब्दकोश के अनुसार बुद्धिमानी वह गुण है जिससे एक व्यक्ति सत्य, सही और स्थिर बने रहने वाली बात को समझ सकता है। यदि हमने अपने परमेश्वर पिता की महिमा के लिए जीवन जीना है तो बुद्धिमानी का यह गुण हम में होना बहुत आवश्यक है। शायद इसीलिए सुलेमान नें अपने नीतिवचनों में अनेक ऐसी क्रियाओं का उपयोग किया है जो सतत प्रयास को दर्शाती हैं। उसने बुद्धि प्राप्त करने के लिए नीतिवचन 2 में "ध्यान लगाकर सुनो", "मन लगाकर सोचो", "पुकारो", "खोजो", "ढ़ूंढो" आदि क्रियाओं का उपयोग किया है।

   बुद्धि को खोजने और पाने के लिए प्रयास की आवश्यकता होती है, और परमेश्वर का वचन बाइबल ही हमें बताती है कि खरी बुद्धि कहाँ मिलती है: "क्योंकि बुद्धि यहोवा ही देता है; ज्ञान और समझ की बातें उसी के मुंह से निकलती हैं" (नीतिवचन 2:6)। साथ ही बाइबल परमेश्वर के विषय में यह भी सिखाती है कि "वह सीधे लोगों के लिये खरी बुद्धि रख छोड़ता है; जो खराई से चलते हैं, उनके लिये वह ढाल ठहरता है" (नीतिवचन 2:7)।

   अपने सारे मन और प्रयास से परमेश्वर के आज्ञाकारी बनें; आपके जीवन के लिए वह ही खरी बुद्धि का एकमात्र स्त्रोत है। - ऐनी सेटास


आप बहुत ज्ञान तो कहीं से भी प्राप्त कर सकते हैं, परन्तु खरी बुद्धि परमेश्वर ही से मिलती है।

क्योंकि बुद्धि की प्राप्ति चान्दी की प्राप्ति से बड़ी, और उसका लाभ चोखे सोने के लाभ से भी उत्तम है। - नीतिवचन 3:14

बाइबल पाठ: नीतिवचन 2:1-9
Proverbs 2:1 हे मेरे पुत्र, यदि तू मेरे वचन ग्रहण करे, और मेरी आज्ञाओं को अपने हृदय में रख छोड़े, 
Proverbs 2:2 और बुद्धि की बात ध्यान से सुने, और समझ की बात मन लगा कर सोचे; 
Proverbs 2:3 और प्रवीणता और समझ के लिये अति यत्न से पुकारे, 
Proverbs 2:4 ओर उसको चान्दी की नाईं ढूंढ़े, और गुप्त धन के समान उसी खोज में लगा रहे; 
Proverbs 2:5 तो तू यहोवा के भय को समझेगा, और परमेश्वर का ज्ञान तुझे प्राप्त होगा। 
Proverbs 2:6 क्योंकि बुद्धि यहोवा ही देता है; ज्ञान और समझ की बातें उसी के मुंह से निकलती हैं। 
Proverbs 2:7 वह सीधे लोगों के लिये खरी बुद्धि रख छोड़ता है; जो खराई से चलते हैं, उनके लिये वह ढाल ठहरता है। 
Proverbs 2:8 वह न्याय के पथों की देख भाल करता, और अपने भक्तों के मार्ग की रक्षा करता है। 
Proverbs 2:9 तब तू धर्म और न्याय, और सीधाई को, निदान सब भली-भली चाल समझ सकेगा;

एक साल में बाइबल: उत्पत्ति 6-9