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मंगलवार, 23 जुलाई 2013

दृष्टि

   मेरा घर अमेरिका के कोलारैडो में है। एक दिन वहाँ अपने घर बैठे बैठे ही मैंने गूगल मैप्स का उपयोग करके अफ्रीका में स्थित कीन्या देश के नैरोबी शहर के उस इलाके को विस्तार से देखा जहाँ मेरा परिवार दो दशक पहले रहा करता था। अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर सैटलाईट द्वारा लिए और प्रेशित करे गए चित्र पर मैं वहाँ की सड़कें, इमारतें आदि देख सका और उन्हें पहचान सका। कुछ क्षेत्रों पर तो मैं बिलकुल नीचे गली के स्तर तक जा सका और वहाँ से मैं अपने चारों ओर ऐसे देखने पाया मानों मैं स्वयं ही नीचे गली में खड़ा होकर अपने आस-पास के मकान और स्थान आदि देख रहा हूँ। जो मुझे नीचे गली के स्तर पर आने के बाद नहीं दिख पाता था उसे मैं अपने दृश्य स्तर में थोड़ा और ऊपर जाकर देख सकता था। मैं निर्धारित कर सकता था कि मुझे कितना दृश्य, कितनी बारीकी से, किस दिशा से, कितनी देर तक देखना है। अमेरिका में बैठे बैठे अफ्रीका के मनचाहे इलाके को इतने विस्तरपूर्वक देख पाना, यह एक बड़ा अद्भुत अनुभव था। इस अनुभव ने मुझे यह समझने में सहायता करी कि जब मनुष्य अपने द्वारा बनाए उपकरणों की सहायता से दूर बैठे ही इतने विस्तार और प्रकार से किसी भी स्थान को बारीकी से देख सकता है तो परमेश्वर हमारे जीवनों और पृथ्वी की बातों को कितने अधिक विस्तार और बारीकी से देखता होगा तथा उनकी जानकारी रखता होगा।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने परमेश्वर के पृथ्वी को देखने के बारे में लिखा: "यहोवा स्वर्ग से दृष्टि करता है, वह सब मनुष्यों को निहारता है; अपने निवास के स्थान से वह पृथ्वी के सब रहने वालों को देखता है" (भजन 33:13-14)। भजनकार आगे लिखता है कि परमेश्वर सबके कार्यों पर दृष्टि रखता है, उनके विचारों को जानता है और जो उस पर विश्वास रखते हैं और उसे समर्पित जीवन व्यतीत करते हैं उनकी रक्षा करता है।

   जो एक कंप्यूटर और सैटलाईट नहीं कर सकते, वह परमेश्वर कर सकता है - हमारे मन के अन्दर कि हर बात और हर प्रयोजन को वह भली-भांति जानता है। वह हमारी वास्तविकता जानता है और हमारी कोई मनसा उससे छिपी नहीं है, लेकिन तब भी वह हमसे प्रेम रखता है, हमारे प्रति सहनशील है, हमारी भलाई ही की योजनाएं बनाता है। इसीलिए वह चाहता है कि बजाए उससे दूर रहने के, हम उसपर विश्वास करके उसके निकट बने रहें, हर बात में उसको समर्पित रहें, उसकी आज्ञाकारिता में रहें और चलें, क्योंकि जो हम अपने स्तर पर नहीं देख पाते वह अपने स्तर पर होकर पहले से देखता और जानता है और आने वाली हानि से बचने के उपाय हमें सुझाता है। परमेश्वर की दृष्टि से कोई ओझल नहीं रह सकता, और जिन्होंने उसे अपना जीवन समर्पित किया है उनकी सुरक्षा और भलाई के लिए उन पर तो वह विशेष बारीकी से अपनी दृष्टि बनाए रखता है।

   हम मसीही विश्वासियों के लिए यह एक बहुत शांतिदायक और उत्साहवर्धक बात है कि हम अपने प्रभु और उद्धारकर्ता की दृष्टि से कभी ओझल नहीं रहते। वह सदा हम पर अपनी दृष्टि बनाए रखता है और अपनी आँख की पुतली के समान हमारी रक्षा करता है: "...क्योंकि जो तुम को छूता है, वह मेरी आंख की पुतली ही को छूता है" (ज़कर्याह 2:8)। - डेविड मैक्कैसलैंड


अपनी दृष्टि परमेश्वर कि ओर लगाए रखें क्योंकि उसकी दृष्टि सदा आप पर बनी रहती है।

क्योंकि प्रभु की आंखे धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान उन की बिनती की ओर लगे रहते हैं, परन्तु प्रभु बुराई करने वालों के विमुख रहता है। - 1 पतरस 3:12 

बाइबल पाठ: भजन 33:12-22
Psalms 33:12 क्या ही धन्य है वह जाति जिसका परमेश्वर यहोवा है, और वह समाज जिसे उसने अपना निज भाग होने के लिये चुन लिया हो!
Psalms 33:13 यहोवा स्वर्ग से दृष्टि करता है, वह सब मनुष्यों को निहारता है;
Psalms 33:14 अपने निवास के स्थान से वह पृथ्वी के सब रहने वालों को देखता है,
Psalms 33:15 वही जो उन सभों के हृदयों को गढ़ता, और उनके सब कामों का विचार करता है।
Psalms 33:16 कोई ऐसा राजा नहीं, जो सेना की बहुतायत के कारण बच सके; वीर अपनी बड़ी शक्ति के कारण छूट नहीं जाता।
Psalms 33:17 बच निकलने के लिये घोड़ा व्यर्थ है, वह अपने बड़े बल के द्वारा किसी को नहीं बचा सकता है।
Psalms 33:18 देखो, यहोवा की दृष्टि उसके डरवैयों पर और उन पर जो उसकी करूणा की आशा रखते हैं बनी रहती है,
Psalms 33:19 कि वह उनके प्राण को मृत्यु से बचाए, और अकाल के समय उन को जीवित रखे।
Psalms 33:20 हम यहोवा का आसरा देखते आए हैं; वह हमारा सहायक और हमारी ढाल ठहरा है।
Psalms 33:21 हमारा हृदय उसके कारण आनन्दित होगा, क्योंकि हम ने उसके पवित्र नाम का भरोसा रखा है।
Psalms 33:22 हे यहोवा जैसी तुझ पर हमारी आशा है, वैसी ही तेरी करूणा भी हम पर हो।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 33-34 
  • प्रेरितों 24