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मंगलवार, 25 जून 2013

पुनःआँकलन

   मैं अपने मित्र के साथ उसकी कार में एक लंबी सड़क यात्रा पर निकला था। प्रतिदिन की अपनी यात्रा को तय करने के लिए हम उसके जी०पी०एस० अर्थात मार्ग और दिशा निर्देश देने वाले यन्त्र की सहायता लेते रहते थे। जब हम किसी बस्ती या शहर में से होकर निकलते तो उस यन्त्र से एक आवाज़ हमें बताती कि हमें कौन सी सड़क लेनी है और कौन से मोड़ पर मुड़ना है। यदि हम उस यन्त्र द्वारा बताए गए मार्ग से हटकर किसी अन्य मार्ग पर हो लेते, जानबूझकर अथवा गलती से, तो वह आवाज़ कहती, "पुनःआँकलन किया जा रहा है" और फिर हमारी वर्तमान स्थिति से गन्तव्य स्थान के लिए मार्ग का पुनःआँकलन करके वह आवाज़ हमें फिर से सही मार्ग पर आने के निर्देश देना आरंभ कर देती।

   जीवन यात्रा में प्रत्येक मसीही विश्वासी के लिए परमेश्वर का वचन बाइबल भी ऐसा ही मार्ग तथा दिशा निर्देशक यन्त्र है। प्रेरित पौलुस द्वारा तिमुथियुस को लिखी अपनी दूसरी पत्री में पौलुस ने तिमुथियुस को समझाया: "हर एक पवित्रशास्‍त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है" (2 तिमुथियुस 3:16)। मार्गदर्शन तथा दिशा निर्देशन से संबंधित परमेश्वर के वचन की चार योग्यताएं पौलुस ने यहाँ गिनाई हैं:
  • उपदेश - अर्थात वह निर्धारित मार्ग जिस पर हमें चलना है।
  • समझाना - अर्थात मार्ग से भटक जाने पर मिलने वाली सूचना और संबंधित सलाह।
  • सुधारना - अर्थात सही मार्ग पर लौट आने के निर्देश।
  • धर्म की शिक्षा - अर्थात सही मार्ग पर बने रहने से संबंधित शिक्षाएं।

   हमें परमेश्वर के मार्ग से दूर ले जाने वाली हमारी गलतियों या चुनावों को हमें हलके में नहीं लेना चाहिए, वरन गंभीरता पूर्वक उन पर विचार करके उन्हें फिर से ना दोहराने के सार्थक प्रयास करने चाहिएं। गलती सामान्यतः अन्तिम नहीं होती और निर्णय भी बदले जा सकते हैं, इसलिए परमेश्वर के पवित्र आत्मा की आवाज़ के प्रति, जो परमेश्वर की ओर से प्रत्येक नया जन्म पाए मसीही विश्वासी को दिया गया है, हमें संवेदनशील रहना चाहिए क्योंकि सही मार्ग से भटकते ही वह हमें बताना आरंभ कर देता है कि हम पथ से हट गए हैं और हमारे लिए वहाँ से सही मार्ग पर लौटने के मार्ग का पुनःआँकलन करके उसके बारे में हमें बताने लगता है।

   क्या आप परमेश्वर द्वारा दिए गए सही मार्ग पर चल रहे हैं? कहीं परमेश्वर किसी रीति से आपका ध्यान अपनी ओर खींच कर आपकी गलती के बारे में आपको बताने के प्रयास तो नहीं कर रहा? आज कहीं आप अपने आप को परमेश्वर के मार्ग से भटका हुआ और सही मार्ग तो खोजते हुए तो नहीं पाते? परमेश्वर और उसके वचन बाइबल की ओर लौट आईए, उसने आपके लिए लौटने के मार्ग का पुनःआँकलन कर रखा है; आपको बस उसके निर्देशों का पालन मात्र ही करना है। - डेविड मैक्कैसलैंड


सही दिशा में बढ़ने के लिए परमेश्वर के वचन बाइबल के निर्देशों का पालन करते रहिए।

क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है, और जीव, और आत्मा को, और गांठ गांठ, और गूदे गूदे को अलग कर के, वार पार छेदता है; और मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है। - इब्रानियों 4:12 

बाइबल पाठ: 2 तिमुथियुस 3:10-17
2 Timothy 3:10 पर तू ने उपदेश, चाल चलन, मनसा, विश्वास, सहनशीलता, प्रेम, धीरज, और सताए जाने, और दुख उठाने में मेरा साथ दिया।
2 Timothy 3:11 और ऐसे दुखों में भी जो अन्‍ताकिया और इकुनियुम और लुस्‍त्रा में मुझ पर पड़े थे और और दुखों में भी, जो मैं ने उठाए हैं; परन्तु प्रभु ने मुझे उन सब से छुड़ा लिया।
2 Timothy 3:12 पर जितने मसीह यीशु में भक्ति के साथ जीवन बिताना चाहते हैं वे सब सताए जाएंगे।
2 Timothy 3:13 और दुष्‍ट, और बहकाने वाले धोखा देते हुए, और धोखा खाते हुए, बिगड़ते चले जाएंगे।
2 Timothy 3:14 पर तू इन बातों पर जो तू ने सीखीं हैं और प्रतीति की थी, यह जानकर दृढ़ बना रह; कि तू ने उन्हें किन लोगों से सीखा था
2 Timothy 3:15 और बालकपन से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है, जो तुझे मसीह पर विश्वास करने से उद्धार प्राप्त करने के लिये बुद्धिमान बना सकता है।
2 Timothy 3:16 हर एक पवित्रशास्‍त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है।
2 Timothy 3:17 ताकि परमेश्वर का जन सिद्ध बने, और हर एक भले काम के लिये तत्‍पर हो जाए।


एक साल में बाइबल: 
  • अय्युब 3-4 
  • प्रेरितों 7:44-60