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बुधवार, 22 मई 2013

प्रेम


   मेरा एक मित्र एक छोटे से चर्च का पास्टर है जो पहाड़ों में एक छोटी से आबादी वाले बहुत सुन्दर इलाके में स्थित है। उस चर्च की भूमि में चर्च भवन के पीछे एक छोटी से नदी बहती है, साथ ही पेड़ों का एक झुरमुट है, घास का मैदान है और नदी के किनारे रेतीला सपाट स्थान है। इस कारण वहां की आबादी के लोगों के लिए पिकनिक मनाने का वह बहुत लोकप्रीय स्थान है, और चर्च के लोग भी उन्हें वहाँ आकर आनन्द मनाने से नहीं रोकते। एक दिन चर्च के लोगों में से एक ने चिंता व्यक्त करी कि क्योंकि वह पिकनिक स्थल चर्च के पीछे और चर्च की भूमि पर स्थित है, इसलिए यदि पिकनिक मनाने आए लोगों के साथ नदी में कोई दुर्घटना हो जाती है तो चर्च को उचित व्यवस्था ना करने और आवश्यक सहायता ना पहुँचा पाने का दोषी मानकर दण्डित किया जा सकता है। उसका उद्देश्य था कि लोगों को वहाँ आने से रोका जाए।

   चर्च के अगुवे इस संबंध में कोई कार्यवाही करने से संकोच कर रहे थे, लेकिन वह व्यक्ति विवश करता रहा, इसलिए अन्ततः निर्णय लिया गया कि वहाँ इस आशय की सूचना लगाई जाएगी कि यह सामन्य नहीं वरन एक निजि भूमि है और लोग बिना अनुमति प्रवेश ना करें। मेरा पास्टर मित्र इससे प्रसन्न नहीं था, लेकिन चर्च के संचालक अगुवों के ज़ोर देने पर सूचना लगाने को तैयार हो गया। अगली बार चर्च आने वाले लोगों ने वहाँ लिखा देखा: "सावधान! इस नदी के तट को प्रयोग करने वालों को चेतावनी दी जाती है कि किसी भी पल, बिना पूर्व-सूचना के आप अपने आप को आप से प्रेम करने वाले बहुत से लोगों से घिरा हुआ पा सकते हैं।" मैंने भी सूचना लगाए जाने के अगले ही सप्ताह इस सूचना को पढ़ा और मैं उसके इस विनोद से प्रभावित हुआ। मैंने कहा, "बिलकुल सही! एक बार फिर अनुग्रह कानून के ऊपर विजयी हुआ है।"

   अपने पड़ौसी के प्रति यह प्रेम, हमारे प्रति परमेश्वर द्वारा दिखाए गए प्रेम, अनुग्रह, दया, धैर्य और सहिष्णुता का ही प्रतिफल है। परमेश्वर के नियम नहीं परमेश्वर का प्रेम ही मनुष्यों को उसके प्रति आकर्षित करता है और उन्हें पापों के प्रति पश्चातापी होने तथा प्रभु यीशु मसीह में मिलने वाले उद्धार को ग्रहण करने के लिए उभारता है (रोमियों 2:4)। अपने जीवन से प्रभु यीशु मसीह का प्रेम प्रगट कीजिए, लोग स्वतः ही आकर्षित होंगे। - डेविड रोपर


प्रेम ही वह चुँबक है जो मसीही विश्वासियों को साथ जोड़ कर रखता है और लोगों को मसीही विश्वास की ओर आकर्षित करता है।

क्या तू उस की कृपा, और सहनशीलता, और धीरज रूपी धन को तुच्छ जानता है और क्या यह नहीं समझता, कि परमेश्वर की कृपा तुझे मन फिराव को सिखाती है? - रोमियों 2:4

बाइबल पाठ: यूहन्ना 1:14-18
John 1:14 और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण हो कर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा।
John 1:15 यूहन्ना ने उसके विषय में गवाही दी, और पुकारकर कहा, कि यह वही है, जिस का मैं ने वर्णन किया, कि जो मेरे बाद आ रहा है, वह मुझ से बढ़कर है क्योंकि वह मुझ से पहिले था।
John 1:16 क्योंकि उस की परिपूर्णता से हम सब ने प्राप्त किया अर्थात अनुग्रह पर अनुग्रह।
John 1:17 इसलिये कि व्यवस्था तो मूसा के द्वारा दी गई; परन्तु अनुग्रह, और सच्चाई यीशु मसीह के द्वारा पहुंची।
John 1:18 परमेश्वर को किसी ने कभी नहीं देखा, एकलौता पुत्र जो पिता की गोद में हैं, उसी ने उसे प्रगट किया।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 16-18 
  • यूहन्ना 7:28-53