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सोमवार, 11 फ़रवरी 2013

स्वाभाविक बात


   जिम प्रभु यीशु में पापों की क्षमा और उद्धार का सुसमाचार केरी के साथ बाँट रहा था। जिम ने केरी को समझाया कि कैसे पाप स्वभाव के साथ जन्म लेने और पापी होने के कारण परम पवित्र परमेश्वर के साथ सभी मनुष्यों के संबंध में रुकावट है और वे परमेश्वर की संगति से दूर हैं। जिम ने यह भी समझाया कि कैसे प्रभु यीशु ने समस्त मानवजाति के पापों को अपने ऊपर लेकर उनके पाप का दण्ड उनके स्थान पर सह लिया और अब प्रभु यीशु में विश्वास द्वारा प्रभु यीशु की धार्मिकता हमें मिल जाती है और परमेश्वर के साथ संबंध तथा संगति की हर बाधा दूर हो जाती है। केरी उद्धार और पापों से क्षमा के सुसमाचार को मानने से बार बार एक ही बात को लेकर इनकार करती रही। केरी का कहना था कि जैसे जिम अब उससे बाँट रहा है वैसे ही, "प्रभु यीशु को अपने जीवन में ग्रहण कर लेने के बाद क्या मुझे भी इस बात को दूसरों के साथ बाँटना होगा? यदि हाँ तो वह मैं यह नहीं कर सकती, यह मेरे व्यक्तित्व के अनुरूप नहीं है इसलिए मैं प्रभु यीशु को ग्रहण नहीं करुंगी।"

   जिम ने उसे फिर समझाया कि प्रभु यीशु के बारे में दूसरों को बताना प्रभु को ग्रहण करने के लिए कोई शर्त नहीं है; लेकिन हाँ प्रभु यीशु को ग्रहण कर लेने के बाद केरी स्वाभाविक रूप से और स्वतः ही संसार के सामने प्रभु यीशु की राजदूत अवश्य ही हो जाएगी (२ कुरिन्थियों ५:२०)। कुछ समय तक विचार करने के बाद केरी ने अपने पापों के लिए प्रभु यीशु से क्षमा मांगी, अपना जीवन प्रभु को समर्पित किया और प्रभु यीशु को अपने जीवन में आमंत्रित करके उसे अपने दिल में रहने का स्थान दिया। जिम के पास से वह प्रसन्नता तथा मन में आलौकिक शांति के साथ विदा हुई, वह बहुत रोमांचित भी थी। अगले २४ घंटों में कुछ अद्भुत और सर्वथा अनपेक्षित हो गया - अपने आप ही केरी ने तीन अन्य लोगों के साथ उस बात को बाँटा जो परमेश्वर ने उसके जीवन में करी, अर्थात अपने पापों की क्षमा और उद्धार पाने के बारे में, और उन्हें प्रभु यीशु के बारे में बताया!

   क्योंकि हम मसीही विश्वासीयों का प्रभु यीशु में होकर परमेश्वर के साथ मेल-मिलाप हो गया है, इसलिए परमेश्वर ने अब हमें यह मेल-मिलाप की सेवा भी सौंप दी है (पद १८) और अब "हम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेश्वर हमारे द्वारा समझाता है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेश्वर के साथ मेल मिलाप कर लो" (पद २०)। यदि सेंत-मेंत मिले पापों की क्षमा और उद्धार के लिए हम परमेश्वर के धन्यवादी होंगे तो जो परमेश्वर ने हमारे जीवनों में जो किया है उसे दूसरों के साथ बाँटना हमारे लिए एक स्वाभाविक बात होगी। - ऐने सेटास


मसीह यीशु में पापों की क्षमा और उद्धार के सुसमाचार से भला कोई समाचार नहीं है; इसे प्रसारित करते रहिए।

सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। - २ कुरिन्थियों ५:१७

बाइबल पाठ: २ कुरिन्थियों ५:१२-२१
2 Corinthians 5:12 हम फिर भी अपनी बड़ाई तुम्हारे साम्हने नहीं करते वरन हम अपने विषय में तुम्हें घमण्‍ड करने का अवसर देते हैं, कि तुम उन्हें उत्तर दे सको, जो मन पर नहीं, वरन दिखवटी बातों पर घमण्‍ड करते हैं।
2 Corinthians 5:13 यदि हम बेसुध हैं, तो परमेश्वर के लिये; और यदि चैतन्य हैं, तो तुम्हारे लिये हैं।
2 Corinthians 5:14 क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश कर देता है; इसलिये कि हम यह समझते हैं, कि जब एक सब के लिये मरा तो सब मर गए।
2 Corinthians 5:15 और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएं परन्तु उसके लिये जो उन के लिये मरा और फिर जी उठा।
2 Corinthians 5:16 सो अब से हम किसी को शरीर के अनुसार न समझेंगे, और यदि हम ने मसीह को भी शरीर के अनुसार जाना था, तौभी अब से उसको ऐसा नहीं जानेंगे।
2 Corinthians 5:17 सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं।
2 Corinthians 5:18 और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है।
2 Corinthians 5:19 अर्थात परमेश्वर ने मसीह में हो कर अपने साथ संसार का मेल मिलाप कर लिया, और उन के अपराधों का दोष उन पर नहीं लगाया और उसने मेल मिलाप का वचन हमें सौंप दिया है।
2 Corinthians 5:20 सो हम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेश्वर हमारे द्वारा समझाता है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेश्वर के साथ मेल मिलाप कर लो।
2 Corinthians 5:21 जो पाप से अज्ञात था, उसी को उसने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में हो कर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था ११-१२ 
  • मत्ती २६:१-२५