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शनिवार, 10 नवंबर 2012

प्रार्थना


   कई वर्ष पहले की बात है, मैं अपनी कार में जा रहा था कि अचानक कार का इंजन बन्द हो गया; मैंने कार सड़क के किनारे पर करी और कार रुक गई। मैंने कार का बोनट खोला और इंजन के देखने लगा। इंजन को देखते हुए मेरे मन में विचार आ रहा था: "मुझे इससे क्या लाभ? मैं इंजन के बारे में क्या जानता हूँ - कुछ नहीं! मुझे तो यह भी पता नहीं कि इंजन देखना आरंभ कहां से करूँ?"

   कुछ ऐसे ही विचार कई बार प्रार्थना के बारे में लोगों के मनों में उठते हैं: "हम इस बारे में क्या जानते हैं? कैसे और कहां से आरंभ करें?" यही बात प्रभु यीशु के चेलों के मन में भी थी जब उन्होंने प्रभु यीशु से कहा, "... हे प्रभु, जैसे यूहन्ना ने अपने चेलों को प्रार्थना करना सिखलाया वैसे ही हमें भी तू सिखा दे" (लूका ११:१)। प्रार्थना के विषय में सीखने के लिए सबसे अच्छा है कि इसके बारे में प्रभु यीशु के उदाहरणों और शिक्षाओं से सीखें।

   हमें कहां पर प्रार्थना करनी चाहिए? प्रभु यीशु ने मन्दिर में, बियाबान में (लूका ४), एकांत में (मत्ती १४:२२-२३), गतसमने के बाग़ में (लूका २२) और यहां तक कि क्रूस पर लटके और भयंकर वेदना सहते हुए भी प्रार्थना करी। प्रभु ने अकेले भी और दूसरों साथ भी प्रार्थना करी। प्रभु यीशु के जीवन को देखें, उसके उदाहरण का अनुसरण करें, और जहां भी अवसर मिले या आवश्यकता हो, प्रार्थना करें।

   हम किस विषय पर प्रार्थना करें? चेलों को सिखाई प्रार्थना में प्रभु यीशु ने सिखाया कि प्रार्थना करें कि परमेश्वर का नाम पृथ्वी पर पवित्र माना जाए और उसकी इच्छा यहां भी वैसे ही पूरी हो जैसी स्वर्ग में होती है। परमेश्वर से अपनी प्रतिदिन की आवश्यकताओं की पूर्ति को मांगे; अपने पापों की क्षमा को मांगें; बुराई और परीक्षाओं से बचने को मांगें (लूका ११:२-४)।

   यदि आप प्रार्थना करना आरंभ करना चाहते हैं तो प्रभु यीशु द्वारा अपने शिष्यों को सिखाई प्रार्थना का अनुसरण करना आपके लिए एक अच्छी शुरुआत होगी। - ऐने सेटास


यदि प्रभु यीशु के लिए प्रार्थना करना आवश्यक था तो फिर हमारे लिए कितना अधिक आवश्यक है?

संकट के समय मैं ने यहोवा को पुकारा, और उस ने मेरी सुन ली। - भजन १२०:१

बाइबल पाठ: लूका ११:१-१०
Luk 11:1  फिर वह किसी जगह प्रार्थना कर रहा था: और जब वह प्रार्थना कर चुका, तो उसके चेलों में से एक ने उस से कहा, हे प्रभु, जैसे यूहन्ना ने अपने चेलों को प्रार्थना करना सिखलाया वैसे ही हमें भी तू सिखा दे। 
Luk 11:2  उस ने उन से कहा, जब तुम प्रार्थना करो, तो कहो: हे पिता, तेरा नाम पवित्र माना जाए, तेरा राज्य आए। 
Luk 11:3  हमारी दिन भर की रोटी हर दिन हमें दिया कर। 
Luk 11:4 और हमारे पापों को क्षमा कर, क्‍योंकि हम भी अपने हर एक अपराधी को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में न ला।
Luk 11:5  और उस ने उन से कहा, तुम में से कौन है कि उसका एक मित्र हो, और वह आधी रात को उसके पास आकर उस से कहे, कि हे मित्र; मुझे तीन रोटियां दे। 
Luk 11:6 क्‍योंकि एक यात्री मित्र मेरे पास आया है, और उसके आगे रखने के लिये मेरे पास कुछ नहीं है। 
Luk 11:7 और वह भीतर से उत्तर दे, कि मुझे दुख न दे; अब तो द्वार बन्‍द है, और मेरे बालक मेरे पास बिछौने पर हैं, इसलिये मैं उठकर तुझे दे नहीं सकता; 
Luk 11:8  मैं तुम से कहता हूं, यदि उसका मित्र होने पर भी उसे उठकर न दे, तौभी उसके लज्ज़ा छोड़ कर मांगने के कारण उसे जितनी आवश्यकता हो उतनी उठ कर देगा। 
Luk 11:9  और मैं तुम से कहता हूं कि मांगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूंढ़ों तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा। 
Luk 11:10 क्‍योंकि जो कोई मांगता है, उसे मिलता है; और जो ढूंढ़ता है, वह पाता है; और जो खटखटाता है, उसके लिये खोला जाएगा। 

एक साल में बाइबल: 
  • यर्मियाह ४८-४९ 
  • इब्रानियों ७