ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

मंगलवार, 2 अक्तूबर 2012

हाथ थामे हुए


   हम भ्रमण के लिए निकले थे और एक बड़ी झील के किनारे किनारे चट्टानों पर बनी पगडंडी पर अन्य सैलानियों के साथ चलकर जा रहे थे। उस दिन हवाएं तेज़ थीं और झील से बड़ी बड़ी लहरें उठकर किनारे की चट्टानों से टकरा रहीं थीं। हमारे आगे आगे एक परिवार चल रहा था। उन तेअ हवाओं, ऊँची लहरों, चट्टानों पर पानी के टकराने की आवाज़ और उफनते फेन को देखकर उस परिवार की एक छोटी बच्ची घबराने लगी और अपने पिताजी से बोली, "पिताजी मेरा हाथ थामकर मेरे साथ साथ चलिए, यह रास्ता बहुत डरावना है।"

   यह जीवन मार्ग भी हमारे लिए कभी कभी बहुत डरावना हो जाता है। किसी निकट संबंधी की मृत्यु, आर्थिक समस्याएं, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, और अन्य ऐसी ही कई बातें हमें घबराने लगती हैं। इन विकट और भयावह परिस्थितियों के सामने दिल में आता है कि कोई हो जो हमें सांत्वना दे, हमें संभाले, हमारे बोझ को हमारे साथ बांटे; हमारा हाथ थामे हुए हमें मार्ग में सुरक्षित लेकर चले।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के एक नायक, यहोशू को इस्त्राएल का नेतृत्व सौंपते हुए मूसा ने उसे स्मरण दिलाया कि हर परिस्थिति में, वह चाहे कितनी भी कठिन क्यों ना हो, परमेश्वर उसके साथ होगा। यहोशू को बस यह बात याद रखनी है और परमेश्वर पर तथा उसके वायदों पर भरोसा रखना है: "तेरे आगे आगे चलने वाला यहोवा है; वह तेरे संग रहेगा, और न तो तुझे धोखा देगा और न छोड़ देगा; इसलिये मत डर और तेरा मन कच्चा न हो" (व्यवस्थाविवरण ३१:८)। परमेश्वर का यह वायदा केवल यहोशू के लिए ही नहीं था, यह आज भी उसकी प्रत्येक संतान के लिए है। जितनों ने पापों के पश्चाताप के साथ उसे समर्पण किया है और प्रभु यीशु को अपना निज मुक्तिदाता करके अपनाया है, वे सब इस वायदे की आशीष के भागीदार हैं।

   परमेश्वर यशायाह ४१:१३-१४ में दिए एक और वायदे से हमें प्रोत्साहित करता है: "क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा, तेरा दाहिना हाथ पकड़कर कहूंगा, मत डर, मैं तेरी सहायता करूंगा। हे कीड़े सरीखे याकूब, हे इस्राएल के मनुष्यों, मत डरो! यहोवा की यह वाणी है, मैं तेरी सहयता करूंगा; इस्राएल का पवित्र तेरा छुड़ाने वाला है।" इस बात पर आधारित लोवेल ऐलेक्ज़ैंडर द्वारा लिखित एक स्तुति गीत में कहा गया है: "जीवन पथ में चाहे ऊँचे पहाड़ आएं या विशाल मरुस्थल या गहरी घाटियां हों; जीवन का मौसम चाहे अच्छा हो या सर्द हवाओं के थपेड़े पड़ रहे हों; लेकिन एक बात सदा स्मरण रखना - आप कभी अकेले नहीं हैं। प्रभु यीशु आपके साथ सदा बना रहता है और सहायक है।

   जब जीवन कठिन हो, परिस्थितियां समझ और सामर्थ से बाहर हों, भविष्य की आशंकाएं परेशान करें तो प्रत्येक मसीही विश्वासी इस बात में आश्वस्त रह सकता है कि उसका सृजनहार, पालनहार और तारणहार प्रभु परमेश्वर उसके साथ बना रहता है; उसे कभी नहीं छोड़ता और कभी नहीं त्यागता। प्रभु यीशु उसका हाथ थामे हुए उसे सुरक्षित लिए चलता है। - ऐनी सेटास


परमेश्वर की उपस्थिति में डर भाग जाते हैं

तेरे आगे आगे चलने वाला यहोवा है; वह तेरे संग रहेगा, और न तो तुझे धोखा देगा और न छोड़ देगा; इसलिये मत डर और तेरा मन कच्चा न हो। - व्यवस्थाविवरण ३१:८

बाइबल पाठ:
Deu 31:1  और मूसा ने जाकर यह बातें सब इस्रएलियों को सुनाईं। 
Deu 31:2  और उस ने उन से यह भी कहा, कि आज मैं एक सौ बीस वर्ष का हूं, और अब मैं चल फिर नहीं सकता; क्योंकि यहोवा ने मुझ से कहा है, कि तू इस यरदन पार नहीं जाने पाएगा। 
Deu 31:3  तेरे आगे पार जाने वाला तेरा परमेश्वर यहोवा ही है; वह उन जातियों को तेरे साम्हने से नष्ट करेगा, और तू उनके देश का अधिकारी होगा; और यहोवा के वचन के अनुसार यहोशू तेरे आगे आगे पार जाएगा। 
Deu 31:4  और जिस प्रकार यहोवा ने एमोरियों के राजा सीहोन और ओग और उनके देश को नष्ट किया है, उसी प्रकार वह उन सब जातियों से भी करेगा। 
Deu 31:5  और जब यहोवा उनको तुम से हरवा देगा, तब तुम उन सारी आज्ञाओं के अनुसार उन से करना जो मैं ने तुम को सुनाई हैं। 
Deu 31:6  तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो, क्योंकि तेरे संग चलने वाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा। 
Deu 31:7  तब मूसा ने यहोशू को बुलाकर सब इस्राएलियों के सम्मुख कहा, कि तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो जा, क्योंकि इन लोगों के संग उस देश में जिसे यहोवा ने इनके पूर्वजों से शपथ खाकर देने को कहा था तू जाएगा, और तू इनको उसका अधिकारी कर देगा। 
Deu 31:8  और तेरे आगे आगे चलने वाला यहोवा है; वह तेरे संग रहेगा, और न तो तुझे धोखा देगा और न छोड़ देगा; इसलिये मत डर और तेरा मन कच्चा न हो।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह १४-१६ 
  • इफिसियों ५:१-१६