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शुक्रवार, 10 अगस्त 2012

सदा के लिए


   लड़कपन में जब मुझे कोई छोटी चोट लगती या खरोंच आ जाती तो मेरी प्रतिक्रीया ऊंची आवाज़ में रोने-चिल्लने और खूब आंसू बहाने की होती। मेरे पिताजी मुझे सांत्वना देते और कहते, "यह सोचो कि जब दर्द बन्द हो जाएगा तो कितना अच्छा लगेगा।" उस समय तो मेरे पिताजी की यह सलाह मुझे किसी काम की नहीं लगती थी, और मैं अपने दर्द के अलावा और किसी बात के बारे में सोच भी नहीं सकता थी, लेकिन समय बीतने के साथ मेरे पिताजी की इस सलाह ने मुझे बहुत सी मुश्किलों से निकलने में सहायता करी, चाहे वह टूटे हृदय की वेदना हो या किसी लंबी बिमारी का कष्ट। मैं अपने आप को यही समझाती रहती थी, जो अभी है वह सदा नहीं रहेगा।

   हम मसीही विश्वासियों के पास भी अपने भविष्य के लिए यही आशा है - परमेश्वर ने हमारे भविष्य के लिए कुछ अति उत्तम ठहरा रखा है। कष्ट और परेशानियां परमेश्वर की सृष्टि की मूल योजना के भाग नहीं थे, किंतु आज हमें स्मरण दिलाते हैं कि जब परमेश्वर की आज्ञाओं की अवहेलना होती है तो उसका प्रतिफल कैसा होता है। कष्ट और परेशानियां हमें उकसाते भी हैं कि हम इन के निवारण और पाप से उद्धार पाने के सुसमाचार संबंधित परमेश्वर की योजना का सन्देश लोगों तक लेकर जाएं।

   यद्यपि हम दर्द और निराशा से बच नहीं सकते (यूहन्ना १६:३३), किंतु हम यह भी जानते हैं कि ये कुछ समय के ही हैं। कुछ दुखों से तो हम इस जीवन में ही छुटकारा पा लेंगे किंतु मसीही विश्वासी आते जीवन में प्रत्येक दुख-दर्द से छुटकारा पाने की निश्चितता को जानते हैं, जब परमेश्वर अपने राज्य की स्थापना करेगा और एक नई पृथ्वी और आकाश स्थापित किया जाएगा (प्रकाशितवाक्य २१:१)।

   पाप और पाप के प्रभाव से विहीन यह नई सृष्टि सदा के लिए रहेगी; जो अभी है वह सदा के लिए नहीं है। क्या आप उस नई सृष्टि में होंगे? - जूली ऐकैरमैन लिंक


स्वर्ग का नफा पृथ्वी के नुकसानों से कहीं बढ़कर होगा।

और वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं। - प्रकाशितवाक्य २१:४

बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य २१:१-५
Rev 21:1  फिर मैं ने नये आकाश और नयी पृथ्वी को देखा, क्‍योंकि पहिला आकाश और पहिली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा। 
Rev 21:2  फिर मैं ने पवित्र नगर नये यरूशलेम को स्‍वर्ग पर से परमेश्वर के पास से उतरते देखा, और वह उस दुल्हिन के समान थी, जो अपने पति के लिये सिंगार किए हो। 
Rev 21:3  फिर मैं ने सिंहासन में से किसी को ऊंचे शब्‍द से यह कहते सुना, कि देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उन के साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उन के साथ रहेगा, और उन का परमेश्वर होगा। 
Rev 21:4  और वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं। 
Rev 21:5  और जो सिंहासन पर बैठा था, उस ने कहा, कि देख, मैं सब कुछ नया कर देता हूं: फिर उस ने कहा, कि लिख ले, क्‍योंकि ये वचन विश्वास के योग्य और सत्य हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन ७९-८० 
  • रोमियों ११:१-१८