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शनिवार, 4 अगस्त 2012

भटके हुए


   मुझे अभी भी यह सोचकर अचरज होता है कि मनुष्य सुदूर अंतरिक्ष में सैटलाईट भेज सकता है। भेजने से पहले बड़े गहन अध्ययन द्वारा हर एक सैटलाईट का पथ और कक्षा निर्धारित करी जाती है और उसी के अनुसार उसे पृथ्वी प्रेषित किया जाता है। ज़रा विचार कीजिए कि यह कितनी बड़ी बरबादी होगी यदि मंगल ग्रह की ओर भेजी गई सैटलाईट, मार्ग में किसी अन्य महत्वहीन पिंड के गुरुत्वाकर्षण से आकर्षित होकर अपनी कक्षा से भटक जाए और किसी अन्य मार्ग पर हो ले। ध्यान कीजिए, यह आपके जीवन में भी हो सकता है या हो रहा होगा।

   जब प्रभु यीशु ने अपने चेलों को बुलाया, तो उसकी इच्छा थी कि वे पूरी लगन और तत्परता के साथ उसके पीछे चलें। प्रभु यीशु के चेलों के लिए एक ऐसा पथ निर्धारित है जो उन्हें लगातार प्रभु यीशु की निकटता की ओर ही ले जाता है। लेकिन इस पथ पर चलते हुए कई दफा संसार और संसार कि बातों का आकर्षण हमें हमारे पथ से भटका देता है और तब हम प्रभु यीशु की नहीं वरन संसार की व्यर्थ और खोखली बातों तथा इच्छाओं की पूर्ति की निकटता में बढ़ने लगते हैं।

   ऐसे भटके हुए जीवनों के लिए परमेश्वर के वचन में भजन ६३ एक उत्तम मार्गदर्शक है। इस भजन के लेखक दाऊद ने परमेश्वर की निकटता को अपना लक्ष्य बनाया, यह जानते हुए कि केवल वह ही उसके अन्दर की प्यास को बुझा सकता है, क्योंकि परमेश्वर की करुणा जीवन की उत्तमता से बढ़कर है (पद ३)। परमेश्वर की साथ बनी रहने वाली उपस्थिति पर वह हर पल विचार करता रहता था, "जब मैं बिछौने पर पड़ा तेरा स्मरण करूंगा, तब रात के एक एक पहर में तुझ पर ध्यान करूंगा" (पद ६)। दाऊद ने समझा और जाना कि जीवन का वास्तविक आनन्द और उद्देश्य दूर ही से परमेश्वर को निहारने के द्वारा नहीं वरन भरसक प्रयास के साथ उसके साथ साथ चलने में है।

   यदि आप आज अपने लक्ष्य से या अपने पथ से भटक गए हैं, तो व्यर्थ के आकर्षणों को छोड़कर पुनः अपने सही पथ और लक्ष्य की ओर लौट आएं, और परमेश्वर की नज़दीकी में चलने का मार्ग पर बढ़ें। - जो स्टोवैल


आप जितना परमेश्वर की निकटता में चलेंगे, अन्य बातों को बीच में आने का उतना कम स्थान मिलेगा।

हे परमेश्वर, तू मेरा ईश्वर है, मैं तुझे यत्न से ढूंढूंगा; सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर, मेरा मन तेरा प्यासा है, मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है। - भजन ६३:१

बाइबल पाठ: भजन ६३
Psa 63:1  हे परमेश्वर, तू मेरा ईश्वर है, मैं तुझे यत्न से ढूंढूंगा; सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर, मेरा मन तेरा प्यासा है, मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है। 
Psa 63:2  इस प्रकार से मैं ने पवित्रस्थान में तुझ पर दृष्टि की, कि तेरी सामर्थ्य और महिमा को देखूं। 
Psa 63:3  क्योंकि तेरी करूणा जीवन से भी उत्तम है मैं तेरी प्रशंसा करूंगा। 
Psa 63:4  इसी प्रकार मैं जीवन भर तुझे धन्य कहता रहूंगा; और तेरा नाम लेकर अपने हाथ उठाऊंगा।
Psa 63:5  मेरा जीव मानो चर्बी और चिकने भोजन से तृप्त होगा, और मैं जयजयकार करके तेरी स्तुति करूंगा। 
Psa 63:6  जब मैं बिछौने पर पड़ा तेरा स्मरण करूंगा, तब रात के एक एक पहर में तुझ पर ध्यान करूंगा; 
Psa 63:7  क्योंकि तू मेरा सहायक बना है, इसलिये मैं तेरे पंखों की छाया में जयजयकार करूंगा। 
Psa 63:8  मेरा मन तेरे पीछे पीछे लगा चलता है, और मुझे तो तू अपने दाहिने हाथ से थाम रखता है।
Psa 63:9  परन्तु जो मेरे प्राण के खोजी हैं, वे पृथ्वी के नीचे स्थानों में जा पड़ेंगे; 
Psa 63:10  वे तलवार से मारे जाएंगे, और गीदड़ों का आहार हो जाएंगे। 
Psa 63:11  परन्तु राजा परमेश्वर के कारण आनन्दित होगा; जो कोई ईश्वर की शपथ खाए, वह बड़ाई करने पाएगा; परन्तु झूठ बोलने वालों का मुंह बन्द किया जाएगा।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन ६६-६७
  •  रोमियों ७