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गुरुवार, 7 जून 2012

अनुग्रह के भण्डारी

   पिछले सप्ताह मुझे अनुग्रह दिखाने के अनेक अवसर मिले। मैं उन में बिलकुल सिद्ध तो नहीं रही, परन्तु जितना मैंने किया मैं उससे बहुत प्रसन्न थी; मैं विशेषकर एक परिस्थिति को लेकर अपने किए से बहुत संतुष्ट थी, जहां क्रोधित होने कि बजाए, मैंने कहा, "मैं समझ सकती हूं कि आप से यह गलती कैसे हुई, मैंने भी कई गलतियां करीं हैं" और बात को आगे बढ़ाने की बजाए उसे वहीं समाप्त कर दिया।

   अपने आंकलन के स्तर पर मुझे इस बात के लिए चाहे पूरे नहीं, परन्तु पूरे के निकट अंक अवश्य ही मिलने चाहिएं थे। मुझे यह स्वीकार करते हुए कुछ शर्म तो आ रही है, लेकिन मैं मान लेती हूं कि मेरे मन में इस बात के लिए कुछ घमण्ड और यह भावना भी थी कि ऐसे अनुग्रह दिखा कर, किसी आते समय में आवश्यक्तानुसार, मैं भी किसी अनुग्राह का पात्र बनने के योग्य हो गई हूं।

   इसके अगले इतवार को चर्च में हम भजन गा रहे थे, "Amazing Grace! How sweet the sound, that saved a wretch like me" अर्थात, "अद्भुत अनुग्रह! कितना मधुर है यह शब्द, जिसके कारण मुझ जैसा निकृष्ट पापी भी उद्धार पा सका" यह गीत गाते गाते, मुझे एकदम ही बीते सप्ताह में अपने रवैये के दंभ और ढिठाई का एहसास हुआ। मैंने एहसास किया कि ये मैं क्या सोचने और मानने लग गई थी?

   जो अनुग्रह मैंने किसी दूसरे पर दिखाया है वह मेरा तो है ही नहीं; वह तो पहले मुझ पर किया गया और मुझे दिया गया है। इसी लिए तो मैं उसे किसी अन्य पर दिखा पाई! किसी दूसरे पर अनुग्रह कर पाने का एक मात्र कारण है कि पहले हम पर परमेश्वर ने अनुग्रह किया, और हमें अपने अनुग्रह का भण्डारी बनाया जिस से हम दूसरों को उसे बांट सकें।

   भले भण्डारी अपने स्वामी के द्वारा दिये गए भण्डारीपन को योग्य रीति से निभाते हैं और उसकी इच्छा को पूरी करते हैं। हम सभी मसीही विश्वासी परमेश्वर के अनुग्रह के पात्र और भण्डारी हैं, उसे दूसरों तक पहुंचाने के लिए। आइये अपने इस वरदान को "...परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्‍डारियों की नाईं एक दूसरे की सेवा में लगाए" (१ पतरस ४:१०)। - जूली ऐकैरमैन लिंक


परमेश्वर के अनुग्रह को जानने वाले उसे दूसरों को बांटने वाले भी होते हैं।

जिस को जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्‍डारियों की नाईं एक दूसरे की सेवा में लगाए। - १ पतरस ४:१०

बाइबल पाठ: १ कुरिन्थियों १५:१-११
1Co 15:1  हे भाइयों, मैं तुम्हें वही सुसमाचार बताता हूं जो पहिले सुना चुका हूं, जिसे तुम ने अंगीकार भी किया या और जिस में तुम स्थिर भी हो।
1Co 15:2  उसी के द्वारा तुम्हारा उद्धार भी होता है, यदि उस सुसमाचार को जो मैं ने तुम्हें सुनाया था स्मरण रखते हो; नहीं तो तुम्हारा विश्वास करना व्यर्थ हुआ।
1Co 15:3 इसी कारण मैं ने सब से पहिले तुम्हें वही बात पहुंचा दी, जो मुझे पहुंची थी, कि पवित्र शास्‍त्र के वचन के अनुसार यीशु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया।
1Co 15:4 और गाड़ा गया; और पवित्र शास्‍त्र के अनुसार तीसरे दिन जी भी उठा।
1Co 15:5  और कैफा को तब बारहों को दिखाई दिया।
1Co 15:6  फिर पांच सौ से अधिक भाइयों को एक साथ दिखाई दिया, जिन में से बहुतेरे अब तक वर्तमान हैं पर कितने सो गए।
1Co 15:7  फिर याकूब को दिखाई दिया तब सब प्रेरितों को दिखाई दिया।
1Co 15:8  और सब के बाद मुझ को भी दिखाई दिया, जो मानो अधूरे दिनों का जन्मा हूं।
1Co 15:9  क्‍योंकि मैं प्ररितों में सब से छोटा हूं, वरन प्ररित कहलाने के योग्य भी नहीं, क्‍योंकि मैं ने परमेश्वर की कलीसिया को सताया था।
1Co 15:10 परन्‍तु मैं जो कुछ भी हूं, परमेश्वर के अनुग्रह से हूं: और उसका अनुग्रह जो मुझ पर हुआ, वह व्यर्थ नहीं हुआ परन्तु मैं ने उन सब से बढ़ कर परिश्रम भी किया: तौभी यह मेरी ओर से नहीं हुआ परन्‍तु परमेश्वर के अनुग्रह से जो मुझ पर था।
1Co 15:11  सो चाहे मैं हूं, चाहे वे हों, हम यही प्रचार करते हैं, और इसी पर तुम ने विश्वास भी किया।


एक साल में बाइबल: 

  • २ इतिहास २८-२९ 
  • यूहन्ना १७