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सोमवार, 16 अप्रैल 2012

खज़ाने के पात्र

   यह कहा जाता है कि प्राचीन रोमी साम्राज्य जैतून के तेल से चलता था। जैतून का तेल उस समय भोजन पकाने, स्नान, सौन्दर्य-प्रसाधन बनाने, धार्मिक अनुष्ठान और संस्कारों, दीए जलाने और औषधि के रूप में होता था। कई दशकों तक दक्षिणी स्पेन से जैतून का तेल मिट्टी के घड़ों में पानी जहाज़ों द्वारा रोम तक लाया जाता था। फिर, क्योंकि वे घड़े वापस भेजने के लायक नहीं होते थे इसलिए फेंक दिए जाते थे, और लगभग २५ करोड़ टूटे घड़ों के उन टुकड़ों से वहां एक पहाड़ सा बन गया जो Monte Testaccio कहलाता है और रोम की टाइबर नदी के किनारे स्थित है। उन घड़ों की अपनी ना कोई सुन्दरता थी और ना कोई कीमत, जो भी उनकी कीमत और उपयोगिता थी वह उसमें रखी गई वस्तु के द्वारा ही थी।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस प्रेरित द्वारा कुरिन्थुस की मण्डली को लिखी दूसरी पत्री में, मण्डली के लोगों को उसके कथन "परन्‍तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे" (२ कुरिन्थियों ४:७) का अर्थ समझना कठिन नहीं रहा होगा।

   उन मिट्टी के घड़ों के समान, हमारे शरीर भी क्षणिक, कभी भी टूट सकने या क्षतिग्रस्त हो सकने वाले और दीर्घकालीन उपयोग के लिए अयोग्य हैं। हमें कभी नहीं भूलना चाहिए कि हमारे शरीरों की वास्तविक कीमत हमारे बाहरी स्वरूप और सुन्दरता से नहीं वरन जो हम में विद्यमान है, उससे है। यदि मसीह और परमेश्वर का आत्मा हम में वास करता है, तो यही है जो हमारे शरीरों को वास्तव में बहूमूल्य और उपयोगी बनाता है।

   हम तो अपने आप में असामर्थी मिट्टी के पात्र हैं, जो प्रभु यीशु में विश्वास और पापों से पश्चाताप के द्वारा परमेश्वर के उपयोग के लिए बहूमूल्य बन जाते हैं और परमेश्वर का आत्मा हम में निवास करता है। परमेश्वर के इस अनुग्रह को अपना कर ऐसे जीवन जीएं जो संसार में मसीह की गवाही दे और दूसरों को भी इस बहूमूल्य खज़ाने का पात्र बनने के लिए आकर्षित करे। - डेविड मैक्कैसलैंड


मेरे जीवन से तब ही मसीह सबसे स्पष्ट दिखाई देता है जब मैं पृष्ठभूमि में हो जाता हूँ।
परन्‍तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे। - २ कुरिन्थियों ४:७
बाइबल पाठ: २ कुरिन्थियों ४:१-११
2Co 4:1  इसलिये जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम हियाव नहीं छोड़ते।
2Co 4:2  परन्‍तु हम ने लज्ज़ा के गुप्‍त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्‍तु सत्य को प्रगट करके, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं।
2Co 4:3  परन्‍तु यदि हमारे सुसमाचार पर परदा पड़ा है, तो यह नाश होने वालों ही के लिये पड़ा है।
2Co 4:4  और उन अविश्वासियों के लिये, जिन की बुद्धि को इस संसार के ईश्वर ने अन्‍धी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप है, उसके तेजोमय सुसमाचार का प्रकाश उन पर न चमके।
2Co 4:5  क्‍योंकि हम अपने को नहीं, परन्‍तु मसीह यीशु को प्रचार करते हैं, कि वह प्रभु है; और उसके विषय में यह कहते हैं, कि हम यीशु के कारण तुम्हारे सेवक हैं।
2Co 4:6  इसलिये कि परमेश्वर ही है, जिस ने कहा, कि अन्‍धकार में से ज्योति चमके; और वही हमारे हृदयों में चमका, कि परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति यीशु मसीह के चेहरे से प्रकाशमान हो।
2Co 4:7  परन्‍तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे।
2Co 4:8  हम चारों ओर से क्‍लेश तो भोगते हैं, पर संकट में नहीं पड़ते; निरूपाय तो हैं, पर निराश नहीं होते।
2Co 4:9  सताए तो जाते हैं, पर त्यागे नहीं जाते; गिराए तो जाते हैं, पर नाश नहीं होते।
2Co 4:10  हम यीशु की मृत्यु को अपनी देह में हर समय लिये फिरते हैं, कि यीशु का जीवन भी हमारी देह में प्रगट हो।
2Co 4:11 क्‍योंकि हम जीते जी सर्वदा यीशु के कारण मृत्यु के हाथ में सौंपे जाते हैं कि यीशु का जीवन भी हमारे मरणहार शरीर में प्रगट हो।
एक साल में बाइबल: 
  • १ शमूएल ३०-३१ 
  • लूका १३:२३-३५