ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

सोमवार, 2 जनवरी 2012

सदैव साथ

   मिशिगन झील के दक्षिणी तट के साथ साथ हो कर चलने वाला राजमार्ग सर्दी के मौसम में बहुत खतरनाक हो सकता है। एक सप्ताहांत हम शिकागो से वापस ग्रैंड रैपिड्स के लिए उसी राजमार्ग से हो कर जा रहे थे; मार्ग और किनारों पर जमी हुई बर्फ ने वाहनों के चलने की गति को बहुत धीमा और जोखिम भरा कर दिया था; हम ने स्थान स्थान पर हुई कई दुघटनाएं देखीं, बाधाओं के कारण हमारी यात्रा का समय अनुमानित समय से दोगुना हो गया। आखिरकर जब राजमार्ग छोड़ कर हम अपने घर की ओर जाने वाली सड़क पर मुड़े तो मेरे पति ने ऊँची आवाज़ में कहा, "प्रभु यहाँ तक की सुरक्षा के लिए बहुत धन्यवाद; मुझे लगता है कि यहाँ से आगे मैं खुद ही संभाल लूँगा।"

   अभी उन के मुँह से यह शब्द निकलने समाप्त ही हुए थे कि अचानक ही हमारी गाड़ी बर्फ पर फिसल कर १८० डिग्री घूम गई और खड़ी हो गई। इस अनायास होने वाली संभावित दुर्घटना के कारण बढ़ी हुई अपने दिल की धड़कनों को शाँत करते हुए हमें लगा जैसे परमेश्वर हम से पूछ रहा हो, "क्या वास्तव में?"

   जब प्रति पल हमें परमेश्वर का साथ उपलब्ध है तो फिर क्यों हम कई बार जीवन में अकेले ही आगे बढ़ना चाहते हैं? परमेश्वर ने कहा है, "और सुन, मैं तेरे संग रहूंगा, और जहां कहीं तू जाए वहां तेरी रक्षा करूंगा...." (उत्पत्ति २८:१५)। साथ ही परमेश्वर ने आश्वासन भी दिया है, "....मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा" (इब्रानियों १३:५)।

    स्कॉटलैंड के गणितग्ज्ञ, धर्म शास्त्री और प्रचारक थौमस चाल्मर्स (१७८०-१८४७) ने उन के साथ बनी रहने वाली परमेश्वर की उपस्थिति के संबम्ध में लिखा: "जब मैं मार्ग पर चलता हूँ, वह मेरे साथ चलता है। जब मैं लोगों के साथ होता हूँ, तब मैं चाहे उसे भूल जाऊँ, वह मुझे कभी नहीं भूलता....मैं चाहे जहाँ जाऊँ, वह मुझे पर अपनी नज़र बनाए रखता है, वह मेरी देख-भाल और सुरक्षा करता रहता है।"

   यह बात मन को कितनी शांति देती है कि हमें जीवन में कभी भी अकेले चलने का कोई भय नहीं; हमारी देख-भाल और सुरक्षा करने वाला परमेश्वर सदैव ही हमारे साथ बना रहता है। - सिंडी हैस कैस्पर

परमेश्वर की साथ बनी हुई उपस्थिति हमें बहुत शांति देती है।

और सुन, मैं तेरे संग रहूंगा, और जहां कहीं तू जाए वहां तेरी रक्षा करूंगा.... - उत्पत्ति २८:१५

बाइबल पाठ: भजन २५:१-१०

Psa 25:1  हे यहोवा मैं अपने मन को तेरी ओर उठाता हूं।
Psa 25:2  हे मेरे परमेश्वर, मैं ने तुझी पर भरोसा रखा है, मुझे लज्जित होने न दे; मेरे शत्रु मुझ पर जयजयकार करने न पाएं।
Psa 25:3  वरन जितने तेरी बाट जोहते हैं उन में से कोई लज्जित न होगा; परन्तु जो अकारण विश्वासघाती हैं वे ही लज्जित होंगे।
Psa 25:4  हे यहोवा अपने मार्ग मुझ को दिखला; अपना पथ मुझे बता दे।
Psa 25:5  मुझे अपने सत्य पर चला और शिक्षा दे, क्योंकि तू मेरा उद्धार करने वाला परमेश्वर है; मैं दिन भर तेरी ही बाट जोहता रहता हूं।
Psa 25:6  हे यहोवा अपनी दया और करूणा के कामों को स्मरण कर; क्योंकि वे तो अनन्तकाल से होते आए हैं।
Psa 25:7  हे यहोवा अपनी भलाई के कारण मेरी जवानी के पापों और मेरे अपराधों को स्मरण न कर; अपनी करूणा ही के अनुसार तू मुझे स्मरण कर।
Psa 25:8  यहोवा भला और सीधा है, इसलिये वह पापियों को अपना मार्ग दिखलाएगा।
Psa 25:9  वह नम्र लोगों को न्याय की शिक्षा देता, हां वह नम्र लोगों को अपना मार्ग दिखलाएगा।
Psa 25:10  जो यहोवा की वाचा और चितौनियों को मानते हैं, उनके लिये उसके सब मार्ग करूणा और सच्चाई हैं।
 
एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति ४-६ 
  • मत्ती २