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गुरुवार, 15 दिसंबर 2011

जंगल और बस्ती

   रिचर्ड वुड ने, Oriental Missionary Society द्वारा प्रकाशित पत्रिका Outreach में एक लेख में मिशनरी कार्यों को समर्थन और सहारा देने के विषय में एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठाया। उन्हों ने कहा, सैलानी अकसर जब अति पिछड़े और गरीब देश हेयती हो कर आते हैं तो कहते हैं कि "हेयती में कार्य कर रहे मिशन संस्थानों और कार्यकर्ताओं के कार्य द्वारा परमेश्वर ने मेरा मन छू लिया।" लेकिन मैं यह सोचता हूँ कि उन लोगों का मन किस से छूआ गया - हेयती की शारीरिक गरीबी और बदहाली से या वहाँ के विवासियों में व्याप्त आत्मिक कँगाली से? इन सैलानियों के मन में प्रथामिक चिंता किस चीज़ को लेकर थी, वहाँ पेट भरने की रोटी की कमी के कारण या जीवन की रोटी - परमेश्वर के वचन की कमी के कारण?

   रिचर्ड वुड ने समझाया कि लोगों की शारीरिक कमीयों को देख कर चिंता करना, हमें जागृत करने के लिए परमेश्वर का एक उपाय हो सकता है; किंतु इन चिंता करने वालों में से ऐसे कितने होंगे जो बस्तीयों और शहरों में जा कर भी यही कहेंगे कि, "परमेश्वर ने शहर और बस्ती में मेरे मन को छू लिया।" क्या शहर में बने सुन्दर बाग़ीचों वाले कीमती घरों, और उन में रहने वाले अच्छे कपड़े पहने हुए और हर प्रकार के भोजन वस्तुओं से तृप्त लोगों को देख कर भी उन के मनों में ऐसी ही चिन्ता उठती है?

   सुसमाचार केवल झुग्गी-झोंपड़ी और छोटी बस्तियों में रहने वाले गरीब लोगों के लिए नहीं है, उद्धार का यह सुसमाचार अमीरों, शहर वासियों और कॉलनी में रहने वालों के लिए भी वैसे ही है। मिशन कार्य में लगने और सुसमाचार प्रचार करने का सही कारण और प्रेरणा हमारी भावनाएं और विचार नहीं - परमेश्वर का चरित्र और लोगों का आत्मिक अन्धकार हैं। इस से कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह आत्मिक अन्धकार गरीब झोंपड़ी वाले के जीवन में है या आलीशान मकान में रहने वाले अमीर व्यक्ति के जीवन में, दोनो को ही सुसमाचार पर विश्वास द्वारा पापों से मुक्ति और नरक से बचने की समान आवश्यक्ता है।

   इसलिए हर एक मसीही विश्वासी का यह कर्तव्य है कि सुसमाचार - परमेश्वर द्वारा उपल्बध कराए गए मुक्ति के मार्ग को, वह सब प्रकार के लोगों तक पहुँचाए - चाहे वे जंगलों में रहते हों या बस्तियों में। - रिचर्ड डी हॉन

जो कोई मसीह यीशु में है वह सुसमाचार प्रचारक है, और जो मसीह यीशु में नहीं है वह सुसमाचार प्रचार के लिए कार्य स्थल है।

परन्‍तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होगे। - प्रेरितों १:८

बाइबल पाठ: मत्ती २८:१८-२०; प्रेरितों १:७, ८
Mat 28:18  यीशु ने उन के पास आ कर कहा, कि स्‍वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है।
Mat 28:19  इसलिये तुम जा कर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्‍हें पिता और पुत्र और पवित्रआत्मा के नाम से बपतिस्मा दो।
Mat 28:20  और उन्‍हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्‍त तक सदैव तुम्हारे संग हूं।
Act 1:7  उस ने उन से कहा; उन समयों या कालों को जानना, जिन को पिता ने अपने ही अधिकार में रखा है, तुम्हारा काम नहीं।
Act 1:8  परन्‍तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होगे।
एक साल में बाइबल: 
  • अमोस १-३ 
  • प्रकाशितवाक्य ६