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गुरुवार, 3 नवंबर 2011

परमेश्वर का जन

   अपनी लालिमा लिए हुए रंग के कारण अमेरिका के मूल रेड इन्डियन निवासियों के बीच एक मिशनरी प्रभु यीशु द्वारा उद्धार का सुसमाचार लेकर गया। पहले पहल उन निवासियों ने उसे बड़े सन्देह से देखा, और उसे "श्वेत आदमी" कह कर संबोधित करते थे। थोड़े समय में जब वे उसे अधिक अच्छे से जानने लगे तो वे उसे "आदरणीय श्वेत आदमी" कहकर बुलाने लगे। और कुछ समय बाद जब उन्होंने उसके भले और सहायता भरे स्वभाव को देखा तो उसे अपनाकर वे उसे "श्वेत इन्डियन" कहने लगे। जब उन में से एक रेड इन्डियन घायल हुआ तो यह मिशनरी उसे अपने घर में ले आया, उसका इलाज और उसकी सेवा करने लगा। उसके इस सेवा भाव को देखकर वे लोग चकित हो गए और उन्होंने उसे "परमेश्वर का जन" कहना आरंभ कर दिया।

   उस मिशनरी ने अपने प्रभु यीशु मसीह जैसा स्वभाव प्रदर्शित किया, क्योंकि प्रभु यीशु भी सेवा लेने नहीं वरन सेवा करने आया था ( मरकुस १०:४५)। तिबिरियास की झील के किनारे प्रभु यीशु ने चेलों को मछली और रोटी का नाशता बनाकर परोसा और वैसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया जैसा उसने उनके पांव धोने के समय किया था। ऐसे ही हम मसीही विश्वासियों को भी एक दूसरे की, अपने प्रीय जनों की, अपने रिश्तेदारों एवं मित्रों की और उन लोगों की सेवा करने में हिचकिचाना नहीं चाहिए, जिनकी सेवा करना हमें कठिन लगता है।

   यदि हम अपने आप को दीन कर के अपने प्रभु का अनुसरण करेंगे तो हम भी उस मिशनरी के समान "परमेश्वर के जन" कहलाएंगे। - डेव एग्नर


यदि हम एक-दूसरे के लिए छोटे छोटे कार्य करने को तैयार हो जाएं तो परमेश्वर के लिए बड़े बड़े कार्य कर सकेंगे।

यीशु ने उन से कहा, कि आओ, भोजन करो और चेलों में से किसी को हियाव न हुआ, कि उस से पूछे, कि तू कौन है? यीशु आया, और रोटी लेकर उन्‍हें दी, और वैसे ही मछली भी। - युहन्ना २१:१२, १३
 
बाइबल पाठ: युहन्ना २१:१-१४
    Joh 21:1  इन बातों के बाद यीशु ने अपने आप को तिबिरियास झील के किनारे चेलों पर प्रगट किया और इस रीति से प्रगट किया।
    Joh 21:2  शमौन पतरस और थोमा जो दिदुमुस कहलाता है, और गलील के काना नगर का नतनएल और जब्‍दी के पुत्र, और उसके चेलों में से दो और जन इकट्ठे थे।
    Joh 21:3  शमौन पतरस ने उन से कहा, मैं मछली पकड़ने जाता हूं: उन्‍होंने उस से कहा, हम भी तेरे साथ चलते हैं: सो वे निकल कर नाव पर चढ़े, परन्‍तु उस रात कुछ न पकड़ा।
    Joh 21:4  भोर होते ही यीशु किनारे पर खड़ा हुआ; तौभी चेलों ने न पहचाना कि यह यीशु है।
    Joh 21:5  तब यीशु ने उन से कहा, हे बालको, क्‍या तुम्हारे पास कुछ खाने को है उन्‍होंने उत्तर दिया कि नहीं।
    Joh 21:6  उस ने उन से कहा, नाव की दाहिनी ओर जाल डालो, तो पाओगे, तब उन्‍होंने जाल डाला, और अब मछिलयों की बहुतायत के कारण उसे खींच न सके।
    Joh 21:7  इसलिये उस चेले ने जिस से यीशु प्रेम रखता था पतरस से कहा, यह तो प्रभु है: शमौन पतरस ने यह सुन कर कि प्रभु है, कमर में अंगरखा कस लिया, क्‍योंकि वह नंगा था, और झील में कूद पड़ा।
    Joh 21:8  परन्‍तु और चेले डोंगी पर मछिलयों से भरा हुआ जाल खींचते हुए आए, क्‍योंकि वे किनारे से अधिक दूर नहीं, कोई दो सौ हाथ पर थे।
    Joh 21:9  जब किनारे पर उतरे, तो उन्‍होंने कोएले की आग, और उस पर मछली रखी हुई, और रोटी देखी।
    Joh 21:10  यीशु ने उन से कहा, जो मछिलयां तुम ने अभी पकड़ी हैं, उन में से कुछ लाओ।
    Joh 21:11  शमौन पतरस ने डोंगी पर चढ़ कर एक सौ तिर्पन बड़ी मछिलयों से भरा हुआ जाल किनारे पर खींचा, और इतनी मछिलयां होने पर भी जाल न फटा।
    Joh 21:12  यीशु ने उन से कहा, कि आओ, भोजन करो और चेलों में से किसी को हियाव न हुआ, कि उस से पूछे, कि तू कौन है?
    Joh 21:13  यीशु आया, और रोटी लेकर उन्‍हें दी, और वैसे ही मछली भी।
    Joh 21:14  यह तीसरी बार है, कि यीशु ने मरे हुओं में से जी उठने के बाद चेलों को दर्शन दिए।
 
एक साल में बाइबल: 
  • यर्मियाह ३०-३१ 
  • फिलेमौन