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बुधवार, 8 जून 2011

परमेश्वर सदा हमारे साथ है

एक व्यक्ति ने दूसरे से पूछा, "आप क्यों कहते हैं कि परमेश्वर हर जगह विद्यमान है, मुझे तो यहाँ कहीं कोई परमेश्वर नहीं दिखाई दे रहा?" पहले ने कहा, "महोदय, आप ज़रा अपनी आँखें बन्द कीजिए, मैं अभी यहीं आपको परमेश्वर का आभास करवाए देता हूँ।" दूसरे ने जैसे ही आँखें बन्द करीं, पहले ने कसकर उसके मूँह पर एक तमाचा मार दिया। पहला भिन्ना कर बोला, "यह क्या किया?" दूसरे ने बड़े भोलेपन से पूछा, "क्यों, क्या हुआ?" पहला बोला, "आपने मुझे तमाचा मारा।" पहले ने फिर प्रश्न किया, "क्या आपने देखा कि मैंने तमाचा मारा है?" दूसरे ने झल्लाकर कहा, "देखा नहीं तो क्या हुआ, अनुभव तो किया; अभी भी तेज़ दर्द हो रहा है।" पहले ने कहा, "महोदय बस यही बात आपको समझानी थी, परमेश्वर चाहे दिखाई न भी दे, हम उसे महसूस अवश्य कर सकते हैं। ऐसा कोई स्थान नहीं है जहाँ परमेश्वर उपस्थित न हो।"

परमेश्वर के सर्वविद्यमान होने का गुण एक मसीही विश्वासी के लिए आशा और प्रोत्साहन का स्त्रोत है। बहुत साल पहले प्रचारक थोमस चाल्मर्स ने लिखा, "जब मैं मार्ग पर चल रहा होता हूँ, तो परमेश्वर मेरे साथ चल रहा होता है। अगर मैं मित्र मंडली में आकर उस की उपस्थिति को भूल भी जाता हूँ, तब भी वह मुझे छोड़ नहीं देता। रात्रि के पलों में जब मेरी आँखें बन्द होती हैं और मेरी आत्मा बेसुध होती है, तब भी उसकी कभी न ऊँघने वाली निगाहें मुझ पर बनी रहती हैं। मैं चाहे जहाँ चला जाऊँ, मैं उसकी उपस्थिति से दूर नहीं हो सकता। वह सदा मेरा मार्गदर्शन करता है, मेरी देखभाल करता है, मेरी रक्षा करता है।"

हम मसीही विश्वासीयों के लिए यह निश्चित है कि हम कहीं भी जाएं, परमेश्वर सदैव हमारे साथ चलता है, हमारी अगुवाई करता है, हमारी सहायता करता है, हमें सांत्वना देता है और आशीष देता है। हम इस बात में निश्चित और सन्तुष्ट रह सकते हैं कि चाहे अन्देखा हो, परन्तु परमेश्वर सदा हमारे साथ है। - डेव एग्नर


प्रश्न यह नहीं है कि "परमेश्वर कहाँ है?" वरन प्रश्न यह है कि "परमेश्वर कहाँ नहीं है?"

यहोवा की यह वाणी है, क्या मैं ऐसा परमेश्वर हूँ, जो दूर नहीं, निकट ही रहता हूँ? फिर यहोवा की यह वाणी है, क्या कोई ऐसे गुप्त स्थानों में छिप सकता है, कि मैं उसे न देख सकूं? क्या स्वर्ग और पृथ्वी दोनों मुझ से परिपूर्ण नहीं हैं? - यिर्मयाह २३:२३, २४


बाइबल पाठ: भजन १३९:१-१२

Psa 139:1 हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है।
Psa 139:2 तू मेरा उठना बैठना जानता है और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है।
Psa 139:3 मेरे चलने और लेटने की तू भली भांति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है।
Psa 139:4 हे यहोवा, मेरे मुंह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो।
Psa 139:5 तू ने मुझे आगे पीछे घेर रखा है, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है।
Psa 139:6 यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है, यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है।
Psa 139:7 मैं तेरे आत्मा से भागकर किधर जाऊं? वा तेरे साम्हने से किधर भागूं?
Psa 139:8 यदि मैं आकाश पर चढूं, तो तू वहां है! यदि मैं अपना बिछौना अधोलोक में बिछाऊं तो वहां भी तू है!
Psa 139:9 यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़कर समुद्र के पार जा बसूं,
Psa 139:10 तो वहां भी तू अपने हाथ से मेरी अगुवाई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा।
Psa 139:11 यदि मैं कहूं कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊंगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा,
Psa 139:12 तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी, क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं।

एक साल में बाइबल:
  • २ इतिहास ३०-३१
  • यूहन्ना १८:१-१८