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बुधवार, 1 जून 2011

निश्चित छुटकारा

इस संसार के किसी भी आनन्द से बढ़कर परमेश्वर की संगति का आनन्द है; लेकिन परमेश्वर का वचन बाइबल कहीं भी यह नहीं कहता कि परमेश्वर के लोग शारीरिक दुख, मानसिक अस्वस्थता या आत्मिक अन्धकार का कभी सामना नहीं करेंगे।

महान प्रचारक स्पर्जन अकसर घोर निराशा में पड़ जाया करता था। स्पर्जन की जीवनी के लेखक आर्नल्ड डालिमोर ने लिखा, "इन निराशा के अन्धकार के समयों में वे किस वेदना से होकर निकलते होंगे, हम नहीं जानते...ऐसे में परमेश्वर से करी गई उनकी प्रार्थनाएं भी उन को ढाढ़स नहीं बन्धा पातीं थीं। उनकी निराशा के विशाल दुर्ग के नीचे जैसे अन्धकार की गहरी काल कोठरियाँ थीं।"

भजन ८८ परमेश्वर के भक्त हेमन द्वारा लिखा भजन है और संपूर्ण भजन संग्रह में एकमात्र ऐसा भजन है जो आरंभ से लेकर अन्त तक शोक और उदासी से भरा हुआ है। दाउद के लिखे कई भजनों में दुख और उदासी तो हैं लेकिन वे अन्ततः आशा पर समाप्त होते हैं, लेकिन हेमन का यह भजन अन्धकार के साथ अन्त होता है।

ऐसा शोकमय भजन कैसे हमें प्रोत्साहित कर सकता है? सर्वप्रथम यह भजन हमें सिखाता है कि परमेश्वर के लोग भी घोर निराशा और दुख से होकर निकल सकते हैं; दूसरे, यह भजन यह भी सिखाता है कि इन निराशा की परिस्थितियों में क्या करें - हेमन के समान अपनी व्यथा परमेश्वर के आगे मुक्त भाव से उंडेल दें; तीसरे, इस भजन का भजन संग्रह में विद्यमान होना इस बात का प्रमाण है कि हृदय से निकली वेदना की पुकार परमेश्वर अन्सुनी नहीं करता।

हेमन के इस भजन में बाइबल के ज्ञानी प्रभु यीशु की वेदना के समानन्तर में हेमन की वेदना के वर्णन को पाते हैं। हम जानते हैं कि जब कलवरी के क्रूस पर प्रभु यीशु समस्त संसार का पाप लिए हुए चढ़ाए गए, तब परमेश्वर ने भी उनसे मुँह मोड़ लिया था। वे परमेश्वर द्वारा उस समय इसलिए त्यागे गए जिससे फिर हम अपने पाप के कारण त्यागे न जाएं; अब जो प्रभु यीशु में विश्वास लाते हैं वे कभी परमेश्वर द्वारा त्यागे नहीं जाएंगे।

हमारे लिए अब परमेश्वर का वायदा है कि चाहे हमें अपनी व्यथा का अन्त न भी दिखाई दे, लेकिन क्लेशों से छुटकारा निश्चित है। - डेनिस डी हॉन


जैसे परमेश्वर हमारे साथ उजाले में रहता है, निश्चय ही वैसे ही वह अंधियारे में भी हमारे साथ बना रहता है।

क्योंकि मेरा प्राण क्लेश में भरा हुआ है, और मेरा प्राण अधोलोक के निकट पहुंचा है। - भजन८८:३



बाइबल पाठ: भजन ८८

Psa 88:1 हे मेरे उद्धारकर्त्ता परमेश्वर यहोवा, मैं दिन को और रात को तेरे आगे चिल्लाता आया हूं।
Psa 88:2 मेरी प्रार्थना तुझ तक पहुंचे, मेरे चिल्लाने की ओर कान लगा!
Psa 88:3 क्योंकि मेरा प्राण क्लेश में भरा हुआ है, और मेरा प्राण अधोलोक के निकट पहुंचा है।
Psa 88:4 मैं कबर में पड़ने वालों में गिना गया हूं; मैं बलहीन पुरूष के समान हो गया हूं।
Psa 88:5 मैं मुर्दों के बीच छोड़ा गया हूं, और जो घात होकर कबर में पड़े हैं, जिनको तू फिर स्मरण नहीं करता और वे तेरी सहायता रहित हैं, उनके समान मैं हो गया हूं।
Psa 88:6 तू ने मुझे गड़हे के तल ही में, अन्धेरे और गहिरे स्थान में रखा है।
Psa 88:7 तेरी जलजलाहट मुझी पर बनी हुई है, और तू ने अपने सब तरंगों से मुझे दु:ख दिया है;
Psa 88:8 तू ने मेरे पहिचान वालों को मुझ से दूर किया है और मुझ को उनकी दृष्टि में घिनौना किया है। मैं बन्दी हूं और निकल नही सकता;
Psa 88:9 दु:ख भोगते भोगते मेरी आंखे धुन्धला गई। हे यहोवा मैं लगातार तुझे पुकारता और अपने हाथ तेरी ओर फैलाता आया हूं।
Psa 88:10 क्या तू मुर्दों के लिये अदभुत् काम करेगा? क्या मरे लोग उठकर तेरा धन्यवाद करेंगे?
Psa 88:11 क्या कबर में तेरी करूणा का, और विनाश की दशा में तेरी सच्चाई का वर्णन किया जाएगा?
Psa 88:12 क्या तेरे अदभुत् काम अन्धकार में, वा तेरा धर्म विश्वासघात की दशा में जाना जाएगा?
Psa 88:13 परन्तु हे यहोवा, मैं ने तेरी दोहाई दी है, और भोर को मेरी प्रार्थना तुझ तक पहुंचेगी।
Psa 88:14 हे यहोवा, तू मुझ को क्यों छोड़ता है? तू अपना मुख मुझ से क्यों छिपाता रहता है?
Psa 88:15 मैं बचपन ही से दु:खी वरन अधमुआ हूं, तुझ से भय खाते मैं अति व्याकुल हो गया हूं।
Psa 88:16 तेरा क्रोध मुझ पर पड़ा है, उस भय से मैं मिट गया हूं।
Psa 88:17 वह दिन भर जल की नाई मुझे घेरे रहता है, वह मेरे चारों ओर दिखाई देता है।
Psa 88:18 तू ने मित्र और भाईबन्धु दोनों को मुझ से दूर किया है, और मेरे जान- पहिचान वालों को अन्धकार में डाल दिया है।

एक साल में बाइबल:
  • २ इतिहास १५-१६
  • यूहन्ना १२:२७-५०