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सोमवार, 9 अगस्त 2010

हां, परन्तु...

विश्वविद्यालय के छात्रों के परीक्षा पत्र जांचते समय कई बार अचंभित करने वाली बातें लिखी मिलती हैं। कभी अनपेक्षित रूप से कोई छात्र बड़ी अच्छी तरह से विष्य को समझने का प्रमाण देता है और उसके उत्तर की लेखन शैली भी अच्छी होती है, और तब लगता है कि मेरा पढ़ाना सफल हुआ।

किन्तु कुछ अन्य अचंभे की बातें ऐसे प्रसन्न करने वाली नहीं होतीं। जैसे, एक छात्र ने लिखा, "बाइबल कहती है, ’तू ....मत करना।’" उसने रिक्त स्थान में वह कार्य लिखा जिसमें वह संलग्न था, यद्यपि पवित्र शास्त्र में ऐसा कोई पद नहीं है। उसका पर्चा पढ़ते समय, आरंभ में मुझे लगा कि वह पवित्र शास्त्र भली भांति नहीं जानता है, जब तक मैं उसके निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा। उसके द्वारा लिखे अन्तिम वाक्य, "यद्यपि बाइबल इस को गलत कहती है, परन्तु मैं ऐसा नहीं समझता, मैं तो उसे ठीक मानता हूं" ने उसकी वास्तविक्ता स्पष्ट करी।

किसी भी व्यक्ति का यह समझना कि वह किसी भी विष्य के बारे में परमेश्वर से अधिक या बेहतर जानता है, उसमें विद्यमान बहुत खतरनाक अहंकार का सूचक है। पवित्र शास्त्र ने भविष्य में ऐसी विचारधारा लोगों में पनपने की भविष्यद्वाणी पहले से ही कर रखी है। पौलुस ने २ तिमिथियुस ४:३, ४ में चिताया "क्‍योंकि ऐसा समय आएगा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे पर कानों की खुजली के कारण अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिये बहुतेरे उपदेशक बटोर लेंगे। और वे अपने कान सत्य से फेरकर कथा-कहानियों पर लगाएंगे।" यह बात ऐसे लोगों के सन्दर्भ में लिखी गई है जो पवित्र शास्त्र की खरी शिक्षा नहीं अपितु अपनी दृष्टि में सही और अपनी पसन्द के अनुसार शिक्षाएं चाहते हैं, और नहीं मानते कि संपूर्ण पवित्र शास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचित है (२ तिमिथियुस ३:१६)।

जब बाइबल किसी बात अथवा सिद्धान्त को स्पष्ट दिखा देती है, तो उसका पालन करके हम परमेश्वर का आदर करते हैं। विश्वासियों के लिये "हां, परन्तु..." जैसे प्रत्युत्तर का कोई स्थान नहीं है। - डेव ब्रैनन


बाइबल को पढ़िये, उसपर विश्वास कीजिये और उसका पालन कीजिये।

और वे अपने कान सत्य से फेरकर कथा-कहानियों पर लगाएंगे। - २ तिमिथियुस ४:४


बाइबल पाठ: २ तिमिथियुस ४:१-८

परमेश्वर और मसीह यीशु को गवाह करके, जो जीवतों और मरे हुओं का न्याय करेगा, उसे और उसके प्रगट होने, और राज्य को सुधि दिलाकर मैं तुझे चिताता हूं।
कि तू वचन को प्रचार कर, समय और असमय तैयार रह, सब प्रकार की सहनशीलता, और शिक्षा के साथ उलाहना दे, और डांट, और समझा।
क्‍योंकि ऐसा समय आएगा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे पर कानों की खुजली के कारण अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिये बहुतेरे उपदेशक बटोर लेंगे।
और वे अपने कान सत्य से फेरकर कथा-कहानियों पर लगाएंगे।
पर तू सब बातों में सावधान रह, दुख उठा, सुसमाचार प्रचार का काम कर और अपनी सेवा को पूरा कर।
क्‍योंकि अब मैं अर्घ की नाईं उंडेला जाता हूं, और मेरे कूच का समय आ पहुंचा है।
मैं अच्‍छी कुश्‍ती लड़ चुका हूं मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैं ने विश्वास की रखवाली की है।
भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं।

एक साल में बाइबल:
  • भजन ७७, ७८
  • रोमियों १०