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बुधवार, 24 फ़रवरी 2010

गड़बड़ की स्थिति को सुधारना

जब हम बाइबल में नओमी को देखते हैं तब उसका जीवन बड़ी गड़बड़ में था। नओमी और उसका पति अकाल के समय भोजन की खोज में मोआब देश चले गये थे। उस देश में उनके दोनो पुत्रों ने मोआबी लड़कियों से शादी की। जीवन खुशी से चल रहा था, परन्तु कुछ समय में उसके पति और दोनो पुत्र मर गये और वह परदेश में अकेली और विधवा रह गयी। नाओमी ने अपने असहनीय दुख में भी जाना कि उसके जीवन की बागडोर किसके हाथ में है? "यहोवा ही ने मेरे विरूद्ध साझी दी, और सर्वशक्तिमान ने मुझे दु:ख दिया है" (रूथ १:२१)। नओमी परमेश्वर के लिये दो इब्रानी शब्दों का प्रयोग करती है, "शद्‍दाई" जो परमेश्वर के हर परिस्थिति में समर्थ होने को दिखाता है और "यहोवा" जो परमेश्वर की विश्वासयोग्यता को दिखाता है। वह वाचा की रक्षा करने वाला प्रेमी यहोवा विश्वासयोग्य है। नओमी ने इन दोनो नामों का प्रयोग एक साथ किया। वह शिकायत के बावजूद अपने विश्वासयोग्य और सर्वशक्तिशाली परमेश्वर के गुण नहीं भूली। परमेश्वर नओमी की रक्षा अन्त तक करने में समर्थ और विश्वासयोग्य रहा।

अगर आप गहरी निराशा में पड़े हैं और कोई मार्ग नहीं सूझ रहा तो याद रखिये कि नओमी का यहोवा आप का भी यहोवा है। वह हमारे जीवन की गड़बड़ को महान भलाई में बदल सकता है। वह समर्थ और विश्वासयोग्य है। इसलिये जब जीवन गड़बड़ हो तो स्मरण रखिये कि आपका परमेश्वर कौन है। - जो स्टोवैल


शांत होकर परमेश्वर को कार्य करने दो और देख लो कि परमेश्वर तुम्हारी बिगड़ी हालत को महिमामय स्थिति में कैसे परिवर्तित करता है।


बाइबल पाठ: रूथ १:१५-२२


यहोवा ही ने मेरे विरुद्ध साक्षी दी, और सर्वशक्तिमान ने मुझे दुख दिया है, फिर तुम क्यों मुझे नओमी कहते हो? - रूथ १:२१


एक साल में बाइबल:
  • गिनती ९-११
  • मरकुस ५:१-२०