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रविवार, 10 जनवरी 2010

पुराना और नया

यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है; पुरानी बातें बीत गईं हैं; देखो वे सब नई हो गईं - २ कुरिन्थियों ५:१७
बाइबल पाठ: गलतियों ५:१६ -२३

जनवरी महीने में साधारणतयः लिये जाने वाले कुछ निर्णय हैं, शरीर का वज़न कम करना, ज़्यादा कसरत करना, काम में कम और अपने कुटुंब के साथ अधिक समय बिताना, गाड़ी चलाते समय सेल फोन पर बातें नहीं करना आदि।

हम जीवन की गलत आदतें बदलने का प्रयास करना चाहते हैं, चाहे नये साल के इन निर्णयों का तीन हफ्तों से ज़्यादा पालन नहीं हो पाता।

क्या हो यदि आप परमेश्वर से पूछें कि वह आप से क्या चाहता है? वह आप से किन किन बातों को बदलने, सुधारने या शुरू करने को कहना चाहता है?

संभवतः वह आप से कहेगा:
* अपने जीवन में आत्मा के फल और भी अधिक दिखाओ, जो हैं "प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज, कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता और संयम" (गलतियों ५:२२, २३)
* "अपने बैरियों से प्रेम करो, जो तुम्हें भला-बुरा कहते हैं उन्हें आशीश दो, जो तुम से नफरत करते हैं उनका भला करो और अपने सताने वालों के लिये प्रार्थना करो" (मत्ती ५:४४)।
* "तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टी के लोगों को सुसमाचार का प्रचार करो" (मरकुस १६:१५)।
* "जो तुम्हारे पास है, उसी पर सन्तोष करो" (इब्रानियों १३:५)।
* "उसकी आज्ञाओं के अनुसार चलो" (२ युहन्ना १:६)।

विश्वासी और नई सृष्टी होने के नाते हम पुराने स्वभाव और पराजयों से मुक्त हो स्कते हैं। हम परमेश्वर की मदद माँगें कि वह हमें पवित्र आत्मा की सामर्थ में प्रतिदिन जीने की शक्ति दे। तब हम पुरानी बातें छोड़कर नई बातें ग्रहण कर सकते हैं (२ कुरिन्थियों ५:१७)। - Cindy Hess Kasper

How can we live to please the Lord?
By knowing what He says to do
And trusting in the Spirit's strength
To make us into someone new. - Sper


परमेश्वर पर निर्भर करने से निर्णयों का पालन करना आसान होता है।

एक साल में बाइबल:
  • उत्पत्ति २५, २६;
  • मत्ती ८:१ -१७